Trump का शपथ ग्रहण समारोह: चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग और वैश्विक नेताओं को भेजा न्योता
डोनाल्ड Trump 20 जनवरी, 2025 को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं, और इस शपथ ग्रहण समारोह को उन्होंने एक ऐतिहासिक और वैश्विक इवेंट के रूप में प्रस्तुत करने की योजना बनाई है। यह संभवतः अमेरिकी इतिहास का पहला अवसर होगा, जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में विदेशी नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, Trump की टीम ने समारोह के लिए विश्वभर के नेताओं को निमंत्रण भेजना शुरू कर दिया है, जिसमें चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी शामिल हैं।
चीन के राष्ट्रपति को शपथ ग्रहण समारोह में न्योता
सूत्रों के अनुसार, Trump ने खुद व्यक्तिगत रूप से शी जिनपिंग को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए न्योता भेजा है। व्हाइट हाउस की नवनिर्वाचित प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि “यह सच है कि चीन के राष्ट्रपति को न्योता भेजा गया है। यह एक उदाहरण है कि Trump सभी देशों के नेताओं के साथ खुली बातचीत के समर्थक हैं।” हालांकि, चीन की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, और यह भी कहा जा रहा है कि शी जिनपिंग शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे।
वैश्विक तनाव के बीच Trump का कदम
यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक और कूटनीतिक तनाव बढ़ता जा रहा है। ट्रंप ने चीन पर टैरिफ लगाने की चेतावनी दी है और दोनों देशों के रिश्तों में काफी खटास आ चुकी है। फिर भी, Trump का यह कदम एक तरह से उनके ओपन डायलॉग और वैश्विक सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
शपथ ग्रहण को ग्लोबल इवेंट बनाने की योजना
Trump का शपथ ग्रहण समारोह 20 जनवरी को वाशिंगटन डीसी में होगा, और यह एक महत्वपूर्ण अवसर होगा, जिसमें दुनियाभर के नेताओं की उपस्थिति संभव है। Trump ने अपने शपथ ग्रहण समारोह को केवल एक राष्ट्रीय कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक वैश्विक इवेंट के रूप में प्रस्तुत करने का निर्णय लिया है। इस समारोह में वैश्विक नेता, कूटनीतिज्ञ, और अन्य प्रमुख व्यक्ति शामिल होंगे, जो Trump के राष्ट्रपति बनने के साथ उनके दृष्टिकोण को समझने के लिए उत्सुक हैं।
नौकरशाही और कूटनीतिक दृष्टिकोण
यह शपथ ग्रहण समारोह केवल एक उत्सव नहीं होगा, बल्कि यह Trump के प्रशासन के कूटनीतिक दृष्टिकोण का भी प्रतीक होगा। उनकी टीम का मानना है कि यह एक मौका है, जब दुनिया के सामने यह संदेश जा सके कि अमेरिका वैश्विक नेतृत्व में फिर से शामिल होने के लिए तैयार है। उन्होंने विदेशी नेताओं के साथ बेहतर संवाद और व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए इस शपथ ग्रहण समारोह को एक बड़ा मंच माना है।
Trump की वैश्विक रणनीति
Trump के शपथ ग्रहण समारोह का उद्देश्य सिर्फ अमेरिका की आंतरिक राजनीति को प्रदर्शित करना नहीं है, बल्कि यह वैश्विक मंच पर अमेरिका की स्थिति को मजबूत करने का एक प्रयास भी है। वह लगातार विदेशी नेताओं के साथ मिलकर अमेरिका की स्थिति को प्रबल करने और वैश्विक सुरक्षा, व्यापार और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर समन्वय बढ़ाने का संदेश देना चाहते हैं।
न्योता भेजे गए अन्य वैश्विक नेता
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के अलावा, ट्रंप ने कई अन्य देशों के नेताओं को भी शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया है, जिनमें यूरोपीय देशों के प्रमुख और अन्य शक्तिशाली राष्ट्रों के नेता शामिल हैं। इन निमंत्रणों का उद्देश्य एक ऐसा वातावरण तैयार करना है, जिसमें अमेरिका और बाकी दुनिया के देशों के बीच आपसी विश्वास और सहयोग की भावना को बढ़ावा मिल सके।
संभावित प्रतिक्रियाएं और चुनौतियां
हालांकि, Trump का यह कदम कुछ देशों के लिए चुनौतीपूर्ण भी हो सकता है, क्योंकि उनके प्रशासन की नीतियां कई बार विवादों में रही हैं। चीन जैसे देशों के लिए यह एक अवसर हो सकता है, जबकि कुछ अन्य देशों में ट्रंप के प्रति नकारात्मक भावनाएं हो सकती हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि शपथ ग्रहण समारोह के बाद अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में किस तरह के बदलाव आते हैं।
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