कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बिहार में हो रहे मतदाता सूची पुनरीक्षण को अत्यंत चिंताजनक बताया है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर संसद में चर्चा की मांग की जा रही है, लेकिन सरकार कोई जवाब देने को तैयार नहीं है, इसलिए विपक्ष को मजबूरन दबाव बनाने के लिए अलग तरीके अपनाने पड़ रहे हैं।
संसद भवन परिसर में पत्रकारों से बातचीत में प्रियंका गांधी ने कहा कि विपक्ष का काम सवाल पूछना है और सरकार का काम जवाब देना, लेकिन मोदी सरकार जवाब देने से बच रही है। उन्होंने पूछा कि सरकार मतदाता सूची पुनरीक्षण जैसे गंभीर मुद्दे पर संसद में चर्चा कराने से क्यों भाग रही है।
प्रियंका गांधी ने कहा, “कौन सच्चा भारतीय है और कौन नहीं – यह तय करना किसी न्यायाधीश या न्यायपालिका का काम नहीं है। मैं ये बात पूरे सम्मान के साथ कह रही हूं। राहुल गांधी ने हमेशा सेना और जवानों का सम्मान किया है। लेकिन जब सरकार सवालों से भागती है, तो वह विपक्ष पर दबाव बनाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाती है।”
उन्होंने यह भी कहा कि यदि सरकार इतनी कमजोर है कि वह संसद नहीं चला सकती, तो यह लोकतंत्र के लिए बहुत ही चिंता की बात है। पूरा विपक्ष जब चर्चा की मांग कर रहा है, तो सरकार इससे क्यों बच रही है?
इस बीच कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने बताया कि इंडिया गठबंधन के नेताओं ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि “बिहार में जो मतदाता सूची में गड़बड़ी हो रही है, वह वोट चोरी की शुरुआत है, जो आगे चलकर पूरे देश में हो सकती है। अगर लोकसभा जैसे मंच पर चुने हुए प्रतिनिधि चुनाव प्रक्रिया पर चर्चा नहीं कर सकते, तो यह लोकतंत्र का सबसे बड़ा अपमान है।”
रमेश ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों में मतदाता सूची पुनरीक्षण पर विस्तृत चर्चा की मांग की है।