Bumrah का बयान: बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में मिली हार के बावजूद कड़ी टक्कर दी
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हाल ही में खेले गए बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट में भारत को 3-1 से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, इस हार के बावजूद भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत Bumrah ने ऑस्ट्रेलिया की जीत की सराहना की और कहा कि टीम ने उन्हें कड़ी टक्कर दी। Bumrah ने अपने प्रदर्शन और चोट के बाद के अनुभव को लेकर संवाददाता सम्मेलन में कुछ महत्वपूर्ण बातें साझा की। उनका मानना था कि इस दौरे का अनुभव भारतीय खिलाड़ियों के लिए भविष्य में मददगार साबित होगा।
Bumrah का आत्मविश्वास और टीम के प्रति समर्थन
मैच के बाद Bumrah ने कहा, “हम एक गेंदबाज कम थे, जिससे बाकी गेंदबाजों पर अतिरिक्त जिम्मेदारी आ गई थी। बावजूद इसके, हमने खेल में अपना विश्वास बनाए रखा और पूरी कोशिश की। गेंदबाजों ने पहली पारी में अच्छा प्रदर्शन किया था और इस सीरीज में हमने कड़ी टक्कर दी। यहां तक कि इस मैच में भी हम खेल में बने हुए थे।”
उनका मानना था कि इस सीरीज से भारतीय खिलाड़ियों को कई महत्वपूर्ण सीख मिली है, जो भविष्य में टीम को लाभ पहुंचाएगी। Bumrah ने इस बात का भी जिक्र किया कि युवा खिलाड़ियों ने इस अनुभव से बहुत कुछ सीखा है।
ऑस्ट्रेलिया की जीत की सराहना
Bumrah ने ऑस्ट्रेलिया के प्रदर्शन की भी सराहना की और कहा, “ऑस्ट्रेलिया इस जीत का हकदार था। उन्होंने बहुत अच्छा क्रिकेट खेला है और सीरीज में उनकी जीत पूरी तरह से योग्य है। हम दोबारा एकत्र होंगे और आगे के सफर पर ध्यान देंगे।”
यहां Bumrah ने यह भी बताया कि भारतीय टीम का आत्मविश्वास और खेल भावना हमेशा मजबूत रही, और वे अगली सीरीज में और भी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि इस हार से निराश होने की बजाय, उन्होंने जो कुछ सीखा है, वह भविष्य में काम आएगा।
Bumrah की चोट और फिटनेस
सीरीज के चौथे टेस्ट मैच में Bumrah चोटिल हो गए थे, जो उनके लिए एक निराशाजनक पल था। बुमराह ने इस घटना के बारे में बताया, “यह हताशापूर्ण है, लेकिन कभी-कभी आपको अपने शरीर का सम्मान करना पड़ता है। आपको यह स्वीकार करना पड़ता है कि आप पूरी तरह से फिट नहीं हैं। चोट के बाद खेलना मुश्किल हो सकता है, लेकिन मैं अपनी टीम के लिए हमेशा पूरी कोशिश करता हूं।”

Bumrah के शरीर में दर्द था, और उन्होंने पहली पारी के बाद थोड़ी परेशानी महसूस की थी। इसके बाद उन्होंने स्कैन कराया और Bumrah ने चोट की स्थिति के बारे में बताया कि वह पीठ में जकड़न महसूस कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि सीरीज की सबसे मददगार विकेट पर गेंदबाजी करना एक सुखद अनुभव था, लेकिन चोट के कारण वे पूरी तरह से अपना प्रदर्शन नहीं दे पाए।
टीम की मानसिकता और Bumrah का नेतृत्व
भारत के प्रमुख गेंदबाजों में से एक होने के नाते Bumrah ने यह सुनिश्चित किया कि बाकी के गेंदबाजों के ऊपर अतिरिक्त दबाव था, लेकिन टीम ने इसका सामना किया और सही मानसिकता के साथ खेले। उन्होंने टीम की सामूहिक भावना को सराहा और कहा कि भले ही एक गेंदबाज कम था, लेकिन बाकी गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया।
भारत के प्रमुख कोच गौतम गंभीर ने भी Bumrah के फिटनेस की स्थिति पर टिप्पणी की और बताया कि Bumrah की निगरानी फिजियो द्वारा की जा रही है, ऐसे में उनकी फिटनेस को लेकर अभी कुछ भी कहना मुश्किल है। यह निश्चित रूप से भारतीय टीम के लिए एक चिंता का विषय है, क्योंकि Bumrah जैसे तेज गेंदबाजों की फिटनेस बहुत अहम होती है।
भविष्य की ओर बढ़ते हुए
भारतीय टीम के लिए यह हार किसी झटके से कम नहीं थी, लेकिन बुमराह का नजरिया सकारात्मक था। उन्होंने यह भी कहा कि इस सीरीज के अनुभव से टीम को काफी कुछ सीखने को मिला है और वे भविष्य में और भी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार होंगे।
उनके अनुसार, यह सीरीज भारतीय क्रिकेट के लिए एक कदम आगे बढ़ने का मौका थी, और उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को पूरी तरह से योग्य विजेता माना। अब भारतीय टीम अगली सीरीज की तैयारी में जुटेगी, और बुमराह जैसे खिलाड़ी अपनी पूरी मेहनत के साथ टीम को नेतृत्व देने के लिए तैयार हैं।
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