Jaipur CNG टैंकर हादसा: मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हुई, कई घायलों की हालत गंभीर
राजस्थान के Jaipur-अजमेर हाईवे पर शुक्रवार की सुबह हुए गैस टैंकर हादसे ने एक बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है। सीएनजी से भरे एक टैंकर और ट्रक के बीच टक्कर के बाद हुए भीषण विस्फोट में 14 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है।
इस हादसे के परिणामस्वरूप करीब 35 से ज्यादा गाड़ियां जलकर खाक हो गईं, जिससे घटनास्थल पर भारी क्षति हुई। यह हादसा न केवल राजस्थान बल्कि देशभर में चर्चा का विषय बन गया है, जिससे सड़क सुरक्षा की गंभीर समस्या फिर से सामने आई है।
हादसे के कारण और विस्फोट की भयावहता
Jaipur-अजमेर हाईवे पर शुक्रवार सुबह लगभग 5:30 बजे एक ट्रक ने सीएनजी से भरे टैंकर को टक्कर मारी। इसके बाद हुआ विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि उसकी आवाज करीब 10 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी।
घटना स्थल पर भारी आग लग गई और कई वाहन जलकर खाक हो गए। इस हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई है और 44 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों में से अधिकांश को जयपुर के एसएमएस अस्पताल और जयपुरिया अस्पताल में भर्ती किया गया है। इनमें से 13 घायलों ने एसएमएस अस्पताल में दम तोड़ दिया, जबकि एक की मौत जयपुरिया अस्पताल में हुई। इस हादसे के बाद अस्पतालों में अफरातफरी मच गई, और कई घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है।
इस हादसे ने सड़क सुरक्षा के सवाल को फिर से उजागर किया है। जहां एक ओर इस हादसे ने कई परिवारों को प्रभावित किया है, वहीं दूसरी ओर यह घटना सुरक्षा व्यवस्थाओं में खामियों की ओर भी इशारा करती है। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी है कि सड़क परिवहन व्यवस्था में सुधार किया जाए।
जांच कमेटी का गठन और अधिकारियों की जिम्मेदारी
Jaipur: राजस्थान सरकार ने इस हादसे की जांच के लिए एक जांच कमेटी गठित की है। जयपुर के जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी ने हादसे की गंभीरता को देखते हुए विभिन्न विभागों के छह अधिकारियों की एक टीम बनाई है, जो इस हादसे की जांच करेगी। जांच में यह देखा जाएगा कि हादसे के कारण क्या थे, क्या सड़क पर कोई सुरक्षा खामियां थीं, और कैसे भविष्य में इस तरह के हादसों को रोका जा सकता है।
Jaipur: इसके अलावा, जांच कमेटी यह भी सुनिश्चित करेगी कि क्या सीएनजी टैंकर और ट्रक की स्थिति पूरी तरह से ठीक थी या इसमें कोई तकनीकी गड़बड़ी थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ। यह जांच रिपोर्ट जल्द से जल्द सरकार को सौंपने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि इस प्रकार के हादसों से बचने के लिए ठोस कदम उठाए जा सकें।
मुख्यमंत्री के निर्देश और सड़क सुरक्षा अभियान
Jaipur: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस हादसे के बाद प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए एक विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने राज्य सरकार के अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि सड़क दुर्घटनाओं के संभावित स्थानों को चिन्हित कर उन पर सुधार कार्य किए जाएं। साथ ही, उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ब्लैक स्पॉट्स (खतरनाक स्थान) की पहचान करने का भी निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया है कि इन स्थानों पर तत्काल सुधार कार्य किया जाए, ताकि वाहन दुर्घटनाओं के कारण होने वाले जान-माल के नुकसान को रोका जा सके।
Jaipur: साथ ही, मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को आदेश दिया है कि इस अभियान के दौरान कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी सुधार कार्य निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरे हों। इसके साथ ही, उन्होंने सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए अन्य कदम उठाने का भी आश्वासन दिया है।
सीएनजी टैंकर के खतरे और सुरक्षा उपाय
Jaipur: सीएनजी टैंकरों का उपयोग बढ़ने के साथ ही सुरक्षा को लेकर चिंता भी बढ़ी है। गैस टैंकरों में खतरनाक और ज्वलनशील गैसें होती हैं, जो दुर्घटना के दौरान बड़ी तबाही मचा सकती हैं। इस हादसे ने एक बार फिर से इस बात की आवश्यकता को उजागर किया है कि सीएनजी टैंकरों की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए।
Jaipur: सीएनजी टैंकरों की सुरक्षा के लिए सरकार और परिवहन विभाग को आवश्यक कदम उठाने होंगे। इसमें टैंकरों की सही मेंटेनेंस, ट्रकों की गति सीमा, और चालक की योग्यता पर ध्यान देना शामिल है। साथ ही, सीएनजी टैंकरों के रास्तों पर सुरक्षित मार्गों की पहचान करना और दुर्घटना की स्थिति में त्वरित सहायता उपलब्ध कराना भी जरूरी है।