किसान 5 जनवरी को Paris की नाकेबंदी करेंगे: French में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
French के किसान, जो लंबे समय से कृषि संकट से जूझ रहे हैं, अब अपनी समस्याओं का समाधान पाने के लिए राजधानी Paris में नाकेबंदी करने की योजना बना रहे हैं। किसान संगठनों ने पांच जनवरी को यह बड़ा कदम उठाने का आह्वान किया है, जिसमें वे Paris और उसके उपनगरों को पूरी तरह से अवरुद्ध करने का प्रयास करेंगे। इस संघर्ष का मुख्य उद्देश्य प्रधानमंत्री फ्रेंकोइस बायरू और कृषि मंत्री एनी जेनेवार्ड से मुलाकात करना और अपनी मांगों को उनके सामने रखना है।
कृषि संकट और किसान संगठनों का संघर्ष
French में किसान पिछले एक साल से विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे हैं। उनकी मुख्य समस्याओं में सस्ते कृषि उत्पादों का आयात, जलवायु सुरक्षा के कड़े नियम, सिंचाई के लिए पानी की कमी, और ईंधन की बढ़ती कीमतें शामिल हैं। इसके अलावा, French में सरकार की निष्क्रियता और दक्षिण अमेरिकी व्यापार ब्लॉक मर्कोसुर के साथ किए गए व्यापार समझौते ने किसानों के बीच असंतोष बढ़ा दिया है।
किसान संगठनों का आरोप है कि यूरोपीय संघ के प्रस्तावित व्यापार समझौतों से उनके लिए नुकसान हो रहा है। उनका कहना है कि ये समझौते उनके कृषि उत्पादों के लिए प्रतिस्पर्धा को बढ़ाते हैं, जिससे उनका व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। इसके अलावा, वे चाहते हैं कि सरकार जल्द से जल्द विलंबित सब्सिडी का भुगतान करे और कृषि क्षेत्र के लिए नियमों को ढीला किया जाए।
नवम्बर और अक्टूबर में किसानों के विरोध प्रदर्शन
किसानों के विरोध प्रदर्शन अक्टूबर में फिर से शुरू हुए थे, जब उन्होंने पूरे देश में विभिन्न मुद्दों पर सरकार के खिलाफ आवाज उठाई। नवंबर में, प्रमुख ट्रेड यूनियनों ने भी इन विरोध प्रदर्शनों में भाग लिया, और किसानों के समर्थन में व्यापक विरोध प्रदर्शन किया। इन विरोधों में किसानों ने राजमार्गों को अवरुद्ध किया और सरकारी भवनों के सामने खाद फेंककर अपनी नाराजगी जताई।
प्रधानमंत्री और कृषि मंत्री से बैठक की मांग
French के किसान अब प्रधानमंत्री और कृषि मंत्री से मिलने की उम्मीद कर रहे हैं। किसान संगठन ‘कोऑर्डिनेशन रूरिनाले’ के प्रवक्ता पैट्रिक लेग्रास ने कहा, “हमारा लक्ष्य पेरिस और उसके उपनगरों तक पहुंचने का है, और हमें उम्मीद है कि हम जल्द ही प्रधानमंत्री और कृषि मंत्री से मुलाकात करेंगे।” उन्होंने यह भी कहा कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो वे भविष्य में और भी कठोर कदम उठा सकते हैं।
कृषि नीतियों पर विरोध
French: 2023 के अंत और 2024 की शुरुआत में, किसानों ने कृषि नीतियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किए। इस दौरान, उन्होंने राजमार्गों को अवरुद्ध किया, सरकारी भवनों के सामने खाद फेंकी और अपनी समस्याओं का समाधान खोजने के लिए सरकार से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की। किसान प्रमुख रूप से यूक्रेन से सस्ते कृषि उत्पादों के आयात, सिंचाई के लिए पानी के उपयोग पर प्रतिबंध, और कड़ी जलवायु सुरक्षा के खिलाफ हैं।
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