केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में शुक्रवार को सभी राज्यों के कृषि मंत्रियों के साथ यूरीया की उपलब्धता, विकसित कृषि संकल्प अभियान रबी, प्राकृतिक खेती मिशन, प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना और राष्ट्रीय खाद्यय तेल-तिलहन मिशन पर वीडियो कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने प्रदेश के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा द्वारा आदान विनिर्माताओं, विक्रेताओं, जमाखोरों और मिलावट करने वालों के खिलाफ चलाए गए गुणनियंत्रण अभियान की सराहना की।
वीडियो कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का कहना है कि केंद्र सरकार कृषकों और पशुपालकों के हित में पूरी तत्परता से काम कर रही है। किसानों के हितों पर किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा और उनके कल्याण के लिए हर संभव प्रयास जारी हैं। उन्होंने बताया कि 15 और 16 सितंबर को केंद्र सरकार द्वारा रबी कॉन्फ्रेंस का आयोजन होगा, जिसमें रबी फसलों की बुवाई की रूपरेखा तैयार की जाएगी और इसमें सभी राज्यों के कृषि मंत्रियों को आमंत्रित किया गया है।
उन्होंने निर्देश दिए कि रबी फसलों के लिए खाद की जरूरत का आंकलन कर उर्वरकों की मांग समय पर केंद्र सरकार को भेजी जाए, ताकि उर्वरक मंत्रालय समय पर सप्लाई कर सके। यूरीया का गैर कृषि कार्यों में उपयोग करने वालों, कालाबाजारी करने वालों, अमानक पेस्टिसाइड और अमानक उर्वरक बनाने व बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
उन्होंने यह भी कहा कि विकसित कृषि संकल्प अभियान रबी फसल 3 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक चलाया जाएगा, जिसमें कृषि वैज्ञानिक गांव-गांव जाकर किसानों को फसलों की जानकारी देंगे, जिससे उत्पादन में वृद्धि होगी और किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। इसके साथ ही प्राकृतिक खेती मिशन, प्रधानमंत्री कृषि धन-धान्य योजना और राष्ट्रीय खाद्यय तेल-तिलहन मिशन का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने की अपील की।
कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने बताया कि राजस्थान में विशेष गुणनियंत्रण अभियान के तहत 1 अप्रैल से अब तक 56 एफआईआर दर्ज हुई हैं। इस वर्ष अधिक वर्षा के कारण खरीफ बुवाई का क्षेत्रफल बढ़ा है, जिससे उर्वरकों की मांग में भी वृद्धि हुई है। उन्होंने उर्वरक विभाग भारत सरकार से पर्याप्त मात्रा में और समय पर सप्लाई सुनिश्चित करने का आग्रह किया।