Kashmir में जनवरी के पहले सप्ताह में मध्यम हिमपात की संभावना

By Editor
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Kashmir में जनवरी के पहले सप्ताह में मध्यम हिमपात और शीतलहर का अनुमान

जम्मू-Kashmir में बुधवार से मध्यम हिमपात के आसार हैं, और इसके साथ ही Kashmir घाटी में तापमान में भी गिरावट देखी गई है। मौसम विभाग के मुताबिक, जनवरी के पहले सप्ताह में कश्मीर में एक के बाद एक दो पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है, जिससे हिमपात की स्थिति पैदा हो सकती है। इस दौरान, जम्मू-Kashmir के विभिन्न इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी हो सकती है। वहीं, तापमान में गिरावट के कारण कश्मीर घाटी में शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी।

मौसम विभाग की भविष्यवाणी और आगामी हिमपात

श्रीनगर स्थित मौसम विभाग ने मंगलवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 1 जनवरी से Kashmir घाटी में दो पश्चिमी विक्षोभ एक के बाद एक सक्रिय हो सकते हैं। इसका असर यह होगा कि 1 और 2 जनवरी के दौरान जम्मू-कश्मीर के कुछ इलाकों में हल्का हिमपात होगा और फिर स्थिति में सुधार होने की संभावना है।

मौसम विभाग के मुताबिक, जम्मू और कश्मीर के प्रमुख पर्यटन स्थलों जैसे गुलमर्ग, पहलगाम और सोनमर्ग में बर्फबारी की तीव्रता बढ़ सकती है, जिससे न केवल पर्यटकों को सावधानी बरतने की जरूरत होगी, बल्कि स्थानीय लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हो सकती है। इन क्षेत्रों में तापमान में गिरावट से शीतलहर का असर और बढ़ सकता है, जिससे जनजीवन और यातायात प्रभावित होने की संभावना है।

तापमान में भारी गिरावट और शीतलहर की स्थिति

सोमवार रात को Kashmir घाटी के विभिन्न इलाकों में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई। श्रीनगर में शून्य से 3.5 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.9 डिग्री सेल्सियस कम था। गुलमर्ग में स्की रिसॉर्ट का तापमान शून्य से 11.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5.6 डिग्री सेल्सियस कम था।

Kashmir के अन्य इलाकों में भी तापमान में गिरावट आई है। पर्यटन स्थल पहलगाम में रात के तापमान में मामूली सुधार हुआ और यहां शून्य से 8.4 डिग्री सेल्सियस कम तापमान दर्ज किया गया। वहीं, पिकनिक स्थल कोकेरनाग में तापमान शून्य से 5.6 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। काजीगुंड में भी तापमान शून्य से 7.5 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.8 डिग्री सेल्सियस कम था।

उत्तरी Kashmir के कुपवाड़ा में तापमान शून्य से 0.1 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा, जो सामान्य से 3.1 डिग्री सेल्सियस अधिक था। कश्मीर घाटी में इस शीतलहर की स्थिति के कारण, कई क्षेत्रों में बर्फबारी के बाद आवागमन में दिक्कतें आ सकती हैं।

Kashmir घाटी में बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित

Kashmir में भारी बर्फबारी से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सड़कें और यातायात मार्ग बर्फ से ढक गए हैं, जिससे लोगों की आवाजाही में कठिनाई हो रही है। विशेष रूप से पर्यटकों और यात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बर्फबारी के दौरान यातायात को प्रभावित करने वाले हालात बन सकते हैं, और वाहन चालकों को फिसलन वाले रास्तों पर विशेष ध्यान रखना चाहिए।

Kashmir में शीतलहर के दौरान पर्यटकों को सलाह

Kashmir घाटी में इस समय शीतलहर की स्थिति बनी हुई है, और तापमान में गिरावट के कारण कई स्थानों पर बर्फबारी भी हो रही है। मौसम विभाग ने पर्यटकों और यात्रियों को बर्फबारी के दौरान अपने यात्रा योजनाओं में सावधानी बरतने की सलाह दी है। विशेष रूप से उन लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है जो पहाड़ी इलाकों में यात्रा करने का विचार कर रहे हैं।

यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी के समय अत्यधिक सावधानी बरतें और गाड़ियों को ठीक से तैयार करके यात्रा करें। साथ ही, अधिक बर्फबारी होने की स्थिति में यात्रा को टालने की सलाह दी गई है, ताकि वे किसी अप्रत्याशित स्थिति से बच सकें।

पर्यटकों के लिए कश्मीर का आकर्षण और बर्फबारी का जादू

Kashmir, जो अपनी खूबसूरत वादियों, स्की रिसॉर्ट्स और बर्फबारी के लिए प्रसिद्ध है, इस समय सर्दियों में एक प्रमुख पर्यटन स्थल बना हुआ है। हर साल हजारों पर्यटक कश्मीर में बर्फबारी का अनुभव करने के लिए आते हैं, और इस मौसम में गुलमर्ग, पहलगाम और सोनमर्ग जैसे क्षेत्रों में स्कीइंग और अन्य साहसिक खेलों का आनंद लेते हैं।

हालांकि, इस बार बर्फबारी की स्थिति में भी Kashmir में यात्रा करने वाले पर्यटकों को सुरक्षा और सावधानी बरतने की सख्त जरूरत है। भारी बर्फबारी के कारण कहीं-कहीं सड़कें बाधित हो सकती हैं और तापमान में गिरावट के कारण शीतलहर की स्थिति पैदा हो सकती है।

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