पुतिन का बड़ा ऐलान: ओरेशनिक Missile का सीरियल प्रोडक्शन शुरू, यूरोप और अमेरिका में बढ़ी चिंता
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में ओरेशनिक Missile सिस्टम के सीरियल प्रोडक्शन की शुरुआत का ऐलान किया है, जिससे वैश्विक सुरक्षा पर एक बड़ा असर पड़ सकता है। ओरेशनिक, जिसे हेजल Missile भी कहा जाता है, एक अत्याधुनिक और हाई-टेक हथियार प्रणाली है जिसे रूस ने अपनी सैन्य ताकत को और मजबूत करने के लिए विकसित किया है। यह Missile सिस्टम मुख्य रूप से रणनीतिक ठिकानों पर सटीक और तेज हमले करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे यह किसी भी संभावित दुश्मन के लिए खतरे की घंटी बन सकता है।
ओरेशनिक Missile: एक अत्याधुनिक हथियार
ओरेशनिक Missile, जो रूस की नई पीढ़ी की हथियार प्रणाली का हिस्सा है, को खास तौर पर लंबी दूरी से उच्च सटीकता के साथ लक्ष्यों को भेदने के लिए तैयार किया गया है। इसकी रेंज और गति इतनी अधिक है कि यह दुश्मन के रक्षा तंत्र को चकमा देने में सक्षम है। ओरेशनिक Missile में हाइपरसोनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, जिससे यह मिसाइल बेहद तेज़ गति से अपने लक्ष्य को भेद सकती है, और इसे रोक पाना अन्य मिसाइलों की तुलना में बहुत कठिन है।
यह Missile रूस की रणनीतिक सैन्य शक्ति को एक नया आयाम देती है और इसका उद्देश्य न केवल दुश्मन के महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बनाना है, बल्कि यह यह भी साबित करता है कि रूस के पास ऐसी शक्तिशाली और अत्याधुनिक तकनीक है, जिसे दुश्मन किसी भी परिस्थिति में नजरअंदाज नहीं कर सकता।
पुतिन का ऐलान और वैश्विक प्रतिक्रिया
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस मिसाइल का उत्पादन शुरू करने का ऐलान करते हुए कहा कि ओरेशनिक Missile का सीरियल प्रोडक्शन अब बड़े पैमाने पर किया जाएगा। पुतिन का यह कदम वैश्विक सुरक्षा के लिहाज से एक गंभीर चुनौती बन सकता है। रूस की सैन्य ताकत में इस नए और अत्याधुनिक हथियार की एंट्री ने दुनिया के कई देशों को चिंता में डाल दिया है, खासकर यूक्रेन, अमेरिका और यूरोपीय देशों को।
यूक्रेन, जो पहले ही रूस के हमलों का सामना कर रहा है, अब इस नई Missile प्रणाली के खतरे से भी जूझ रहा है। अमेरिका और यूरोपीय देशों के रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि ओरेशनिक मिसाइल के सीरियल प्रोडक्शन से रूस की सैन्य ताकत और बढ़ेगी, और यह न केवल क्षेत्रीय बल्कि वैश्विक सुरक्षा के लिए भी बड़ा खतरा साबित हो सकता है।
यूरोप और अमेरिका की चिंता
पुतिन के इस ऐलान से अमेरिका और यूरोप के देशों में चिंता की लहर दौड़ गई है। यूरोपीय देशों के रक्षा अधिकारियों का कहना है कि ओरेशनिक Missile के सीरियल प्रोडक्शन के बाद, रूस के पास अब ऐसी तकनीक होगी, जो उसके दुश्मनों के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकती है। खासतौर पर उन देशों के लिए जो रूस के खिलाफ सैन्य कार्रवाई में शामिल हैं।
अमेरिकी विशेषज्ञों का मानना है कि रूस की यह नई मिसाइल अमेरिकी और यूरोपीय रक्षा तंत्र के लिए एक बड़ी चुनौती पेश कर सकती है। अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने इस नए हथियार को लेकर अपनी चिंता जताई है और इसके प्रभावी जवाब की तैयारी करने की बात कही है। हालांकि, अभी तक रूस ने इस मिसाइल के इस्तेमाल के बारे में कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है, लेकिन इसके विकास और उत्पादन से संकेत मिलता है कि रूस अपनी सैन्य शक्ति को और मजबूत करने के लिए इस मिसाइल का इस्तेमाल भविष्य में कर सकता है।
हाइपरसोनिक हथियारों का बढ़ता प्रभाव
ओरेशनिक Missile का सीरियल प्रोडक्शन, विशेष रूप से हाइपरसोनिक Missile के क्षेत्र में रूस का नया कदम है। हाइपरसोनिक हथियारों का विकास अब एक वैश्विक प्रतिस्पर्धा बन चुका है, जिसमें रूस, अमेरिका, और चीन प्रमुख खिलाड़ी हैं। रूस ने पहले ही अपनी नई हाइपरसोनिक मिसाइल “जिरकॉन” का सफल परीक्षण किया था और अब ओरेशनिक मिसाइल के बड़े पैमाने पर उत्पादन से यह स्पष्ट हो गया है कि रूस ने हाइपरसोनिक हथियारों के क्षेत्र में अपनी स्थिति को और मजबूत किया है।
हाइपरसोनिक हथियारों की विशेषता यह है कि ये सामान्य मिसाइलों से कहीं अधिक तेज होते हैं और इन्हें रोकने के लिए कोई प्रभावी रक्षा तंत्र अभी तक विकसित नहीं किया जा सका है। ओरेशनिक मिसाइल की तेज गति और सटीकता इसे एक अत्यंत खतरनाक और प्रभावी हथियार बनाती है, जिससे रूस को सैन्य रणनीति में एक बढ़त मिलती है।
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