Sunita Williams और बुच विल्मोर की वापसी: तकनीकी खामियों के कारण मिशन में देरी
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री Sunita Williams और बुच विल्मोर, जो पिछले कई महीनों से अंतरिक्ष में हैं, अब तक अपनी सुरक्षित वापसी का इंतजार कर रहे हैं। उनका मिशन कई तकनीकी खामियों के कारण बार-बार टल चुका है।
5 जून 2024 को बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान से अंतरिक्ष यात्रा शुरू करने के बाद, दोनों का उद्देश्य था कि वे आठ दिन के बाद वापस धरती पर लौटें, लेकिन मिशन की विफलताओं और यान में आई तकनीकी खराबियों के कारण उनकी वापसी अब तक संभव नहीं हो पाई है।
स्पेस एक्स का ड्रैगन यान और मिशन क्रू-10 की विफलता
Sunita Williams और बुच की वापसी के लिए स्पेस एक्स का ड्रैगन यान भेजा गया था। यह स्पेस एक्स का दसवां मानव मिशन था, जिसे क्रू-10 नाम दिया गया था। ड्रैगन यान को लेकर चल रहे इस मिशन के दौरान रॉकेट में अचानक खराबी आ गई, जिसके कारण अंतरिक्ष यान की उड़ान को रोक दिया गया।
इसके बाद अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने मिशन को तत्काल स्थगित कर दिया। मिशन में शामिल अन्य अंतरिक्ष यात्री ऐनी मैकक्लेन, निकोल एयर्स, टाकुया ओनिशी और किरिल पेसकोव ने भी अंतरिक्ष यात्रा के लिए तैयारियां की थीं, लेकिन तकनीकी कारणों से उन्हें भी फिलहाल रुकना पड़ा।
रॉकेट में आई तकनीकी खराबी और मिशन की स्थगिती
नासा ने बताया कि रॉकेट के ग्राउंड सपोर्ट क्लैम्प आर्म में हाइड्रोलिक सिस्टम की खराबी आई थी। यह खराबी अंतरिक्ष यान के संचालन में बड़ी समस्या पैदा कर रही थी। इस तकनीकी गड़बड़ी को लेकर वैज्ञानिकों और नासा ने सही समाधान पाने के लिए कई दिनों तक काम किया। हालांकि, इसके बावजूद 14 मार्च 2025 तक इस मिशन को लॉन्च करने का निर्णय लिया गया है।
स्पेस एक्स और स्टारलाइनर के बीच तकनीकी अंतर
स्पेस एक्स और बोइंग के स्टारलाइनर यान के बीच की तकनीकी खामियों का अंतर अब सामने आया है। 2019 में बोइंग स्टारलाइनर की पहली मानवरहित उड़ान में सॉफ़्टवेयर में गड़बड़ी सामने आई थी। इससे यान अपने गंतव्य, अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) तक नहीं पहुंच पाया था।
इसके बाद 2022 में दूसरी कोशिश की गई, लेकिन फिर से थ्रस्टर्स में गड़बड़ी आई। इन घटनाओं ने बोइंग के स्टारलाइनर को सवालों के घेरे में डाल दिया। वहीं, स्पेस एक्स के ड्रैगन यान ने पिछले कुछ वर्षों में कई सफल मानव मिशन किए हैं और इसका प्रदर्शन अपेक्षाकृत बेहतर रहा है।
स्पेसएक्स को मिली जिम्मेदारी और फिर से टलने वाला मिशन
2024 में, नासा ने स्टारलाइनर की विफलताओं के बाद, Sunita Williams और बुच विल्मोर की वापसी की जिम्मेदारी स्पेस एक्स को सौंप दी। नासा ने स्पष्ट किया कि ये दोनों अंतरिक्ष यात्री फरवरी 2025 तक पृथ्वी पर वापस लौट सकते हैं। हालांकि, तकनीकी खामियों के कारण मिशन में अब और देरी हो गई है। अब मिशन क्रू-10 को 14 मार्च 2025 को लॉन्च किया जाएगा।
तकनीकी खामियों से जूझते अंतरिक्ष यान
जब यान आईएसएस के पास पहुंचा, तो इसमें कई तकनीकी समस्याएं उत्पन्न हुईं। इसके पांच थ्रस्टर्स ने काम करना बंद कर दिया, जो यान की दिशा निर्धारित करने के लिए महत्वपूर्ण थे।
इसके अलावा, यान का हीलियम भी खत्म हो गया, जिससे यान को ईंधन पर निर्भर होना पड़ा और इसका संचालन बेहद मुश्किल हो गया। इस गड़बड़ी के कारण यान की पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी को लेकर वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ गई।
अंतरिक्ष में लंबे समय तक फंसी Sunita Williams और बुच विल्मोर
अंतरिक्ष में नौ महीने से ज्यादा समय बिता चुके Sunita Williams और बुच विल्मोर का वापस लौटने का इंतजार लगातार बढ़ता जा रहा है। उनकी वापसी में हो रही देरी से न केवल उनके परिवारों, बल्कि पूरी दुनिया में चिंता का माहौल है।
इसके बावजूद, नासा और स्पेस एक्स के वैज्ञानिकों का कहना है कि वे जल्द ही इस समस्या का हल निकालेंगे और दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित रूप से वापस पृथ्वी पर लाया जाएगा।
अंतरिक्ष यान की तकनीकी खामियों के कारण वापसी मिशन में देरी
Sunita Williams और बुच विल्मोर के अंतरिक्ष यात्रा मिशन की देरी के कारणों में स्टारलाइनर और स्पेस एक्स यान के बीच की तकनीकी खामियां प्रमुख हैं।
Sunita Williams: जहां एक ओर बोइंग स्टारलाइनर में सॉफ़्टवेयर और थ्रस्टर्स की समस्याएं सामने आईं, वहीं स्पेस एक्स के ड्रैगन यान की उड़ान में रॉकेट में खराबी आना एक और बड़ा कारण बना। इसके बावजूद, नासा और स्पेस एक्स ने अपनी टीमों को इन समस्याओं के समाधान के लिए तैयार किया है, ताकि सुनीता और बुच को सुरक्षित रूप से वापस लाया जा सके।
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