Kho-Kho विश्वकप: 13 जनवरी से शुरू होगा रोमांचक टूर्नामेंट, सुधांशु मित्तल ने जारी किया कार्यक्रम
Kho-Kho विश्वकप 2024 के आयोजन समिति के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने मंगलवार को इस बहुप्रतीक्षित टूर्नामेंट का कार्यक्रम घोषित किया। यह टूर्नामेंट 13 जनवरी से शुरू होगा, जब भारत और नेपाल के बीच पहला मुकाबला खेला जाएगा। श्री मित्तल ने इस कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कहा कि इन्दिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में शाम सात बजे इस मुकाबले की शुरुआत होगी। खो-खो विश्वकप के तहत पुरुष और महिला वर्ग में कुल 20 देश हिस्सा लेंगे और 90 मुकाबले खेले जाएंगे।
Kho-Kho विश्वकप में 20 देशों की भागीदारी
इस साल के Kho-Kho विश्वकप में पुरुष और महिला दोनों वर्गों के लिए कुल 20 देशों ने अपनी टीमों को भेजा है। पुरुष वर्ग में चार ग्रुप बनाए गए हैं, जिनमें विभिन्न देशों की टीमों को रखा गया है। ग्रुप A में भारत, नेपाल, पेरू, ब्राजील और भूटान की टीमें शामिल हैं। ग्रुप B में दक्षिण अफ्रीका, घाना, अर्जेंटीना, नीदरलैंड और ईरान की टीमों को जगह मिली है। ग्रुप C में बंगलादेश, श्रीलंका, दक्षिण कोरिया, अमेरिका और पोलैंड की टीमों को रखा गया है, जबकि ग्रुप D में इंग्लैंड, जर्मनी, मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया और केन्या की टीमों की भागीदारी होगी।
महिला वर्ग के मुकाबले भी काफी रोमांचक होंगे। इसमें ग्रुप A में भारत, ईरान, मलेशिया और दक्षिण कोरिया की टीमें हैं। ग्रुप B में इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, केन्या, यूगांडा और नीदरलैंड शामिल हैं। ग्रुप C में नेपाल, भूटान, श्रीलंका, जर्मनी और बंगलादेश की टीमों का सामना होगा, जबकि ग्रुप D में दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, पोलैंड, पेरू और इंडोनेशिया की टीमें होंगी।
Kho-Kho विश्वकप की महत्वपूर्ण तिथियां और मैचों का विवरण
Kho-Kho विश्वकप का प्रारंभ 13 जनवरी से होगा, जब भारत और नेपाल के बीच पहले मुकाबले का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद 14 जनवरी से विभिन्न ग्रुपों में मुकाबले खेले जाएंगे। 14 जनवरी को ग्रुप B में दक्षिण अफ्रीका और घाना की पुरुष टीमें भिड़ेंगी। साथ ही, महिला वर्ग में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीमें आमने-सामने होंगी।
इसके बाद, 15 जनवरी को ग्रुप A में भारत और ब्राजील के पुरुष वर्ग का मुकाबला होगा, जबकि महिला वर्ग में भारत और ईरान की टीमें खेलेंगी। 16 जनवरी को ग्रुप A में भारत और मलेशिया के बीच महिला मुकाबला होगा और पुरुष वर्ग में भारत और भूटान के बीच भिड़ंत होगी।
क्वार्टरफाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल
सभी ग्रुपों के लीग मैचों के बाद 17 जनवरी को क्वार्टरफाइनल होंगे, जिसमें 16 टीमें हिस्सा लेंगी। क्वार्टरफाइनल मुकाबले पुरुष और महिला दोनों वर्गों में खेले जाएंगे। इसके बाद 18 जनवरी को पुरुष और महिला वर्ग के सेमीफाइनल मैच होंगे। और अंत में, 19 जनवरी को पुरुष और महिला दोनों वर्गों का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा, जो टूर्नामेंट का सबसे रोमांचक पल होगा।
दुनियाभर से टीमें और खिलाड़ियों की भागीदारी
इस टूर्नामेंट में दुनिया भर से विभिन्न देशों की टीमें हिस्सा लेने के लिए तैयार हैं। भारत, नेपाल, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया, और श्रीलंका जैसे देशों की टीमों ने पहले ही अपने दल घोषित कर दिए हैं। इस टूर्नामेंट में महिलाओं और पुरुषों की टीमें दोनों ही उच्च स्तर पर प्रतिस्पर्धा करेंगी, जिससे दर्शकों को बेहतरीन खेल देखने का मौका मिलेगा।
महिला और पुरुष वर्ग के लिए समान अवसर
सुधांशु मित्तल ने इस टूर्नामेंट के दौरान महिला और पुरुष दोनों वर्गों को समान महत्व देने की बात कही। उनका मानना है कि खो-खो को लोकप्रिय बनाने के लिए पुरुषों और महिलाओं दोनों की टीमें समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। इस विश्वकप के जरिए खो-खो को एक नई पहचान मिलेगी और खेल के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
Kho-Kho के प्रति बढ़ती लोकप्रियता
Kho-Kho एक पारंपरिक भारतीय खेल है, जिसे अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिल रही है। पिछले कुछ वर्षों में खो-खो ने अपने आपको एक अत्यधिक प्रतिस्पर्धात्मक और रोमांचक खेल के रूप में स्थापित किया है। विशेष रूप से, यह टूर्नामेंट खो-खो को अधिक वैश्विक दर्शकों तक पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
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