CM के काफिले में रांग साइड से आई तेज गाड़ी से हादसा: उच्चस्तरीय जांच का आदेश
जयपुर में बुधवार दोपहर को एक बड़ा हादसा हुआ, जब CM भजनलाल शर्मा के काफिले के सामने रांग साइड से तेज़ी से आती हुई एक गाड़ी ने दुर्घटना का रूप ले लिया। इस हादसे में कई लोग घायल हुए और एक पुलिस एएसआई सुरेन्द्र सिंह की मृत्यु हो गई। इसके बाद, पुलिस और अधिकारियों ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच का निर्णय लिया और जिम्मेदारी डीसीपी ईस्ट तेजस्विनी गौतम को सौंपी गई। यह घटना मुख्यमंत्री के काफिले की सुरक्षा पर सवाल उठाती है और जयपुर पुलिस और प्रशासन की तत्परता की परीक्षा भी ले रही है।
CM के काफिले पर हमला: एक दुर्घटना की भयावहता
हादसा उस समय हुआ जब CM भजनलाल शर्मा अपने काफिले के साथ यात्रा कर रहे थे और अचानक एक गाड़ी रांग साइड से आती हुई उनकी गाड़ी के बहुत पास से गुजर गई। तेज़ गति से आ रही इस गाड़ी की वजह से काफिले में घबराहट फैल गई और एक जोरदार टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में गाड़ी की स्थिति काफी बिगड़ी और कई लोग घायल हो गए।
हालांकि, CM भजनलाल शर्मा और उनके काफिले के बाकी लोग बाल-बाल बच गए, लेकिन इस घटना में एक पुलिस एएसआई सुरेन्द्र सिंह की जान चली गई। इसके अलावा, कई अन्य पुलिस कर्मी और आम लोग भी घायल हुए हैं, जिनका इलाज जीवन रेखा अस्पताल में किया जा रहा है। यह दुर्घटना जयपुर शहर में सुरक्षा के मानकों पर गंभीर सवाल खड़े करती है और इस पर जांच की प्रक्रिया शुरू की गई है।
जांच का आदेश: DCP ईस्ट तेजस्विनी गौतम को जिम्मेदारी
इस घटना के बाद, पुलिस महानिदेशक उत्कल रंजन साहू ने घटना की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है। जांच की जिम्मेदारी डीसीपी ईस्ट तेजस्विनी गौतम को सौंपी गई है, जो अब इस हादसे के कारणों और जिम्मेदारों की पहचान करेंगी। इस जांच में यह पता लगाया जाएगा कि हादसे के पीछे क्या कारण था और क्या किसी की लापरवाही की वजह से यह दुर्घटना घटी।
डीसीपी तेजस्विनी गौतम को जांच की जिम्मेदारी सौंपने के बाद, पुलिस विभाग ने इसे एक गंभीर मामला मानते हुए पूरी तरह से त्वरित और निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए हैं। यह जांच न केवल घायलों के लिए न्याय सुनिश्चित करेगी, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने में भी मददगार साबित होगी।
पुलिस एएसआई सुरेन्द्र सिंह की मृत्यु पर गहरा दुख
इस दुर्घटना में पुलिस एएसआई सुरेन्द्र सिंह की दुखद मृत्यु ने सभी को शोकाकुल कर दिया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और डीजीपी उत्कल रंजन साहू ने घटना में मृतक पुलिस कर्मी के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यह घटना जयपुर पुलिस के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
डीजीपी साहू ने कहा, “हमारे बहादुर जवान सुरेन्द्र सिंह की मृत्यु हमारे लिए दुखद है। हम ईश्वर से उनके परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करते हैं और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।” वहीं, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि जयपुर पुलिस इस मुश्किल घड़ी में मृतक जवान के परिवार के साथ खड़ी है।
घायलों का इलाज और उनके स्वास्थ्य की प्रार्थना
घटनास्थल पर तुरंत पहुंचे पुलिस कर्मियों ने घायल लोगों को जीवन रेखा अस्पताल में भर्ती कराया। घायलों में पुलिस कर्मी और आम लोग दोनों शामिल हैं। मुख्यमंत्री और पुलिस अधिकारियों ने अस्पताल में घायलों से मुलाकात की और उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। पुलिस महानिदेशक उत्कल रंजन साहू ने कहा, “हम सभी घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करते हैं और पूरी पुलिस टीम उनके परिवारों के साथ है।”
CM भजनलाल शर्मा और पुलिस का रवैया
यह हादसा एक ओर महत्वपूर्ण बात पर प्रकाश डालता है – CM भजनलाल शर्मा और पुलिस प्रशासन का तत्परता से हादसे पर प्रतिक्रिया देना। जयपुर पुलिस ने इस दुर्घटना के बाद स्थिति को संभालते हुए घायलों को जल्दी से अस्पताल पहुंचाया। पुलिस और प्रशासन की यह तत्परता इस बात को दर्शाती है कि वे हमेशा जनता की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रतिबद्ध हैं।
CM भजनलाल शर्मा ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा, “हम सभी घायलों के स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं और इस घटना में हमारे पुलिस कर्मी सुरेन्द्र सिंह के परिवार के साथ खड़े हैं।” CM ने यह भी कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए भविष्य में सुरक्षा के उपायों को और कड़ा किया जाएगा।
भविष्य में सुरक्षा सुधार
इस दुर्घटना के बाद, जयपुर पुलिस और प्रशासन ने भविष्य में सुरक्षा को लेकर और अधिक कड़े कदम उठाने की योजना बनाई है। CM और पुलिस अधिकारी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि CM के काफिले और अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा को और भी बेहतर बनाया जाएगा। इसके अलावा, सड़क पर तेज़ गति से गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
DCP ईस्ट तेजस्विनी गौतम को जिम्मेदारी मिलने के बाद, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाएं न हो, और प्रशासन और पुलिस सुरक्षा के उच्चतम मानकों पर काम करें।