दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक Arvind Kejriwal ने कांग्रेस के साथ गठबंधन से साफ इनकार करते हुए घोषणा की है कि उनकी पार्टी आगामी दिल्ली चुनाव अकेले लड़ेगी। यह बयान ऐसे समय में आया है जब दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने में कुछ ही महीने शेष हैं और आम आदमी पार्टी के पास वर्तमान में 70 में से 62 सीटों पर कब्जा है।
Arvind Kejriwal ने इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि दिल्ली में किसी भी तरह के गठबंधन की कोई संभावना नहीं है। Arvind Kejriwal यह स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी और किसी भी अन्य दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। यह बयान खासकर उस समय आया है जब कांग्रेस पहले ही दिल्ली में गठबंधन से इनकार कर चुकी थी।
दिल्ली चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन की संभावना समाप्त
Arvind Kejriwal का यह बयान उन अटकलों को खत्म करता है जो पिछले कुछ समय से यह कह रही थीं कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दिल्ली में आगामी चुनाव के लिए गठबंधन कर सकती हैं। हालांकि, कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावना को लेकर आम आदमी पार्टी के नेताओं के बीच चुप्पी थी, लेकिन अब केजरीवाल ने इसे स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी किसी भी गठबंधन में नहीं शामिल होगी।
इससे पहले, दिल्ली में हुए लोकसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की बात की गई थी, लेकिन चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस ने यह आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी की वजह से चुनाव में हार हुई। दोनों दलों के बीच गठबंधन की बातों को लेकर विवाद भी गहरा गया था, क्योंकि सात लोकसभा सीटों में से किसी भी सीट पर उनकी संयुक्त ताकत से जीत हासिल नहीं हो पाई थी।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी गठबंधन की संभावनाएं खारिज
Arvind Kejriwal का यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर चर्चाएं हो रही थीं। हालांकि, दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे पर कोई सहमति नहीं बन पाई थी और अंत में गठबंधन की संभावना समाप्त हो गई थी। उस समय आम आदमी पार्टी के नेताओं ने यह स्पष्ट कर दिया था कि अब कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोई संभावना नहीं है।
आम आदमी पार्टी की दिल्ली में स्थिति
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की स्थिति पहले से मजबूत है, क्योंकि पार्टी के पास वर्तमान में 70 विधानसभा सीटों में से 62 सीटें हैं। इसके अलावा, दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार के कामकाज की रिपोर्ट कार्ड भी काफी हद तक सकारात्मक रही है, जिसमें मुफ्त बिजली, पानी, शिक्षा, और स्वास्थ्य सेवाएं प्रमुख आकर्षण रही हैं। Arvind Kejriwal ने कहा कि उनकी पार्टी ने दिल्ली के लोगों के लिए काम किया है और आने वाले चुनावों में उनका प्रदर्शन बेहतर रहेगा।
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के रिश्ते
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के रिश्ते पिछले कुछ समय से उतार-चढ़ाव वाले रहे हैं। दिल्ली में 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने भारी बहुमत से जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस लगातार पीछे रह गई। इसके बाद दोनों दलों के बीच गठबंधन की चर्चा चलती रही, लेकिन समय-समय पर इसे नकारा गया। लोकसभा चुनावों में भी कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ आरोप लगाए थे कि उनकी वजह से पार्टी को नुकसान हुआ।
अब, जब दिल्ली विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं, Arvind Kejriwal ने गठबंधन की संभावना को पूरी तरह से खारिज कर दिया है, जिससे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच कोई संभावित गठबंधन की उम्मीदें समाप्त हो गई हैं।
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