अमित शाह ने कहा, “NESAC सोसाइटी के 25 वर्षों बाद सकारात्मक पहलू नजर आने लगे हैं”
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को त्रिपुरा के अगरतला में पूर्वोत्तर अंतरिक्ष अनुप्रयोग केन्द्र (NESAC) सोसाइटी की 12वीं बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में उन्होंने कहा कि NESA सोसाइटी की स्थापना के 25 वर्षों बाद अब इसके कार्यों के सकारात्मक पहलू स्पष्ट रूप से दिखने लगे हैं। उन्होंने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र की नयी ऊंचाइयों को भी सराहा और सोसाइटी को अपने कार्यों का दायरा बढ़ाने के लिए राज्य सरकारों से आवश्यक सहयोग की अपील की।
NESAC सोसाइटी: 25 वर्षों की यात्रा
NESAC सोसाइटी की स्थापना 1999 में हुई थी, और यह पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण अंतरिक्ष अनुप्रयोग केन्द्र के रूप में कार्य कर रही है। इसके मुख्य उद्देश्य में विभिन्न विकासात्मक योजनाओं में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का उपयोग करना और क्षेत्रीय समस्याओं का समाधान करना शामिल है। शुरुआत में, NESAC ने सीमित संसाधनों और बुनियादी ढांचे के साथ काम किया, लेकिन अब इसके सकारात्मक पहलू उभरकर सामने आ रहे हैं, जो इस क्षेत्र के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सफलता
अमित शाह ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र ने कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं। इस समयावधि में भारत ने अंतरिक्ष में अपनी ताकत को कई गुना बढ़ाया है और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मिशनों में अपनी भागीदारी को मजबूत किया है। भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम ने नए आयाम छुए हैं, और एनईसैक जैसी संस्थाओं को अपनी भूमिका निभाने का और भी बड़ा अवसर मिला है।
NESAC के सकारात्मक पहलू
NESAC सोसाइटी के 25 वर्षों के बाद अब इसके कार्यों के सकारात्मक पहलू स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं। इसने न केवल पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास में योगदान दिया है, बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी अपने प्रयासों से सकारात्मक परिणाम दिए हैं। विभिन्न कृषि, जल संसाधन, आपदा प्रबंधन, और परिवहन जैसी क्षेत्रों में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का उपयोग करके एनईसैक ने राज्य सरकारों के लिए नई संभावनाएं खोली हैं।
राज्य सरकारों का सहयोग महत्वपूर्ण
अमित शाह ने यह भी कहा कि एनईसैक को अपने कार्यों का दायरा बढ़ाने के लिए राज्य सरकारों का सहयोग प्राप्त करना आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्रीय सरकारों को अपने हिस्से की जिम्मेदारी समझते हुए एनईसैक के प्रयासों में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए। यदि राज्य सरकारें इस दिशा में पहल करती हैं, तो इससे पूर्वोत्तर क्षेत्र का विकास और भी तेजी से होगा।
NESAC की उपलब्धियाँ और कार्यक्षेत्र
NESAC ने 25 वर्षों में कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर काम किया है। इनमें मुख्य रूप से पूर्वोत्तर राज्यों में कृषि, जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन, और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में अंतरिक्ष आधारित समाधान प्रदान किए गए हैं। इसके अलावा, एनईसैक ने विभिन्न स्थानीय समस्याओं को सुलझाने के लिए उपग्रह चित्रों का उपयोग भी किया है।
NESAC द्वारा विकसित की गई विभिन्न परियोजनाएँ, जैसे कृषि क्षेत्रों में बेहतर जल प्रबंधन, आपदाओं के लिए जल्दी चेतावनी प्रणाली, और परिवहन नेटवर्क के लिए उपग्रह आधारित मार्गदर्शन, ने क्षेत्रीय विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का उपयोग
NESAC की प्रमुख भूमिका पूर्वोत्तर क्षेत्र में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग को बढ़ावा देने में रही है। उपग्रह चित्रण और डेटा विश्लेषण के माध्यम से राज्य सरकारों को बेहतर निर्णय लेने में मदद मिल रही है। कृषि, जल प्रबंधन, और आपदाओं के संदर्भ में किए गए प्रयासों से इन क्षेत्रों में सुधार हुआ है।
आगे का रास्ता
NESAC सोसाइटी को आगे बढ़ते हुए अपने कार्यों का दायरा बढ़ाना होगा। यह जरूरी है कि एनईसैक अधिक से अधिक राज्यों के साथ सहयोग करे और तकनीकी पहलुओं को और अधिक सुधारने की कोशिश करे। साथ ही, राज्य सरकारों को भी इस दिशा में सक्रिय रूप से काम करना होगा, ताकि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के माध्यम से इन राज्यों में विकास की गति और तेज हो सके।
NESAC की भविष्यवाणियाँ और योजनाएँ
NESAC की भविष्यवाणी और योजनाएं पूर्वोत्तर क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए बनाई गई हैं। आने वाले वर्षों में, एनईसैक अंतरिक्ष आधारित तकनीकों के जरिए कई प्रमुख क्षेत्रों में विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा।