प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे से पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष Ajay Rai ने सोशल मीडिया पर तीखा तंज कसा। उन्होंने लिखा कि काश प्रधानमंत्री वाराणसी की सच्चाई को भी उसी मन से पढ़ते, जितना मन से जनता उनके वादे सुनती रही है।
2024 लोकसभा चुनाव में मोदी के खिलाफ कांग्रेस उम्मीदवार रहे Ajay Rai ने कहा कि प्रधानमंत्री फिर करोड़ों की घोषणाओं और कैमरों के शोर के साथ काशी आ रहे हैं, लेकिन अब काशी सवाल पूछ रही है। उन्होंने पूछा कि क्या मोदी ने कभी किसी गली में पैदल चलकर यहां के हालात देखे हैं?
Ajay Rai ने लिखा कि क्या प्रधानमंत्री ने बीएचयू या किसी विश्वविद्यालय की कक्षा में जाकर छात्रों से उनके भविष्य के बारे में बात की? क्या उन्होंने किसी किसान, दुकानदार, रिक्शे वाले या महिला समूह से आमने-सामने संवाद किया? उन्होंने आरोप लगाया कि हर बार मंच, माइक और मीडिया ही दिखता है, जबकि काशी की असल तस्वीर इन वीडियो में नहीं आती।
उन्होंने वाराणसी की समस्याओं को गिनाते हुए कहा कि यहां की सड़कें रोज़ जाम से कराहती हैं, महिलाएं अपराध की खबरों से डरी हुई हैं, नौजवान रोजगार के लिए भटक रहे हैं और विश्वविद्यालयों में शिक्षक, छात्र और कर्मचारी हताश हैं।
Ajay Rai ने कहा कि काशी सिर्फ एक चुनावी पड़ाव नहीं है, बल्कि यह वह नगरी है जहां राजा भी सेवक बनते हैं। अब काशी के लोग भाषण नहीं, भागीदारी चाहते हैं। उन्हें फोटो नहीं, फ़िक्र करने वाला नेता चाहिए। उन्होंने दावा किया कि इस बार काशी की तैयारी पूरी है और अब वह खामोश नहीं रहेगी। जब काशी बोलती है, तब राज-सिंहासन डोलते हैं।