Putin ने यूक्रेन के साथ वार्ता में जेलेंस्की को बताया मुख्य अड़चन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर Putin ने हाल ही में बयान दिया है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की की स्थिति और उनके नेतृत्व के कारण रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत में कोई प्रगति नहीं हो पा रही है। Putin ने रूस की सरकारी टेलीविजन पर बातचीत के दौरान कहा कि यदि यूक्रेन वार्ता की इच्छा रखता है, तो कानूनी रूप से ऐसा संभव है, लेकिन उनके अनुसार, यूक्रेन के नेतृत्व से कोई सकारात्मक संकेत नहीं मिल रहा है।
Putin का जेलेंस्की पर आरोप
Putin ने कहा कि वार्ता की राह को अवरुद्ध करने का मुख्य कारण राष्ट्रपति जेलेंस्की हैं। उनका कहना था कि जेलेंस्की ने अपनी सत्ता की अवधि के अलावा समय तक पद पर बने रहने की कोशिश की है, जिससे उनके पास महत्वपूर्ण दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है। पुतिन ने यह भी कहा कि यदि यूक्रेन को वार्ता करनी है, तो इसके लिए कानूनी रास्ता उपलब्ध है, और यह संसद (राडा) के अध्यक्ष द्वारा संभाला जा सकता है।
यूक्रेन में हाल की स्थिति
Putin का यह बयान उस वक्त आया है जब यूक्रेन पर रूस की हवाई हमलों में वृद्धि हो रही है। यूक्रेन ने बताया कि हालिया हमलों में आठ लोग घायल हुए हैं और कई इमारतों को नुकसान हुआ है। यूक्रेनी वायु सेना ने दावा किया कि उसने 65 रूसी ड्रोन को मार गिराया और अन्य 28 ड्रोन अपने लक्ष्यों तक पहुँचने से पहले ही नष्ट कर दिए। इस बीच, खार्किव क्षेत्र में भी कई घरों को ड्रोन के मलबे से नुकसान हुआ, जिसमें कुछ नागरिक घायल हो गए हैं।
रूस की संपत्ति की वापसी के प्रयास
रूस ने यूक्रेन के खिलाफ अपनी सैन्य कार्रवाइयों के दौरान एक और गंभीर आरोप लगाया है। रूस के अधिकारियों ने कहा कि यूक्रेन के आक्रमण के बाद कुर्स्क क्षेत्र में रक्षा के लिए आवंटित की गई 33 मिलियन डॉलर की धनराशि को भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा चुराया गया है, और अब रूस उन धनराशियों को वापस पाने के प्रयास कर रहा है।
Putin की हत्या की कोशिश का आरोप
रूस के राष्ट्रपति पर हाल ही में एक गंभीर आरोप भी लगा है। अमेरिकी पंडित और पत्रकार टकर कार्लसन ने अपने पॉडकास्ट में बाइडन प्रशासन पर आरोप लगाया कि उसने पुतिन की हत्या की कोशिश की थी। कार्लसन ने दावा किया कि पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन ने युद्ध को बढ़ावा दिया और पुतिन को मारने के प्रयास किए। हालांकि, इन आरोपों का कोई ठोस प्रमाण नहीं है और यह मुद्दा अभी विवादों में है।
Putin की आलोचना और पश्चिमी प्रतिक्रिया
Putin के नेतृत्व को पश्चिमी देशों में व्यापक आलोचना मिल रही है, और उनकी नीतियों के खिलाफ लगातार विरोध हो रहा है। इसके अलावा, यूक्रेन में उनकी सेना की लगातार हमलावर रणनीति ने कई देशों को चिंता में डाल दिया है। यूक्रेन में चल रही युद्ध की स्थिति और रूस के नेतृत्व की गतिविधियाँ लगातार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर चर्चा का विषय बनी हुई हैं।
Putin और पश्चिम के रिश्ते
Putin का कहना है कि रूस को पश्चिमी देशों से कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि उन्हें लगता है कि रूस के खिलाफ युद्ध को बढ़ावा देने में इन देशों का योगदान है। रूस के लिए यह स्थिति और भी कठिन हो गई है क्योंकि पश्चिमी देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं और यूक्रेन को सैन्य सहायता भी प्रदान की है। इसके बावजूद, पुतिन ने यह संकेत दिया है कि रूस अपनी स्थिति को मजबूत करेगा और किसी भी बाहरी दबाव का सामना करेगा।
वार्ता की संभावना
Putin ने अपने बयान में यह भी कहा कि अगर यूक्रेन वार्ता की इच्छा रखता है, तो इसके लिए कानूनी तरीके से प्रक्रिया पूरी की जा सकती है। हालांकि, उनका कहना था कि यूक्रेन में इस दिशा में कोई स्पष्ट इच्छा नहीं दिखती है, और इसीलिए वार्ता की प्रक्रिया रुकी हुई है। इस वक्त, दोनों देशों के बीच स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, और युद्ध के किसी भी समाधान की उम्मीद बहुत कम दिख रही है।
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