संभल जिले में मंदिर-मस्जिद विवाद के बाद अब बिजली चोरी के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस बार विवाद के केंद्र में समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद Ziaur Rehman Burke हैं, जिन पर बिजली चोरी के गंभीर आरोप लगे हैं। संभल के बिजली अधिकारी ने यह दावा किया कि सांसद के घर का बिजली बिल असामान्य रूप से जीरो आ रहा था, जबकि उनके घर का आकार और बिजली खपत इसके अनुरूप नहीं थी। इसके बाद सांसद के घर के मीटर की जांच के लिए भेजे गए और अगर इसमें कोई छेड़छाड़ या गड़बड़ी पाई जाती है तो उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।
सांसद Ziaur Rehman Burke पर बिजली चोरी के आरोप
संभल के अधिशासी अभियंता नवीन गौतम ने सांसद Ziaur Rehman Burke के घर के बिजली कनेक्शन की जांच के दौरान यह पाया कि उनका बिल अप्रत्याशित रूप से जीरो था, जबकि उनके घर में भारी बिजली खपत के सामान लगे हुए थे। गौतम ने इस पर शक जताया और कहा, “हमें पहले से शक था कि सांसद का मकान काफी बड़ा है, लेकिन कंजप्शन के हिसाब से बिल में कोई वृद्धि नहीं हो रही थी, जो बिल्कुल असंभव था।”
गौतम ने आगे कहा कि यह संभावना है कि सांसद के घर के मीटर में किसी प्रकार की छेड़छाड़ की गई हो, यानी एक मीटर को बंद करके दूसरे को चालू किया जा सकता है। इसके चलते सांसद के घर में बिजली खपत का सही आंकड़ा सामने नहीं आ रहा था।
मीटर की जांच और संभावित कार्रवाई
Ziaur Rehman Burke: अधिशासी अभियंता नवीन गौतम ने स्पष्ट किया कि सांसद के घर के मीटर को जांच के लिए भेजा गया है और इसकी लैब रिपोर्ट आने के बाद यदि इसमें कोई टैंपरिंग (छेड़छाड़) पाई जाती है तो उनके खिलाफ विद्युत अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। गौतम ने कहा कि सांसद के घर में जिस तरह के सामान लगे हैं, उसके हिसाब से उनके बिजली बिल का कम से कम 3-4 हजार रुपये हर महीने आना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा था।
सांसद के पांच अलग-अलग कनेक्शन हैं और इन कनेक्शनों के मीटर भी बदलने की योजना बनाई गई है। इसके अलावा, इलाके में बिजली चोरी के बढ़ते मामलों को देखते हुए, अधिशासी अभियंता ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में बिजली चोरी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है।
संभल में बढ़ती बिजली चोरी और कार्रवाई
Ziaur Rehman Burke: संभल क्षेत्र में बिजली चोरी के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। अधिशासी अभियंता गौतम ने कहा कि सितंबर माह में जिला प्रशासन से बैठक के बाद ही स्थानीय पुलिस थाने की मदद से बिजली चोरी के मामलों में कार्रवाई शुरू की गई। इसके तहत अब तक करीब 1500 FIR दर्ज की जा चुकी हैं।
गौतम ने यह भी बताया कि संभल तहसील में बिजली के कुल 101 करोड़ रुपये के बिल का बकाया है, और 5 करोड़ रुपये का जुर्माना भी वसूला जाना है। उनके मुताबिक, यह इलाके में सबसे बड़े बिजली चोरी के मामलों में से एक है और इसे रोकने के लिए बिजली विभाग अब स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया को तेज कर रहा है।
स्मार्ट मीटर का उपयोग और जांच प्रक्रिया
Ziaur Rehman Burke: संभल में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया को लेकर अधिशासी अभियंता गौतम ने कहा कि यह मीटर दिन-प्रतिदिन की निगरानी की सुविधा प्रदान करेंगे और इससे बिजली की चोरी पर काबू पाया जा सकेगा। सांसद जिया उर्ररहमान के घर पर भी हाल ही में स्मार्ट मीटर लगाया गया है, और पुराने मीटर को सील करके जांच के लिए लैब में भेजा गया है।
गौतम ने यह भी बताया कि उन्होंने खुद सांसद के कनेक्शनों की जांच की है और उनके घर के पेट्रोल पंप का कनेक्शन बंद पाया। उन्होंने यह कहा कि सांसद के अन्य कनेक्शनों के मीटर भी बदले जाएंगे और इनकी जांच की जाएगी।
सांसद के खिलाफ संभावित कानूनी कार्रवाई
Ziaur Rehman Burke: अधिशासी अभियंता ने यह स्पष्ट किया कि अगर सांसद के घर के मीटर में कोई छेड़छाड़ या टैंपरिंग का मामला सामने आता है, तो इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। विद्युत अधिनियम के तहत बिजली चोरी के मामलों में सख्त सजा का प्रावधान है, और सांसद के खिलाफ भी मामले दर्ज किए जा सकते हैं।
इलाके में बिजली चोरी के खिलाफ सख्त कदम
Ziaur Rehman Burke: संभल में बिजली चोरी की समस्या को गंभीरता से लिया जा रहा है और बिजली विभाग द्वारा इलाके में लगातार चेकिंग की जा रही है। स्मार्ट मीटरों की स्थापना से विभाग को यह सुविधा मिलेगी कि वे बिजली खपत पर दिन-प्रतिदिन निगरानी रख सकें और बिजली चोरी की घटनाओं को आसानी से पकड़ सकें।
अधिशासी अभियंता गौतम ने बताया कि पहले के मुकाबले अब बिजली विभाग काफी अलर्ट है और चोरी के मामलों को लेकर सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की चेकिंग से बिजली चोरी में कमी आएगी और विभाग को नुकसान कम होगा।
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