Virat Kohli ने सिडनी टेस्ट के बीच ऑस्ट्रेलियाई फैंस को करारा जवाब दिया

Virat Kohli

Virat Kohli ने सिडनी टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई फैंस को दिया करारा जवाब: सैंडपेपर कांड की याद दिलाई

सिडनी टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारतीय क्रिकेट टीम को एक कठिन स्थिति का सामना करना पड़ा। भारतीय बल्लेबाजी में कम रन बने थे, और गेंदबाजी में कप्तान जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी ने भारतीय टीम को मुश्किल में डाल दिया था। चोट के कारण बुमराह मैच से बाहर थे, जिससे Virat Kohli को मजबूरी में कप्तानी संभालनी पड़ी। Virat Kohli ने इस कठिन समय में अपनी कप्तानी से यह साबित कर दिया कि वे भारतीय क्रिकेट के सबसे सफलतम कप्तानों में से एक हैं। इस मैच के दौरान कोहली ने न केवल अपनी टीम को उत्साहित रखा, बल्कि ऑस्ट्रेलियाई फैंस को भी करारा जवाब दिया।

Virat Kohli की कप्तानी में जोश और संघर्ष

Virat Kohli ने कप्तान के तौर पर भारतीय क्रिकेट को कई ऊचाइयों तक पहुंचाया है। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने कई महत्वपूर्ण मैच जीते हैं और विश्व क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई है। 2022 में Virat Kohli ने कप्तानी छोड़ दी थी, लेकिन सिडनी टेस्ट के दौरान उन्हें एक बार फिर से कप्तानी का जिम्मा निभाना पड़ा। इस मैच में कप्तानी की जिम्मेदारी विराट पर थी क्योंकि भारतीय टीम के नियमित कप्तान रोहित शर्मा चोट के कारण मैच में हिस्सा नहीं ले रहे थे और जसप्रीत बुमराह भी मैदान पर मौजूद नहीं थे।

Virat Kohli ने इस मौके पर न केवल अपनी कप्तानी का बेहतरीन उदाहरण पेश किया, बल्कि मैदान पर भी ऑस्ट्रेलियाई फैंस को चिढ़ाने का कोई मौका नहीं छोड़ा। सिडनी टेस्ट के दौरान जब ऑस्ट्रेलियाई समर्थकों ने भारतीय टीम को हूट किया, तो कोहली ने न केवल अपना जोश दिखाया, बल्कि उन्होंने सैंडपेपर कांड की याद भी दिलाई, जिसे लेकर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी 2018 के केपटाउन टेस्ट में विवादों में फंसे थे।

सैंडपेपर कांड और Virat Kohli का तंज

2018 में, साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए केपटाउन टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ, उपकप्तान डेविड वॉर्नर और बल्लेबाज कैमरोन बैनक्राफ्ट ने बॉल टेंपरिंग की थी, जिसमें उन्होंने सैंडपेपर का उपयोग किया था। इस विवाद के बाद तीनों खिलाड़ियों पर सजा दी गई थी, जिसमें स्मिथ और वॉर्नर को एक-एक साल का बैन मिला था, जबकि बैनक्राफ्ट पर नौ महीने का बैन लगा था। यह घटना क्रिकेट जगत के इतिहास में एक काले अध्याय के रूप में जानी जाती है, और इसने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को शर्मसार किया था।

सिडनी टेस्ट के दौरान, जब स्टीव स्मिथ के आउट होने पर ऑस्ट्रेलियाई फैंस ने हूटिंग शुरू कर दी, तो Virat Kohli ने अपनी त्वरित प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अपनी ट्राउजर की जेबों को दिखाया और ऑस्ट्रेलियाई फैंस को यह इशारा किया कि उनके पास कुछ नहीं है, न ही सैंडपेपर जैसा कोई सामान। इस इशारे ने न केवल ऑस्ट्रेलियाई फैंस को चिढ़ाया, बल्कि सैंडपेपर कांड की याद भी ताजा कर दी।

Virat Kohli का स्टीव स्मिथ के प्रति समर्थन

यह दिलचस्प है कि Virat Kohli हमेशा स्टीव स्मिथ के प्रति समर्थन दिखाते आए हैं, चाहे वह मैदान पर हो या ऑफ-फील्ड। 2018 के सैंडपेपर कांड के बाद विराट ने स्टीव स्मिथ के लिए अपने समर्थन का खुलकर इज़हार किया था। यही नहीं, 2019 में वर्ल्ड कप के दौरान भी कोहली ने स्टीव स्मिथ के साथ अपनी दोस्ती को लेकर मीडिया से बात की थी। विराट का मानना है कि स्मिथ को इस घटना के बाद पर्याप्त सजा मिल चुकी है और उन्हें एक अवसर दिया जाना चाहिए।

क्रिकेट के मैदान पर Virat Kohli और स्टीव स्मिथ की प्रतिस्पर्धा हमेशा ही जबरदस्त रही है, लेकिन कोहली ने हमेशा इसे खेल भावना के तहत लिया। दोनों खिलाड़ी अपने-अपने देशों के लिए प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं और उनके बीच की प्रतिस्पर्धा को सकारात्मक रूप में देखा जाता है।

Virat Kohli का भारतीय टीम को उत्साहित करना

Virat Kohli ने सिर्फ ऑस्ट्रेलियाई फैंस को नहीं, बल्कि अपनी टीम के खिलाड़ियों को भी उत्साहित किया। सिडनी टेस्ट के दौरान भारतीय खिलाड़ियों को जोश बनाए रखना और अपनी पूरी क्षमता से खेलना कोहली के लिए महत्वपूर्ण था। कोहली ने अपनी कप्तानी में भारतीय खिलाड़ियों को चुनौती दी और यह सुनिश्चित किया कि वे आत्मविश्वास से भरे रहें।

उनका यह कदम भारतीय क्रिकेट के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस समय भारतीय टीम को सिडनी टेस्ट में सफलता की जरूरत थी। कोहली ने ना केवल मैदान पर कप्तानी का दबाव सही तरीके से संभाला, बल्कि दर्शकों को भी यह एहसास दिलाया कि भारतीय क्रिकेट में जोश और आत्मविश्वास की कोई कमी नहीं है।

Read More: Gambhir ने रोहित और विराट का बचाव करते हुए उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की

Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *