12 जून को अहमदाबाद से उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हुई एयर इंडिया फ्लाइट 171 की शुरुआती जांच रिपोर्ट सामने आ गई है। इस हादसे में 260 लोगों की मौत हुई थी। रिपोर्ट के अनुसार, टेकऑफ के ठीक बाद दोनों इंजन के फ्यूल कटऑफ स्विच एक-एक सेकंड के अंतराल में “RUN” से “CUTOFF” पोजिशन में चले गए, जिससे फ्यूल सप्लाई बंद हो गई और इंजन ने काम करना बंद कर दिया।
क्या कारण सामने आए?
- मौसम साफ था, कोई पक्षी टकराने का सबूत नहीं
- विमान का वजन और बैलेंस सामान्य था
- फ्यूल क्वालिटी जांच में सही पाई गई
- इंजन में पहले से कोई खराबी नहीं थी
कॉकपिट में क्या हुआ? एक पायलट ने दूसरे से पूछा, “तुमने फ्यूल क्यों कट किया?” जवाब मिला, “मैंने नहीं किया।” यह संवाद दर्शाता है कि फ्यूल कटऑफ संभवतः अनजाने में हुआ।
क्या विमान को बचाया जा सकता था? पायलटों ने 10–14 सेकंड में फ्यूल स्विच वापस “RUN” पोजिशन में किए और इंजन को रीस्टार्ट करने की कोशिश की। लेकिन विमान केवल 625 फीट की ऊंचाई पर था और रीस्टार्ट के लिए पर्याप्त समय नहीं था।
तकनीकी पहलू और पुरानी चेतावनी 2018 में FAA ने एक सलाह जारी की थी जिसमें फ्यूल कंट्रोल स्विच लॉकिंग मैकेनिज्म के ढीले होने की आशंका जताई गई थी। एयर इंडिया ने इसे अनिवार्य न होने के कारण लागू नहीं किया।
अब आगे क्या? AAIB ने कहा है कि यह रिपोर्ट शुरुआती है और आगे की जांच में बदलाव संभव है। जांच के मुख्य बिंदु:
- ब्लैक बॉक्स डेटा की गहन जांच
- फ्यूल सैंपल की विस्तृत जांच
- फ्यूल कंट्रोल स्विच की मैकेनिकल जांच
- गवाहों और तकनीकी विशेषज्ञों से पूछताछ
अंतिम रिपोर्ट आने में कई महीने या साल भी लग सकते हैं।