Milkipur उपचुनाव: सपा के नेताओं के बयानों से गरमाई राजनीति, भाजपा को लेकर उठाए सवाल
Milkipur उपचुनाव में भाजपा के लिए जीत की उम्मीद को लेकर समाजवादी पार्टी के नेताओं ने अपने बयानों से स्थिति को और भी पेचीदा बना दिया है। सपा के प्रमुख नेता और फैजाबाद-अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद और पूर्व मंत्री पवन पांडे ने मीडिया में चुनाव को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं।
पवन पांडे का बड़ा बयान: “लोकतंत्र की हत्या हुई”
Milkipur: पूर्व मंत्री पवन पांडे ने यह बयान दिया कि ऐसे चुनाव का कोई मतलब नहीं है जब लोगों को अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने से रोका जाए। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर मतदाता वोट नहीं डाल सकते, तो चुनाव का उद्देश्य पूरा नहीं हो सकता। पांडे ने सीधे तौर पर यह कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है और इसके बाद भी अगर चुनाव की प्रक्रिया जारी रखी जाती है तो यह पूरी तरह से गलत होगा।
सपा सांसद अवधेश प्रसाद का आरोप: आचार संहिता का उल्लंघन
सपा के सांसद अवधेश प्रसाद ने भी चुनाव को लेकर भाजपा और योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि Milkipur उपचुनाव में आचार संहिता का खुला उल्लंघन हुआ है और इस दौरान अधिकारियों और पुलिस प्रशासन ने भाजपा के दबाव में काम किया। प्रसाद ने यह भी कहा कि इस चुनाव में मतदान प्रक्रिया को लूटा गया और इसके लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है।
चुनाव के परिणाम पर सपा का आत्मविश्वास
Milkipur उपचुनाव के परिणाम को लेकर सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने विश्वास जताया कि समाजवादी पार्टी की जीत निश्चित है। उन्होंने यह कहते हुए भाजपा पर आरोप लगाया कि पार्टी ने चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश की, लेकिन बावजूद इसके सपा ही विजय प्राप्त करेगी। सांसद ने कहा कि उपचुनाव में आचार संहिता का उल्लंघन किया गया और अधिकारियों तथा पुलिस प्रशासन पर भाजपा का दबाव था, जिससे चुनाव निष्पक्ष नहीं हो पाया।
उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र की हत्या की गई है, क्योंकि मतदाता अपने अधिकार का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं कर सके। हालांकि, उन्होंने सपा की जीत को लेकर पूरा विश्वास व्यक्त किया और कहा कि Milkipur में जीत सपा की होगी, चाहे भाजपा ने जितनी भी कोशिशें की हों। अब यह देखना होगा कि 8 फरवरी को मतगणना के दौरान क्या परिणाम सामने आता है।
चुनाव के दौरान उठे सवाल और भाजपा की स्थिति
Milkipur उपचुनाव के परिणाम को लेकर सपा के नेताओं के बयानों से यह साफ हो रहा है कि वे चिंता में हैं और भाजपा पर चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने का आरोप लगा रहे हैं। सपा सांसद अवधेश प्रसाद और पूर्व मंत्री पवन पांडे ने मीडिया में अपनी बात रखते हुए कहा कि चुनाव में आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है और भाजपा ने अधिकारियों और पुलिस प्रशासन को अपने दबाव में लिया है।
पवन पांडे ने यह भी कहा कि अगर मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं कर सकते, तो ऐसे चुनाव का कोई मतलब नहीं बनता और यह लोकतंत्र की हत्या है।
सपा के नेताओं का मानना है कि चुनाव में धांधली की गई है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि सपा इस उपचुनाव में जीत हासिल करेगी। हालांकि, भाजपा की ओर से इन आरोपों पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अब यह देखना होगा कि 8 फरवरी को मतगणना के दौरान परिणाम क्या आता है, और क्या सपा के आरोप सही साबित होते हैं या भाजपा अपनी जीत कायम रखती है।
Milkipur उपचुनाव के परिणाम पर सबकी नजर
Milkipur उपचुनाव के परिणाम का इंतजार सभी राजनीतिक दलों के लिए अहम है। 8 फरवरी को जब वोटों की गिनती होगी, तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि किस पार्टी के उम्मीदवार ने अपनी जीत सुनिश्चित की है और किसके दावों की हवा निकल गई।
सपा की रणनीति और भाजपा का पलड़ा भारी होने की संभावना
Milkipur उपचुनाव में दोनों ही दलों ने जोर-शोर से प्रचार किया है, लेकिन सपा के नेताओं के बयानों से ऐसा लगता है कि भाजपा का पलड़ा भारी है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या सपा की इन शिकायतों और आरोपों के बावजूद वे चुनाव जीत पाती है या भाजपा अपनी जीत कायम रखती है।
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