भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आम आदमी पार्टी (आप) को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने के मामले में घेरते हुए यह आरोप लगाया है कि वह दलित समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम रही है। BJP ने कहा कि एक ऐसी सरकार, जो बाबा साहेब अंबेडकर का सम्मान नहीं कर सकती, वह दलित समाज की भलाई के लिए कैसे काम कर सकती है।
बाबा साहेब की प्रतिमा पर हमले को लेकर BJP का आरोप
BJP ने अपनी दिल्ली प्रदेश इकाई के माध्यम से सोमवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें एक व्यक्ति अमृतसर में स्थित बाबा साहेब अंबेडकर की 30 फीट ऊंची प्रतिमा पर चढ़ा हुआ दिखाई दे रहा था। भाजपा ने यह वीडियो एक चौंकाने वाली घटना के रूप में पेश करते हुए दावा किया कि यह घटना उस पंजाब में घटित हुई है, जहां आम आदमी पार्टी सत्ता में है। पार्टी ने आरोप लगाया कि यह कृत्य अंबेडकर की विचारधारा के प्रति अर्पित होने का दावा करने वाली आप सरकार के लिए शर्मिंदगी का कारण है।
BJP का तीखा हमला: अंबेडकर का अपमान, केजरीवाल जिम्मेदार
BJP ने इस घटना को लेकर पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर हमला करते हुए लिखा, “जहां एक ओर पूरे देश में बाबा साहेब अंबेडकर को श्रद्धांजलि दी जा रही है और भारतीय संविधान को सम्मानपूर्वक याद किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर पंजाब में बाबा साहेब अंबेडकर की 30 फीट ऊंची प्रतिमा को हथौड़े से क्षतिग्रस्त करने की कोशिश की जा रही है।” भाजपा ने इस घटना के लिए पंजाब में सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि “जो सरकार बाबा साहेब अंबेडकर का सम्मान नहीं कर सकती, वह दलित समाज की भलाई कैसे कर सकती है?”
BJP द्वारा वीडियो शेयर करना: ‘शीश महल’ और केजरीवाल पर हमला
इससे पहले, भाजपा ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पुराने सरकारी आवास का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया था। भाजपा ने इस वीडियो को ‘महाठग अरविंद केजरीवाल की अय्याशी का शीश महल’ टाइटल दिया था। वीडियो में केजरीवाल के सरकारी आवास को एक आलीशान होटल जैसा दिखाया गया, जिसमें अत्याधुनिक सुख-सुविधाओं की झलक दिखाई गई। भाजपा ने इस वीडियो को यूट्यूब और ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किया था, जिससे यह संदेश दिया गया कि केजरीवाल की सरकार अपने मुख्यमंत्री के लिए इस तरह की विलासिता की जीवनशैली की अनुमति देती है, जबकि वह आम आदमी और खासकर दलित समाज की भलाई के लिए काम करने का दावा करती है।
राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप: एक नए मोर्चे पर संघर्ष
BJP और आम आदमी पार्टी के बीच राजनीतिक संघर्ष दिन-ब-दिन तेज होता जा रहा है। जहां एक ओर भाजपा आम आदमी पार्टी के नेताओं पर भ्रष्टाचार और सरकारी धन के दुरुपयोग के आरोप लगाती है, वहीं आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर सत्ता में रहने के दौरान विभिन्न आरोपों और घोटालों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है। बाबा साहेब अंबेडकर के सम्मान से जुड़ी यह ताजा विवाद भी इसी राजनीतिक संघर्ष का हिस्सा प्रतीत हो रहा है, जिसमें दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगाने और अपनी छवि को सही साबित करने में जुटे हुए हैं।
समाज में समरसता का मुद्दा
इस विवाद ने समाज के विभिन्न वर्गों को भी प्रभावित किया है। बाबा साहेब अंबेडकर का नाम दलित समाज के लिए सम्मान और अधिकार का प्रतीक है, और उनकी प्रतिमा पर हमले के बाद कई दलित संगठनों ने इसका विरोध किया है। भाजपा का कहना है कि आम आदमी पार्टी को बाबा साहेब अंबेडकर के विचारों का सम्मान करना चाहिए, न कि ऐसी घटनाओं के जरिए उनकी अवहेलना करनी चाहिए।
हालांकि, आम आदमी पार्टी ने इस आरोप पर अपनी प्रतिक्रिया दी है कि इस तरह की घटनाएँ किसी भी पार्टी के नियंत्रण से बाहर होती हैं, और उन्होंने इसे एक व्यक्तिगत कृत्य करार दिया। पार्टी का कहना है कि वह बाबा साहेब अंबेडकर की विचारधारा और उनकी महत्ता को पूरी तरह से मान्यता देती है, और इस प्रकार के कृत्यों का समर्थन नहीं करती।
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