🗣️ 168 परिवाद, खेतों के रास्ते से लेकर शमशान तक की समस्याएं उठीं
ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कोटा के कनवास SDM कार्यालय में उपखंड स्तरीय जनसुनवाई में भाग लिया, जहां 168 परिवाद प्राप्त हुए। “खेतों के रास्ते खोलना राज्य सरकार की प्राथमिकता है — इसमें कोताही बर्दाश्त नहीं होगी” — हीरालाल नागर
🚜 खेतों के रास्ते: संवेदनशीलता और सख्ती दोनों
- आंवा, कोलानी, तालाब के पीछे के खेतों के रास्तों को लेकर ग्रामीणों की मांग
- SDM और तहसीलदार को निर्देश:
- परंपरागत रास्तों को रिकॉर्ड में दर्ज किया जाए
- लंबित मामलों का शीघ्र निस्तारण हो
- पिछली जनसुनवाई के लंबित मामले पर राजस्व अधिकारियों को फटकार
🧑⚖️ जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को संदेश
- “हम जनता के सेवक हैं, मालिक नहीं”
- “ईश्वर ने आपकी कलम में ताकत दी है, उसका उपयोग आमजन के कल्याण में करें”
- “आदर्श स्थिति तब होगी जब जनसुनवाई में कोई परिवाद लेकर न आए”
📚 अन्य प्रमुख मांगें और निर्देश
विषय | मांग/निर्देश |
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शिक्षा | कनवास महाविद्यालय में PG परीक्षा केंद्र खोलने की मांग |
सड़क/टोल | बांस्याहेड़ी टोल प्लाजा पर स्थानीय वाहनों को छूट |
स्वास्थ्य | मदारिया में उप स्वास्थ्य केंद्र निर्माण और सामुदायिक भवन |
जल संसाधन | सावन भादो डेम का गेट एक साल से खराब, पुलिया निर्माण की मांग |
शमशान भूमि | कालिया खेड़ी में अतिक्रमण हटाने और पूर्व शमशान मार्ग बहाल करने के निर्देश |
🌱 जनसुनवाई का उद्देश्य: समाधान, संवाद और संवेदनशीलता
“जनता को राहत दिलाना ही राज्य सरकार का उद्देश्य है। अधिकारी समस्या के अंतिम पड़ाव तक मॉनिटर करें।” — ऊर्जा मंत्री