प्रधानमंत्री गतिशक्ति के सिद्धांत के तहत विभागों के बीच बेहतर तालमेल के साथ बड़ी अवसंरचनात्मक परियोजनाओं की तैयारी और क्रियान्वयन को बढ़ावा देने के लिए अधिकारियों के समूह ने सात अहम परियोजनाओं का आकलन किया है। इनमें तीन रेल-मार्ग परियोजनाएं बिहार, छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र और तमिलनाडु से जुड़ी हैं, जबकि अन्य परियोजनाएं सड़क, लॉजिस्टिक्स और वस्त्र क्षेत्र से संबंधित हैं।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के मुताबिक औद्योगिक और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के संयुक्त सचिव (लॉजिस्टिक्स) पंकज कुमार की अध्यक्षता में परियोजना निगरानी समूह (पीएमजी) ने नेटवर्क योजना समूह (एनपीजी) के साथ इन सात परियोजनाओं की समीक्षा की। यह बैठक समूह की 98वीं बैठक थी।
रेलवे मंत्रालय की ओर से पेश परियोजनाओं में बिहार के पटना जिले में बख्तियारपुर और फतुहा के बीच 24.156 किलोमीटर लंबी तीसरी और चौथी रेल लाइन का निर्माण, तमिलनाडु के ताम्बरम और चेंगलपट्टू के बीच 30.021 किलोमीटर के खंड पर चौथी रेलवे लाइन, और छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र के बीच डोंगरगढ़ से गोंदिया के बीच 84.10 किलोमीटर लंबी चौथी रेलवे लाइन का विकास शामिल है।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने मध्य प्रदेश में रीवा से चुरहट सुरंग और चुरहट से सीधी तक राष्ट्रीय राजमार्ग-39 के चौड़ीकरण का प्रस्ताव पेश किया। इसके अलावा तेलंगाना के मेडक जिले के पार्कीबांडा गांव में 315 एकड़ में एक मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क विकसित करने की योजना भी समीक्षा में शामिल रही।
वस्त्र मंत्रालय की ओर से पीएम मित्र पार्क योजना के तहत दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा क्षेत्र में मध्य प्रदेश में पीएम मेगा एकीकृत वस्त्र क्षेत्र और परिधान पार्क के विकास का प्रस्ताव, तथा तमिलनाडु के विरुधुनगर में 1,052 एकड़ में फैले पीएम मित्र पार्क की परियोजना पर भी चर्चा हुई। मध्य प्रदेश में प्रस्तावित मेगा टेक्सटाइल पार्क से धार, इंदौर, रतलाम, झाबुआ और उज्जैन क्षेत्रों में कारोबार और रोजगार के अवसर बढ़ने की उम्मीद है।