दिल्ली हाईकोर्ट से स्थानांतरित होकर आए न्यायाधीश अरुण मोंगा ने ली शपथ, अब राजस्थान हाईकोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या हुई 40
जोधपुर: दिल्ली हाईकोर्ट से स्थानांतरित होकर आए न्यायाधीश अरुण मोंगा ने शनिवार को राजस्थान हाईकोर्ट में न्यायाधीश पद की शपथ ग्रहण की। उन्हें कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजीव प्रकाश शर्मा ने मुख्य न्यायाधीश कोर्ट रूम में शपथ दिलाई।
इसके साथ ही राजस्थान हाईकोर्ट में अब न्यायाधीशों की संख्या 40 हो गई है। शपथ ग्रहण समारोह में जोधपुर मुख्यपीठ के सभी न्यायाधीश उपस्थित रहे, जबकि जयपुर पीठ के न्यायाधीश वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
न्यायाधीश अरुण मोंगा मूलतः पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट से स्थानांतरित होकर पहले राजस्थान, फिर दिल्ली हाईकोर्ट और अब दोबारा राजस्थान लौटे हैं। विशेष बात यह है कि केवल तीन माह पहले ही उनका दिल्ली स्थानांतरण हुआ था।
21 दिसंबर 1968 को जन्मे न्यायमूर्ति मोंगा ने अपनी स्कूली शिक्षा पंजाब में पूरी की। उनके पिता भी न्यायिक सेवा में कार्यरत रहे और सुपीरियर ज्यूडिशियल सर्विस से सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने डी.ए.वी. कॉलेज, चंडीगढ़ से प्रथम श्रेणी में बी.एससी. की डिग्री प्राप्त की और कॉलेज कलर से सम्मानित हुए। इसके बाद पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से प्रथम श्रेणी में विधि स्नातक (एलएल.बी.) की उपाधि ली।
विधि की पढ़ाई के दौरान उन्होंने कुछ समय तक रसायन विज्ञान भी पढ़ाया। 1991 में उन्होंने चंडीगढ़ हाईकोर्ट में प्रथम पीढ़ी के वकील के रूप में वकालत शुरू की और बाद में दिल्ली में लगभग 20 वर्षों तक प्रैक्टिस की। अक्टूबर 2018 में वे पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में न्यायाधीश नियुक्त हुए।
बाद में 1 नवंबर 2023 को वे राजस्थान हाईकोर्ट में स्थानांतरित हुए, फिर जुलाई 2025 में दिल्ली हाईकोर्ट भेजे गए, और अब अक्टूबर 2025 में पुनः राजस्थान हाईकोर्ट में उनकी वापसी हुई है।