पिण्डवाड़ा क्षेत्र के चार ग्राम पंचायतों के ग्रामीण डेढ़ महीने से आंदोलन पर अड़े, कहा—जल, जंगल और जमीन बचाने की जंग जारी रहेगी
सिरोही: पिण्डवाड़ा क्षेत्र के भारजा गांव में शुक्रवार को आयोजित ग्रामीण सेवा शिविर का ग्रामीणों ने पूरी तरह से बहिष्कार किया। सरकारी योजनाओं के लाभ लेने के बजाय ग्रामीण हाथों में तख्तियां लेकर शिविर स्थल के सामने एकत्र हुए और विरोध प्रदर्शन किय
ग्रामीणों का कहना है कि जयपुर स्थित मेसर्स कमलेश मेटा कास्ट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्रस्तावित करीब 800.99 हेक्टेयर क्षेत्रफल में चूना खनन परियोजना उनके गांवों के जल, जंगल, जमीन और पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा है। यही कारण है कि भारजा, भीमाना, वाटेरा और रोहिड़ा सहित चारों ग्राम पंचायतों ने इस परियोजना के खिलाफ लगातार डेढ़ महीने से आंदोलन शुरू कर रखा है।
ग्रामीणों ने साफ कहा कि जब तक सरकार इस परियोजना को वापस नहीं लेती, तब तक वे किसी भी सरकारी कार्यक्रम या सेवा शिविर में भाग नहीं लेंगे। स्थानीय लोग इसे अपनी अस्तित्व की लड़ाई बता रहे हैं।