Manoj Bharti ने सरकार से की छात्रों की मांगों को जल्द पूरा करने की अपील
प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज के अध्यक्ष Manoj Bharti ने बिहार में छात्रों के प्रति सरकार के दृष्टिकोण पर सवाल उठाते हुए उनकी सभी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की अपील की है। खासकर बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के छात्रों द्वारा की जा रही मांगों को लेकर उन्होंने सरकार को गंभीर चेतावनी दी है। बुधवार की रात उन्होंने गर्दनीबाग में अनशन पर बैठे छात्रों से मुलाकात की और उन्हें विश्वास दिलाया कि पूरी जन सुराज पार्टी उनके साथ खड़ी है और हर संभव मदद करेगी। इस दौरान, उन्होंने बिहार सरकार से यह आग्रह किया कि छात्रों की समस्याओं का समाधान शीघ्र किया जाए, ताकि ऐसे दर्दनाक घटनाओं से बचा जा सके।
छात्रों की समस्याओं का समाधान शीघ्र हो: मनोज भारती
Manoj Bharti ने छात्रों से मुलाकात करते हुए कहा कि छात्रों की मेहनत और लगन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि छात्रों की मांगों को लेकर सरकार को तत्काल कदम उठाने चाहिए, क्योंकि यह सिर्फ एक परीक्षा का मामला नहीं है, बल्कि छात्रों के भविष्य का सवाल है। उन्होंने कहा, “छात्र पूरी मेहनत से परीक्षा की तैयारी करते हैं, और यदि परीक्षा की प्रक्रिया ही दोषपूर्ण है, तो छात्र क्या कर सकते हैं? परीक्षा यदि निष्पक्ष तरीके से नहीं होती, तो इसका असर न सिर्फ छात्रों पर, बल्कि उनके परिवारों पर भी पड़ता है। छात्रों का यह संघर्ष सिर्फ उनका नहीं, बल्कि उनके परिवारों का भी है।”
Manoj Bharti ने यह भी कहा कि यदि सरकार ने समय रहते छात्रों के मुद्दों का समाधान नहीं किया, तो इससे और अधिक संकट उत्पन्न हो सकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसी घटनाएं न सिर्फ छात्रों को, बल्कि समाज को भी गंभीर नुकसान पहुंचा सकती हैं। उनके अनुसार, यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह जल्द से जल्द छात्रों की समस्याओं का समाधान निकाले और उनके भविष्य को सुरक्षित करे।
सोनू कुमार की आत्महत्या पर जताई चिंता
गर्दनीबाग में छात्रों से मुलाकात के बाद , Manoj Bharti ने हाल ही में बीपीएससी परीक्षा से संबंधित मुद्दों के कारण आत्महत्या करने वाले छात्र सोनू कुमार के मामले पर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने इसे आत्महत्या नहीं बल्कि सरकार की नाकामी के कारण हुई हत्या करार दिया। मनोज भारती ने कहा, “यह आत्महत्या नहीं है, यह सरकार की नाकामी के कारण हुई हत्या है। यदि सरकार ने सही समय पर सही कदम उठाया होता, तो यह घटना नहीं होती। यह एक शर्मनाक घटना है, और सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।”
Manoj Bharti ने यह भी कहा कि यदि सरकार अब भी नहीं जागी, तो भविष्य में ऐसे कई और हादसे हो सकते हैं, जिन्हें टाला जा सकता था। उन्होंने सरकार से यह मांग की कि छात्रों की सभी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए ताकि भविष्य में किसी और छात्र को ऐसे दर्दनाक हालात का सामना न करना पड़े।
22 दिसंबर को बीपीएससी सचिव को पत्र लिख कर की थी परीक्षा रद्द करने की मांग
सोनू कुमार की आत्महत्या के बाद, Manoj Bharti ने बीपीएससी परीक्षा से संबंधित मुद्दों का समर्थन किया था। 22 दिसंबर को उन्होंने बीपीएससी सचिव को पत्र लिखकर यह मांग की थी कि बीपीएससी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द किया जाए और दोबारा परीक्षा ली जाए। उनके अनुसार, यह परीक्षा निष्पक्ष तरीके से नहीं ली गई थी, और इससे छात्रों को बड़ा नुकसान हुआ था। मनोज भारती ने इसे छात्रों के अधिकारों का उल्लंघन करार दिया और बीपीएससी से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की उम्मीद जताई।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि बीपीएससी की परीक्षा प्रणाली में सुधार नहीं किया जाता है, तो आने वाले समय में छात्रों का भरोसा इस प्रणाली पर खत्म हो सकता है। उन्होंने सरकार से यह भी अपील की कि परीक्षा के समस्त पहलुओं की जांच की जाए और यदि आवश्यक हो तो पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए सुधार किए जाएं।
सरकार को शीघ्र समाधान निकालने की सलाह
Manoj Bharti ने सरकार से यह भी आग्रह किया कि यदि वह छात्रों की मांगों को जल्द पूरा नहीं करती, तो यह उनकी राजनीतिक जिम्मेदारी बनती है कि वे इस मुद्दे पर तुरंत कार्रवाई करें। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार को छात्रों की परेशानियों का समाधान शीघ्र निकालना चाहिए ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके और छात्रों को उनका हक मिल सके। हमें यह समझना होगा कि छात्र देश का भविष्य हैं और उनके साथ अगर न्याय नहीं होता, तो समाज में एक गलत संदेश जाता है।”
Manoj Bharti ने यह भी कहा कि सरकार की नाकामी के कारण छात्रों की उम्मीदें टूट रही हैं और ऐसे में सरकार को तत्काल उनके अधिकारों को बहाल करने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि उनका आंदोलन छात्रों के साथ जारी रहेगा और उनकी हर संभव मदद की जाएगी।
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