PM Modi ने ‘ग्रामीण भारत महोत्सव’ में कहा: ‘PM किसान योजना से तीन लाख करोड़ रुपये की मदद दी’

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PM Modi ने ‘ग्रामीण भारत महोत्सव’ में दी विकास की दिशा, तीन लाख करोड़ रुपये किसानों को मदद का ऐलान

PM Modi ने 4 जनवरी 2025 को दिल्ली में आयोजित ‘ग्रामीण भारत महोत्सव’ के उद्घाटन में भारतीय ग्रामीण क्षेत्र की समृद्धि और विकास के लिए सरकार की नीतियों का विस्तार से उल्लेख किया। PM Modi ने इस अवसर पर कहा कि “ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए आवश्यक है कि नीतियां गांव के प्रत्येक वर्ग को ध्यान में रखते हुए बनाई जाएं।” इस महोत्सव का आयोजन 9 जनवरी तक चलेगा और इसकी थीम ‘विकसित भारत 2047 के लिए एक लचीले ग्रामीण भारत का निर्माण’ रखी गई है।

ग्रामीण विकास की दिशा में प्रधानमंत्री मोदी की योजनाएं

PM Modi ने अपने संबोधन में यह स्पष्ट किया कि पिछले दस वर्षों में उनकी सरकार ने ग्रामीण विकास के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा, “आज गांवों के लाखों घरों को स्वच्छ पानी मिल रहा है, लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं और अब डिजिटल तकनीक की मदद से गांवों के लोग भी बड़े अस्पतालों और डॉक्टरों से जुड़ पा रहे हैं।” PM Modi ने यह भी बताया कि उनके नेतृत्व में सरकार ने किसानों और गांवों के लोगों के लिए कई योजनाएं बनाई हैं, जिनका उद्देश्य उनका जीवन स्तर ऊंचा करना और आत्मनिर्भर बनाना है।

किसानों के लिए पीएम किसान योजना और अन्य सहायता

PM Modi ने किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा, “पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत हम किसानों को तीन लाख करोड़ रुपये की मदद प्रदान कर रहे हैं। पिछले 10 वर्षों में कृषि ऋण में साढ़े तीन गुना वृद्धि हुई है। अब पशुपालकों और मछली पालकों को भी किसान क्रेडिट कार्ड दिए जा रहे हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने स्वामित्व योजना जैसी योजनाएं शुरू की हैं, जिनसे ग्रामीणों को उनकी संपत्ति के दस्तावेज मिल रहे हैं।

इसके अतिरिक्त, PM Modi ने यह भी उल्लेख किया कि उनके कार्यकाल में किसानों को उनकी फसलों का सही मूल्य सुनिश्चित करने के लिए 2021 में एक नया मंत्रालय गठित किया गया था, जो किसानों के हितों की रक्षा करता है और उन्हें उचित मूल्य दिलाने के लिए काम करता है।

युवाओं को स्वरोजगार के लिए मदद और योजनाएं

PM Modi ने यह भी कहा कि “आज गांव के युवाओं को मुद्रा योजना, स्टार्टअप इंडिया और स्टैंड अप इंडिया जैसी योजनाओं के तहत वित्तीय सहायता दी जा रही है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपने खुद के व्यवसाय की शुरुआत कर सकें।” यह कदम ग्रामीण भारत में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है, क्योंकि यह गांव के युवाओं को अपने कौशल और क्षमता का उपयोग कर आर्थिक रूप से सशक्त बनने का अवसर प्रदान करता है।

ग्रामीण भारत महोत्सव का उद्देश्य

PM Modi ने इस महोत्सव के उद्देश्यों पर भी प्रकाश डाला। इस महोत्सव में ग्रामीण भारत की उद्यमशीलता की भावना और सांस्कृतिक विरासत को मनाने के साथ-साथ ग्रामीण बुनियादी ढांचे को बढ़ाने, आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था के निर्माण और नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में कार्यशालाएं और चर्चाएं आयोजित की जाएंगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य सरकार द्वारा संचालित टिकाऊ कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देना और उद्यमिता के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना है।

उन्होंने कहा, “इस महोत्सव के जरिए हम दिखाना चाहते हैं कि कैसे ग्रामीण भारत के लोग अपनी मेहनत और कड़ी कोशिशों से न केवल खुद को सशक्त बना रहे हैं, बल्कि वे देश की समृद्धि में भी योगदान दे रहे हैं।”

आगे की दिशा: ‘विकसित भारत 2047’ का सपना

PM Modi ने इस महोत्सव को ‘विकसित भारत 2047’ के सपने से जोड़ते हुए कहा, “हमारा लक्ष्य है कि 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र के रूप में देखा जाए, जहां हर क्षेत्र में समान विकास हो, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में।” उन्होंने यह भी बताया कि सरकार हर क्षेत्र की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विकास की दिशा में काम कर रही है, ताकि गांव के लोगों को हर सुविधा मिल सके और वे आत्मनिर्भर बन सकें।

ग्रामीण भारत महोत्सव की थीम और गतिविधियां

ग्रामीण भारत महोत्सव की थीम ‘विकसित भारत 2047 के लिए एक लचीले ग्रामीण भारत का निर्माण’ रखने का उद्देश्य यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक और सामाजिक बदलाव की प्रक्रिया को तेज किया जा सके। महोत्सव के दौरान आयोजित होने वाली चर्चाएं और कार्यशालाएं ग्रामीण बुनियादी ढांचे, कृषि और उद्यमिता के विकास के साथ-साथ टिकाऊ विकास और नवाचार को बढ़ावा देने पर केंद्रित होंगी।

इस महोत्सव में खासतौर पर ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि में सुधार के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर नबार्ड और अन्य सहयोगी संस्थाओं को इस महोत्सव के आयोजन के लिए बधाई दी और इसे ग्रामीण भारत के विकास की दिशा में एक अहम कदम बताया।

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