भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने कहा की तेज गेंदबाज Mohammed Shami को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के अंतिम दो मैचों में नहीं खेलेंगे।
शमी की रिकवरी और उपचार पर अपडेट
BCCI द्वारा जारी की गई इस विज्ञप्ति में कहा गया की उनका मेडिकल दल तेज गेंदबाज Mohammed Shami की रिकवरी पर नजदीकी से पूरी तरह नजर बनाये हुए हैं और वह अपनी एड़ी की समस्या से अब पूरी तरह से उबर चुके हैं। उन्होंने एक रणजी ट्रॉफी का मैच भी खेला जिसमे उन्होंने 43 ओवर किए और फिर उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के भी नौ मैच खेले हैं। जहां उन्होंने लगभग हर मैच में अपने कोटे की पूरी गेंदबाजी की हैं।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी और वनडे विश्व कप से बाहर
लेकिन इस दौरान उनके बाएं पैर के घुटने में सूजन होते हुए देखने को मिली और यह गेंदबाजी करने के साथ-साथ काफी बढ़ने लगी। इस कारण से उन्हें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बचे हुए मैचों के लिए चयन के योग्य नहीं समझा गया।

फिलहाल वह राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) की निगरानी में हैं और बड़े प्रारूपों के लिए उनको तैयार भी किया जा रहा है। साथ ही घुटने की समस्या के उपचार के बाद ही वह विजय हजारे ट्रॉफी में भाग ले पाएंगे। Mohammed Shami को 21 दिसंबर से चल रही विजय हजारे ट्रॉफी के पहले मैच के लिए बंगाल की टीम में शामिल नहीं किया गया।
शमी की प्रगति की निगरानी
बीसीसीआई ने अब यह कहा हैं की टूर्नामेंट में उनकी भागीदारी उनके घुटने की स्थिति पर बहुत ज्यादा निर्भर करेगी। Mohammed Shami बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया नहीं जा रहे हैं। BCCI की मेडिकल टीम ने फिट घोषित नहीं किया हैं और वह अपने बाएं घुटने में सूजन के कारण 2023 वनडे वर्ल्ड कप के बाद से ही टीम से बाहर चल रहे हैं।
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