जयपुर: राजधानी के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सवाई मानसिंह (SMS) में कल देर रात हुए भीषण अग्निकांड में अब तक 7 मरीजों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में 4 पुरुष और 3 महिलाएं शामिल हैं। बताया जा रहा है कि आग लगने के बाद ICU और सेमी ICU में भर्ती मरीजों में कई की दम घुटने और झुलसने से मौत हुई। लगभग 18 मरीजों को अन्य वार्डों में शिफ्ट किया गया है, जिनमें 6 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
आग लगने की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा देर रात करीब ढाई बजे स्वयं अस्पताल पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने पीड़ितों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए और हादसे की जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित की। इस कमेटी की अध्यक्षता चिकित्सा आयुक्त इकबाल खान करेंगे, जबकि मुकेश कुमार मीणा, अजय माथुर, आर.के. जैन और मुख्य अग्निशमन अधिकारी समेत अन्य अधिकारी सदस्य होंगे।
परिजनों ने गंभीर आरोप लगाया है कि आग लगने के बाद अस्पताल का स्टाफ मौके से भाग गया, और उन्होंने खुद अपने स्तर पर मरीजों को बाहर निकाला। कई लोगों ने प्रशासन की लापरवाही को हादसे की बड़ी वजह बताया है। मृतकों के परिवारों का कहना है कि घटना के बाद पुलिस भेजकर दबाव बनाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए इस हादसे पर गहरा दुख जताया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की और निष्पक्ष जांच की मांग की।