उदयपुर की मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी हाल ही में एक विवाद के केंद्र में है। कुलपति प्रोफेसर सुनीता मिश्रा ने हाल ही में एक कार्यक्रम में मुगल बादशाह और अन्य ऐतिहासिक शासकों पर टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने मुगल बादशाह Aurangzeb को Best Administrator और महाराणा प्रताप व अकबर को Equivalent Rulers बताया। इस बयान से छात्रों में नाराजगी बढ़ गई और मामला जल्दी ही गर्मा गया।
एबीवीपी और एनएसयूआई समेत कई छात्र संगठनों ने इसे मेवाड़ और भारतीय इतिहास का अपमान बताते हुए यूनिवर्सिटी कैंपस में प्रदर्शन शुरू किया। बुधवार को स्थिति तब बिगड़ी जब छात्र बड़ी संख्या में कुलपति के दफ्तर के बाहर जमा हो गए, गेट पर ताला जड़ दिया, बिजली काट दी और लगभग छह घंटे तक कुलपति को अंदर कैद रखा। एबीवीपी ने राज्यपाल को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई की मांग की।
देर रात प्रशासन और पुलिस की हस्तक्षेप के बाद छात्रों ने लिखित आश्वासन के आधार पर धरना खत्म किया। कुलपति को पुलिस सुरक्षा में दफ्तर से बाहर निकाला गया। हालांकि, छात्र संगठनों ने प्रदेश के अन्य जिलों में भी प्रदर्शन की घोषणा कर दी है और यूनिवर्सिटी में विरोध की संभावना बनी हुई है। इस विवाद ने शिक्षा जगत से लेकर राजनीतिक गलियारों तक बहस को जन्म दे दिया है।