जयपुर डिस्कॉम ने अपने आठ सर्किलों को डिफेक्टिव मीटर मुक्त कर दिया है। जुलाई में दौसा, जयपुर जिला वृत्त (उत्तर) और झालावाड़ को इस उपलब्धि में शामिल किया गया था, वहीं अगस्त में जयपुर नगर वृत्त उत्तर और दक्षिण, कोटा, बूंदी और बारां सर्किल भी इस सूची में जुड़ गए हैं। इसके साथ ही कोटा जोन प्रदेश का पहला ऐसा जोन बन गया है, जहां सभी सर्किलों में खराब मीटर पूरी तरह से हटा दिए गए हैं।
अगस्त में शून्य डिफेक्टिव मीटर की उपलब्धि पर कोटा जोन के मुख्य अभियंता और संबंधित सर्किल अधीक्षण अभियंताओं को सम्मानित किया गया। ऊर्जा राज्य मंत्री ने प्रमाण पत्र सौंपे और जयपुर डिस्कॉम के बाकी 10 सर्किलों को भी जल्द खराब मीटर मुक्त करने के निर्देश दिए। साथ ही, अजमेर और जोधपुर डिस्कॉम के लिए भी कार्ययोजना बनाने की बात कही।
जयपुर डिस्कॉम की इस कार्य योजना के तहत 1 अप्रैल 2024 से 31 जुलाई 2025 के बीच 72,979 खराब मीटर बदले गए। इनमें सबसे अधिक मीटर जयपुर नगर उत्तर (28,300) और दक्षिण (23,018) में बदले गए। कोटा, बूंदी और बारां में भी हजारों मीटर बदले गए, जिससे इन सर्किलों को शून्य डिफेक्टिव मीटर सर्किल घोषित किया गया।
डिस्कॉम चेयरमैन के अनुसार, खराब मीटर से बिलिंग में गड़बड़ी होती है और निगम को आर्थिक नुकसान होता है। दो माह से अधिक खराब मीटर रहने पर उपभोक्ता को 5% छूट देनी पड़ती है। साथ ही औसत खपत के आधार पर बिल जारी करना पड़ता है, जिससे उपभोक्ता असंतुष्ट रहते हैं और वास्तविक खपत का आंकलन नहीं हो पाता।
जयपुर डिस्कॉम में लगातार समीक्षा बैठकों के जरिए अधीक्षण अभियंताओं को निर्देश दिए गए थे कि कोई भी डिफेक्टिव मीटर प्रकरण दो माह से अधिक लंबित न रहे। इन प्रयासों के सकारात्मक परिणाम अब सामने आ रहे हैं, जिससे राजस्व व्यवस्था भी मजबूत हुई है।