Jairam Ramesh ने पीएम मोदी से मणिपुर पर उठाई ये अहम मांग

Jairam Ramesh

Jairam Ramesh की प्रधानमंत्री मोदी से मणिपुर पर बड़ी मांग: गृह मंत्री से इस्तीफा देने की अपील

कांग्रेस नेता Jairam Ramesh ने मणिपुर में हालात के बिगड़ने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जिम्मेदार ठहराया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कई अहम मांगें कीं। यह मांगें मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद उठाई गई हैं, जो मणिपुर में बढ़ती हिंसा और अशांति के बीच आए थे। कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री मोदी से यह भी कहा कि मणिपुर की स्थिति का गहरा अवलोकन करने के लिए उन्हें राज्य का दौरा करना चाहिए।

1. मणिपुर की बिगड़ती स्थिति पर Jairam Ramesh की चिंता

मणिपुर में 20 महीने से जारी हिंसा और तनाव के कारण राज्य के नागरिकों में गहरी चिंता व्याप्त है। कांग्रेस नेता Jairam Ramesh ने प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह किया कि वह राज्य का दौरा करें और वहां की वास्तविक स्थिति को समझें। उनके अनुसार, मणिपुर में जो समस्याएं चल रही हैं, उनकी जिम्मेदारी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की है। Jairam Ramesh ने यह भी कहा कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को केवल एक कठपुतली के रूप में देखा गया और उनके द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।

2. कांग्रेस की मणिपुर विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी

कांग्रेस पार्टी 10 फरवरी को मणिपुर विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने की योजना बना रही थी। इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद कांग्रेस ने महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा। Jairam Ramesh ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री को यह एहसास हुआ कि उनके अपने विधायक उनका समर्थन नहीं कर रहे हैं, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दिया। रमेश का कहना था कि मणिपुर में यह राजनीतिक संकट लंबे समय से खड़ा था, और बीरेन सिंह ने इसे नजरअंदाज किया।

3. गृह मंत्री को इस्तीफा देने की मांग

कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि मणिपुर में गृह मंत्री अमित शाह की जिम्मेदारी अधिक थी, क्योंकि मणिपुर में असमाजिक घटनाएं और तनाव के पीछे उनका प्रशासन था। रमेश ने दावा किया कि गृह मंत्री ने अपने कर्तव्यों का सही तरीके से निर्वहन नहीं किया, जिसके कारण राज्य की स्थिति और बिगड़ी। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया कि वह अमित शाह से इस्तीफा ले, ताकि मणिपुर में शांति और स्थिरता बहाल की जा सके।

4. प्रधानमंत्री मोदी से मणिपुर का दौरा करने की अपील

Jairam Ramesh ने प्रधानमंत्री मोदी से यह अपील भी की कि वह मणिपुर का दौरा करें, ताकि वहां के नागरिकों को यह विश्वास हो सके कि सरकार उनके बारे में चिंतित है और उनकी समस्याओं का समाधान करेगी। Jairam Ramesh का कहना था कि मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद मणिपुर का दौरा करने में विफल रहे हैं, जो कि एक गंभीर बात है। उन्होंने यह भी बताया कि जबकि प्रधानमंत्री विदेश यात्राएं कर रहे हैं, मणिपुर की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।

5. मणिपुर की स्थिति: संकट और संघर्ष

मणिपुर में पिछले कुछ महीनों से जातीय हिंसा और सामाजिक अस्थिरता का माहौल रहा है। मणिपुर में Meitei समुदाय और Kuki समुदाय के बीच संघर्ष ने राज्य के अधिकांश हिस्सों में भय और हिंसा का माहौल पैदा कर दिया है। राज्य में हुई इस हिंसा ने नागरिकों के जीवन को प्रभावित किया है, और राज्य सरकार को इस पर काबू पाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस पार्टी का यह मानना है कि राज्य सरकार और केंद्रीय नेतृत्व ने इन समस्याओं से निपटने में लापरवाही बरती है।

6. राजनीतिक संकट और मुख्यमंत्री का इस्तीफा

मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के इस्तीफे ने मणिपुर में चल रहे राजनीतिक संकट को एक नया मोड़ दिया। मुख्यमंत्री ने यह कदम तब उठाया जब कांग्रेस ने विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी शुरू कर दी। बीरेन सिंह के इस्तीफे से मणिपुर में एक नया राजनीतिक विमर्श शुरू हो गया है, जिसमें कांग्रेस का कहना है कि यह सरकार के भीतर गहरे अंतरविरोध और असहमति को दर्शाता है। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के इस्तीफे को पार्टी की एक बड़ी जीत के रूप में देखा, क्योंकि इसने राज्य सरकार की नाकामी और उसके नेतृत्व पर सवाल उठाए।

7. कांग्रेस की आगामी रणनीति

कांग्रेस पार्टी अब मणिपुर में राजनीतिक संकट को अपने पक्ष में मोड़ने की तैयारी में है। Jairam Ramesh ने यह स्पष्ट किया कि कांग्रेस का उद्देश्य केवल मणिपुर में शांति स्थापित करना है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि केंद्रीय सरकार और राज्य सरकार मिलकर काम करें। कांग्रेस मणिपुर में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास करेगी और इसके लिए पार्टी ने अपने सभी विधायकों को एकजुट किया है।

8. कांग्रेस का मणिपुर में मुद्दों को उठाना

कांग्रेस नेता Jairam Ramesh ने यह भी कहा कि मणिपुर के नागरिकों को सरकार से कोई राहत नहीं मिल रही है, और उनकी समस्याओं को नज़रअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने यह आरोप लगाया कि मणिपुर में केंद्रीय नेतृत्व ने अपने कर्तव्यों का सही तरीके से निर्वहन नहीं किया और राज्य की जनता को शांति और सुरक्षा नहीं मिल सकी। कांग्रेस ने इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने का निर्णय लिया है और मणिपुर के लोगों के लिए न्याय की मांग की है।

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