मुख्यमंत्री Mohan Yadav आज उज्जैन में विभिन्न कार्यक्रमों में होंगे शामिल
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav आज उज्जैन में कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। मुख्यमंत्री के इस दौरे के दौरान एक प्रमुख कार्यक्रम के रूप में सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी परियोजना का भूमिपूजन किया जाएगा। इस परियोजना का उद्देश्य उज्जैन को पेयजल की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करना और क्षिप्रा नदी के जल प्रवाह को स्थिर बनाए रखना है। मुख्यमंत्री के साथ इस कार्यक्रम में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल भी उपस्थित रहेंगे।
सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी परियोजना का भूमिपूजन
मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav आज 614 करोड़ 53 लाख रुपये की लागत वाली सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी परियोजना का भूमिपूजन उज्जैन के कार्तिक मेला ग्राउंड पर करेंगे। इस परियोजना के तहत, क्षिप्रा नदी को निरंतर प्रवाहमान बनाए रखने और उज्जैन शहर को पेयजल आपूर्ति के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। यह परियोजना उज्जैन शहर के पानी की जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और क्षेत्र के जल संकट को दूर करने में मददगार साबित होगी।
सी. आर. पाटिल के साथ मुख्यमंत्री इस परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे और इस परियोजना के विकास के लिए स्थानीय जनता से समर्थन भी प्राप्त करेंगे। परियोजना का कार्य मई 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस परियोजना की सफलता से उज्जैन और आसपास के क्षेत्रों में जल संकट का समाधान हो सकता है, जिससे यहां की जीवनशैली में सुधार आएगा।
रत्नाखेड़ी गांव में कपिला गौशाला का निरीक्षण
भूमिपूजन के बाद, मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav रत्नाखेड़ी गांव जाएंगे, जहां वे कपिला गौशाला का निरीक्षण करेंगे। यह गौशाला स्थानीय किसानों और ग्रामीणों के लिए महत्वपूर्ण है, जो यहां के गायों की देखभाल करते हैं और इससे जुड़े लाभों का समुचित उपयोग करते हैं। गौशाला का निरीक्षण करके मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की भलाई के लिए कई योजनाओं की समीक्षा की और गौसंवर्धन के महत्व को उजागर किया।
विद्युत उपकेंद्र का उद्घाटन
मुख्यमंत्री इसके बाद बामोरा और रावनखेड़ी गांव में विद्युत उपकेंद्र का उद्घाटन करेंगे। इस उपकेंद्र के निर्माण से क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था बेहतर होगी, जिससे स्थानीय लोगों को अधिक सुगमता से बिजली मिल सकेगी। यह उपकेंद्र न केवल उज्जैन जिले, बल्कि आसपास के गांवों की भी बिजली जरूरतों को पूरा करने में सहायक होगा। मुख्यमंत्री इस परियोजना के उद्घाटन के दौरान ग्रामीणों को संबोधित करेंगे और उनके समक्ष राज्य सरकार की विकास योजनाओं को पेश करेंगे।
शिप्रा जी का पूजन
मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav के कार्यक्रम में एक और प्रमुख आयोजन होगा, जो कि दत्त अखाड़ा स्थित घाट पर शिप्रा जी का पूजन है। यह कार्यक्रम धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि शिप्रा नदी का धार्मिक महत्व उज्जैन शहर के लिए बहुत अधिक है। शिप्रा नदी के किनारे स्थित घाटों पर पूजा अर्चना करने से न केवल धार्मिक आस्थाओं को बल मिलता है, बल्कि यह क्षेत्र के सांस्कृतिक धरोहर को भी बढ़ावा देता है।
मुख्यमंत्री शिप्रा जी के पूजन के बाद इस क्षेत्र की धार्मिक और सांस्कृतिक एकता को प्रोत्साहित करने के लिए स्थानीय लोगों से बातचीत करेंगे और उन्हें विभिन्न विकास योजनाओं के बारे में जागरूक करेंगे।
मुख्यमंत्री का दौरा और अन्य कार्यक्रम
इसके बाद, मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav उज्जैन में अन्य दो महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शामिल होंगे। इन कार्यक्रमों में स्थानीय मुद्दों और योजनाओं पर चर्चा की जाएगी, जिससे राज्य सरकार की योजनाओं को और अधिक प्रभावी तरीके से लागू किया जा सके।
मुख्यमंत्री का यह दौरा उज्जैन के लिए ऐतिहासिक महत्व रखता है, क्योंकि यहां के विकास में यह कदम मील का पत्थर साबित हो सकते हैं। मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान राज्य सरकार के विभिन्न विकास कार्यों की नींव रखी जाएगी, जो उज्जैन की जनता के लिए लाभकारी साबित होंगी।
मुख्यमंत्री का इंदौर और रीवा दौरा
मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav का यह दिन उज्जैन तक सीमित नहीं रहेगा। वे उज्जैन के बाद इंदौर जाएंगे, जहां वे कुछ अन्य कार्यक्रमों में शामिल होंगे। इंदौर में अपने कार्यक्रमों को पूरा करने के बाद मुख्यमंत्री रीवा के लिए रवाना होंगे। रीवा पहुंचकर वे रात्रि विश्राम करेंगे।
Mohan Yadav का यह दौरा राज्य सरकार की विकासात्मक योजनाओं और कार्यक्रमों को राज्य के विभिन्न हिस्सों में लागू करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उनका यह दौरा स्थानीय विकास, ऊर्जा, जल और धार्मिक क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों को और अधिक सशक्त बनाएगा।
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