पश्चिम बंगाल: तारकेश्वर से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहाँ 4 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म का आरोप लगा है। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि जब वे शिकायत दर्ज कराने के लिए स्थानीय थाने पहुंचे, तो पुलिस ने तुरंत एफआईआर दर्ज नहीं की।
बच्ची को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहाँ से उसे चंदननगर रेफर कर दिया गया। परिवार का कहना है कि पुलिस मामले को दबाने और कार्रवाई में देरी करने की कोशिश कर रही है।
स्थानीय लोगों और विपक्षी नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने राज्य में बिगड़ते कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाते हुए दोषियों और लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
सूत्रों के अनुसार, तारकेश्वर पुलिस की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। हालांकि, घटना के बाद लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है और पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग तेज हो गई है।
राजनीतिक दलों ने भी राज्य सरकार पर हमला करते हुए आरोप लगाया है कि प्रशासन कानून-व्यवस्था की छवि बनाए रखने के लिए अपराधों को छिपाने की कोशिश करता है। उनका कहना है कि ऐसे मामलों से राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न खड़े होते हैं।
फिलहाल मामला जांच के अधीन है।