Pakistan ने तोड़ा सीजफायर, अब क्या होगा भारतीय सेना का अगला कदम?

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जम्मू में नियंत्रण रेखा पर फिर से बढ़ा तनाव: Pakistan फायरिंग और भारतीय सेना की कड़ी प्रतिक्रिया

Pakistan: जम्मू जिले के अखनूर सेक्टर में हाल ही में एक घातक आईईडी विस्फोट के कारण भारतीय सेना के दो जवान शहीद हो गए। यह घटना नियंत्रण रेखा पर Pakistan की संदिग्ध आतंकवादी गतिविधियों के बीच हुई, जिसने एक बार फिर भारतीय सेना और Pakistan के बीच तनाव को बढ़ा दिया है। भारतीय और Pakistan सेनाओं के बीच संघर्ष विराम समझौते को 25 फरवरी, 2021 को फिर से लागू किया गया था, जिससे नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन बहुत कम हो गया था। हालांकि, इस साल का पहला संघर्ष विराम उल्लंघन 5 दिनों में हुआ था, जिससे सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई है।

Pakistan ने बिना उकसावे के शुरू की फायरिंग

Pakistan के सैनिकों ने बिना किसी उकसावे के जम्मू के तर्कुडी क्षेत्र में भारतीय सेना की अग्रिम पोस्ट पर फायरिंग शुरू कर दी। भारतीय सेना ने इस फायरिंग का कड़ा जवाब दिया, और इसके परिणामस्वरूप Pakistan बलों को भारी नुकसान हुआ। अधिकारियों ने पुष्टि की कि इस संघर्ष के बाद पाकिस्तान को काफी नुकसान हुआ, और भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई ने पाकिस्तान को उसकी गलती का एहसास कराया। यह संघर्ष नियंत्रण रेखा पर शत्रुतापूर्ण गतिविधियों को लेकर एक स्पष्ट संकेत था कि पाकिस्तान की नापाक कोशिशों का भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।

लैंडमाइन पर कदम रखने से भारतीय सेना के अधिकारी घायल

इसी क्षेत्र में भारतीय सेना के एक जूनियर कमीशन अधिकारी (JCO) को इस शाम लैंडमाइन पर कदम रखते हुए मामूली चोटें आईं। घायल अधिकारी को तुरंत सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया। अधिकारियों ने बताया कि उनकी स्थिति स्थिर है और वह जल्द ही ठीक हो जाएंगे। यह घटना उस समय हुई जब भारतीय सैनिक सीमा पर सक्रिय थे और शत्रुतापूर्ण गतिविधियों को लेकर चौकस थे। यह घटना यह बताती है कि नियंत्रण रेखा पर लगातार खतरा बना हुआ है और सैनिकों को किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहना पड़ता है।

सीमा पार से शत्रुतापूर्ण गतिविधियों में बढ़ोतरी

हाल ही में नियंत्रण रेखा पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, खासकर पिछले सप्ताह से जब से सीमा पार से शत्रुतापूर्ण गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है। भारत के सुरक्षा बलों ने पिछले कुछ दिनों में Pakistan से आई विभिन्न खतरों का सामना किया है, जिसमें आतंकवादियों द्वारा भारतीय सीमा में घुसने की कोशिशें भी शामिल हैं। 8 फरवरी को राजौरी के केरी सेक्टर में भारतीय सेना की गश्ती पार्टी पर आतंकवादियों ने गोलीबारी की थी, जबकि 10 फरवरी को जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कौर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (GOC), लेफ्टिनेंट जनरल नबीन सचदेवा ने राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा का निरीक्षण किया और स्थिति का जायजा लिया।

भारतीय सेना का मजबूत ऑपरेशनल रुख

भारतीय सेना के उच्च अधिकारियों ने हाल ही में राजौरी सेक्टर के अग्रिम क्षेत्रों का दौरा किया और Pakistan की गतिविधियों पर ऑपरेशनल अपडेट प्राप्त किया। GOC व्हाइट नाइट कौर, GOC एस ऑफ स्पेड्स, और GOC क्रॉस्ड स्वोर्ड डिवीजन ने इस क्षेत्र का निरीक्षण किया और पाकिस्तान से होने वाली हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी। भारतीय सेना ने स्पष्ट किया कि वे किसी भी हालात में अपनी सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं करेंगे और पाकिस्तान की हर नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब देंगे।

Pakistan की लगातार शत्रुता और भारत का रक्षात्मक रुख

भारत और Pakistan के बीच संघर्ष विराम समझौते के बावजूद पाकिस्तान की तरफ से लगातार शत्रुता बढ़ रही है। Pakistan सेना की ओर से नियंत्रण रेखा पर लगातार फायरिंग और आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं, जिससे सीमा पर स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है। भारतीय सेना ने इन घटनाओं का सामना करते हुए अपने रक्षात्मक रुख को और मजबूत किया है। भारतीय सेना की तरफ से दी गई कड़ी प्रतिक्रिया यह दर्शाती है कि वे किसी भी सीमा उल्लंघन को सहन नहीं करेंगे और पाकिस्तान की हर गतिविधि का मुंहतोड़ जवाब देंगे।

भारतीय सेना की तत्परता और Pakistan की चुनौती

Pakistan के लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन और शत्रुतापूर्ण गतिविधियों के बावजूद भारतीय सेना अपनी पूरी ताकत और तत्परता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभा रही है। सेना के जवानों की वीरता और प्रतिबद्धता के कारण पाकिस्तान को कई बार करारा जवाब मिला है। भारतीय सेना के पास ऐसे कई उपाय हैं जिनसे वे किसी भी संघर्ष को प्रभावी ढंग से निपट सकते हैं, और नियंत्रण रेखा पर स्थिति को संतुलित रखने में सक्षम हैं।

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