Maha Kumbh का प्रदर्शन: यूपी को वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने की पहल
उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश को एक अग्रणी वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए स्पेन के मैड्रिड और जर्मनी के बर्लिन में होने वाले अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन व्यापार मेलों में राज्य के पर्यटन आकर्षणों को प्रदर्शित करने का निर्णय लिया है। इन मेलों के दौरान Maha Kumbh को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा, जिससे प्रदेश की समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित किया जाएगा।
Maha Kumbh का वैश्विक महत्व
Maha Kumbh जो हर 12 वर्षों में उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद (प्रयागराज) में आयोजित होता है, न केवल एक धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, इतिहास और परंपराओं का प्रतीक भी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के तहत, महाकुंभ को केवल धार्मिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक महत्व को भी उजागर करने के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। Maha Kumbh एक ऐसा आयोजन है, जो लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करता है और यह प्रदेश की पर्यटन क्षमता को वैश्विक स्तर पर मान्यता दिलाने का एक प्रमुख अवसर बनता है।
मैड्रिड और बर्लिन पर्यटन मेलों में Maha Kumbh का प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश राज्य सरकार, स्पेन के मैड्रिड और जर्मनी के बर्लिन में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन व्यापार मेलों में प्रदेश के प्रमुख पर्यटन आकर्षणों को प्रदर्शित करेगी। इन मेलों में उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल, धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों को ग्लोबल दर्शकों के सामने पेश किया जाएगा।
स्पेन के मैड्रिड में 24 से 28 जनवरी तक आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन व्यापार मेले में उत्तर प्रदेश के पर्यटन को एक 40 वर्ग मीटर के मंडप में प्रस्तुत किया जाएगा। यहां प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थल जैसे काशी (वाराणसी), अयोध्या, मथुरा-वृंदावन और महाकुंभ को विशेष रूप से प्रदर्शित किया जाएगा। वहीं, जर्मनी के बर्लिन में 4 से 6 मार्च तक आयोजित होने वाले आईटीबी बर्लिन मेले में भी प्रदेश के पर्यटन आकर्षणों को एक और 40 वर्ग मीटर के मंडप में प्रदर्शित किया जाएगा।
वैश्विक जुड़ाव के लिए वीवीआईपी लाउंज और बी2बी सत्र
दोनों मेलों में वैश्विक जुड़ाव को बढ़ाने के लिए वीवीआईपी लाउंज स्थापित किए जाएंगे, जो बी2बी (बिजनेस टू बिजनेस) और बी2सी (बिजनेस टू कस्टमर) सत्रों की सुविधा प्रदान करेंगे। इन सत्रों में विभिन्न पर्यटन उद्योग के प्रतिनिधि, टूर ऑपरेटर और निवेशक भाग लेंगे, जिससे उत्तर प्रदेश के पर्यटन उद्योग को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मजबूती मिल सकेगी। इन सत्रों के माध्यम से उत्तर प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थल, उनकी संस्कृति, धार्मिक महत्व और ऐतिहासिक धरोहर को विस्तार से प्रस्तुत किया जाएगा।
संभावित निवेशकों और पर्यटन क्षेत्र के प्रतिनिधियों के साथ जुड़ाव
Maha Kumbh: इस पहल का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य उत्तर प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र में विदेशी निवेश को आकर्षित करना है। राज्य सरकार पर्यटन के प्रमुख क्षेत्रों के निवेशकों और अन्य प्रमुख हितधारकों से बातचीत करेगी, ताकि उत्तर प्रदेश के पर्यटन उद्योग में निवेश को बढ़ावा मिल सके। यह प्रयास राज्य को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने के साथ-साथ प्रदेश में रोजगार सृजन और आर्थिक विकास में भी योगदान देगा।
प्रदेश सरकार इस आयोजन के दौरान प्रमुख पर्यटन स्थलों के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ राज्य के अन्य उत्पादों और ओडीओपी (एक जिला एक उत्पाद) वस्तुओं को भी वैश्विक स्तर पर प्रमोट करने का कार्य करेगी। इसमें प्रदेश के पारंपरिक उत्पादों, हस्तशिल्प और सांस्कृतिक धरोहरों को भी प्रमुखता से दिखाया जाएगा।
‘ब्रांड यूपी’ का वैश्विक प्रचार
Maha Kumbh: इन पर्यटन मेलों का एक और उद्देश्य ‘ब्रांड यूपी’ को वैश्विक स्तर पर प्रमोट करना है। प्रदेश की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को उजागर करने के साथ-साथ राज्य के अनुकूल वातावरण और पर्यटन विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों को भी दुनिया के सामने रखा जाएगा। प्रदेश की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत, जैसे महाकुंभ, काशी, अयोध्या, मथुरा, चित्रकूट, और प्रदेश के अन्य प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल, इन मेलों में प्रमुख आकर्षण होंगे।
उत्तर प्रदेश की समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर
Maha Kumbh: उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करना इस पहल का मुख्य उद्देश्य है। प्रदेश में स्थित Maha Kumbh, जो विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक मेला है, मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। महाकुंभ न केवल लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करता है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और धर्म का एक महत्वपूर्ण प्रतीक भी है। Maha Kumbh में हर बार लाखों लोग अपने पापों से मुक्ति पाने के लिए संगम में स्नान करते हैं, जो एक अद्वितीय धार्मिक अनुभव है।
इसके अलावा, राज्य के अन्य प्रमुख स्थल जैसे काशी, अयोध्या और मथुरा को भी प्रदर्शित किया जाएगा, जो भारतीय संस्कृति के महत्वपूर्ण केंद्र हैं। इन स्थलों की धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता को प्रमुखता से उजागर किया जाएगा।
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