पादूकलां: कस्बे सहित आस-पास के ग्रामीण अंचलों में मंगलवार को दीपावली का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया गया। सुबह से ही बाजारों में खरीदारी करने वालों की भीड़ उमड़ी रही और देर रात तक रौनक बनी रही। हर घर दीपों की रोशनी से जगमगा उठा और मंदिरों में आकर्षक सजावट की गई।
शुभ मुहूर्त में महालक्ष्मी और भगवान गणेश की विशेष पूजा-अर्चना की गई। लोगों ने नए वस्त्र पहनकर विधिविधान से पूजा की और घरों में विभिन्न प्रकार के पकवान एवं मिठाइयाँ बनाकर भगवान को भोग लगाया। दीपावली की रात बच्चों और युवाओं ने फुलझड़ियाँ और पटाखे जलाकर खुशियां मनाईं तथा परिवार और देश की समृद्धि की कामना की।
अगले दिन गोवर्धन पूजा का पर्व भी पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। महिलाओं ने सुबह-सुबह अपने घरों के बाहर गोबर से गोवर्धन पर्वत का प्रतीक बनाकर पूजा की। सुमन देवी उपाध्याय ने पूजा का महत्व बताते हुए कहा कि यह पर्व परिवार की खुशहाली, समृद्धि और प्रकृति के प्रति आभार का प्रतीक है।
महिलाओं ने पारंपरिक परिधान धारण कर मंगल गीत गाए और अपने परिवार की सुख-शांति की प्रार्थना की। मंदिरों में अन्नकूट तैयार कर भगवान को भोग लगाया गया और प्रसाद वितरण किया गया।
दीपावली और गोवर्धन पूजा के इस दो दिवसीय उत्सव ने पादूकलां और आसपास के गांवों में भक्ति, उल्लास और सामाजिक एकता का सुंदर संदेश प्रसारित किया।