हनुमान जी(Hanuman Ji) का काला रूप – एक रहस्यमयी कथा:
अक्सर हम मंदिरों में हनुमान जी(Hanuman Ji) को सिंदूरी या केसरिया रंग में देखते हैं, लेकिन कुछ मंदिरों में उनकी प्रतिमा काले रंग की भी होती है। क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों? इस रहस्य के पीछे एक रोचक कथा है। भगवान हनुमान(Lord Hanuman) ने सूर्य देव(Lord Surya) को अपना गुरु माना था और उनसे वेद, शास्त्र, अस्त्र-शस्त्र, योग, ध्यान और औषधियों का गहन ज्ञान प्राप्त किया था। जब समय आया गुरु दक्षिणा का, तब सूर्य देव ने एक अनोखी इच्छा प्रकट की — उन्होंने कहा, “मेरा पुत्र शनि(Shani) मेरी बात नहीं मानता। अगर तुम मेरी मदद करना चाहते हो, तो उसे मेरे पास लेकर आओ।” हनुमान जी(Hanuman Ji) सूर्य देव(Lord Surya) की बात मानकर शनि देव(Shani Dev) को मनाने गए। शनि देव(Shani Dev) क्रोधित हो गए और हनुमान जी(Hanuman Ji) पर अपनी दृष्टि डाल दी। हनुमान जी(Hanuman Ji) पर इसका कोई असर नहीं हुआ, पर उनका रंग काला हो गया। इसके बावजूद, हनुमान जी(Hanuman Ji) डटे रहे और शनि देव(Shani Dev) को मना ही लिया। इससे प्रभावित होकर शनि देव(Shani Dev) ने वरदान दिया कि शनिवार को जो भी भक्त हनुमान जी(Hanuman Ji) की पूजा करेगा, उस पर शनि(Shani) की कुदृष्टि नहीं पड़ेगी। इसी कारण हनुमान(Hanuman) मंदिरों में शनि देव(Shani Dev) की मूर्ति भी स्थापित की जाती है।

जयपुर(Jaipur) का काला हनुमान मंदिर(Kale Hanuman Temple):
जयपुर(Jaipur), जिसे गुलाबी नगरी(Pink City) के नाम से जाना जाता है, वहीं स्थित है एक चमत्कारी काले हनुमान जी का मंदिर(Kale Hanuman Temple)। यह मंदिर हवामहल(Hawa Mahal) के पास स्थित है और इसकी मूर्ति पूर्वमुखी है, यानी पूर्व दिशा की ओर देखती है।
खास बातें:
मंगलवार और शनिवार को यहां भारी संख्या में भक्त दर्शन के लिए आते हैं। यहां की एक खास मान्यता है — नज़र का डोरा। यह डोरा खासतौर पर बच्चों के लिए बनवाया जाता है ताकि वे बुरी नजर और रोगों से सुरक्षित रहें। इस मंदिर की ख्याति इतनी है कि लोग देश-विदेश से यहां दर्शन और डोरा बनवाने आते हैं।
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