राजस्थान के उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने सोमवार को परिवहन भवन में व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग सिस्टम (VLTS) का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह तकनीक राज्य की परिवहन व्यवस्था को अधिक सुरक्षित और सुदृढ़ बनाएगी। इस सिस्टम के तहत सार्वजनिक सेवा वाहनों में GPS आधारित डिवाइस और पैनिक बटन लगाए जाएंगे, जिससे यात्रियों की रीयल टाइम निगरानी और आपातकालीन सहायता सुनिश्चित होगी2।
बैरवा ने बताया कि यह पहल केंद्र सरकार के सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा विशेष रूप से महिलाओं और संवेदनशील यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर शुरू की गई है। राज्य में लगभग 2.5 लाख वाहनों पर यह डिवाइस लगाए जाएंगे, जिनमें से 892 बसों में सिस्टम पहले ही सक्रिय किया जा चुका है।
इसके साथ ही उन्होंने ई-डिटेक्शन एप्लीकेशन और हाइपोथेकेशन रिमूवल मॉड्यूल का भी शुभारंभ किया। ई-डिटेक्शन सिस्टम के जरिए टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों की स्वचालित निगरानी होगी और दस्तावेजों की वैधता न होने पर ऑटोमेटिक चालान जारी किया जाएगा। यह प्रणाली पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी होगी।
हाइपोथेकेशन रिमूवल मॉड्यूल से वाहन मालिकों को घर बैठे ऋण चुकाने के बाद एनओसी प्राप्त करने और हाइपोथेकेशन हटाने की सुविधा मिलेगी।