Kejriwal ने भाजपा पर किया हमला, कहा- पंजाबियों का अपमान किया गया
आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक Kejriwal ने भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) द्वारा पंजाबियों को गणतंत्र दिवस पर देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि पार्टी ने पंजाबियों का अपमान किया है।
भाजपा का बयान हुआ विवादास्पद
आप के राष्ट्रीय संयोजक Kejriwal ने भाजपा नेता प्रवेश वर्मा के उस बयान पर तीखा पलटवार किया, जिसमें उन्होंने पंजाब की गाड़ियों में दिल्ली में घूम रहे लोगों को गणतंत्र दिवस के दौरान खतरे के रूप में पेश किया था। Kejriwal ने कहा कि इस बयान ने न सिर्फ पंजाबी समुदाय के लोगों का अपमान किया है, बल्कि यह उनके पूर्वजों की शहादत और बलिदान को भी नजरअंदाज करता है।
उन्होंने कहा, “भाजपा नेता प्रवेश वर्मा ने कहा कि पंजाब की गाड़ियां गणतंत्र दिवस पर खतरा हैं। क्या सारे पंजाबियों को आतंकवादी और देशद्रोही समझा गया है? दिल्ली में लाखों पंजाबी परिवार रहते हैं, जिनकी शहादत और संघर्ष को भाजपा भुला रही है।”
पंजाबियों की शहादत का अपमान
Kejriwal ने कहा कि दिल्ली में रहने वाले लाखों पंजाबी और उनके पूर्वजों ने देश की स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया और अनगिनत यातनाएं सही थीं। उन्होंने भाजपा से मांग की कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा को पंजाबियों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। Kejriwal ने सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को उठाया और कहा कि “दिल्ली को सवारा है तो वह पंजाबी समुदाय के योगदान की वजह से है। भाजपा को पंजाबियों से माफी मांगनी चाहिए।”
संजय सिंह ने भी किया कड़ा विरोध
आप के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी भाजपा के इस बयान का कड़ा विरोध किया। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता प्रवेश वर्मा का बयान न केवल असंवेदनशील है, बल्कि यह सिख समाज को आतंकवादी के रूप में प्रस्तुत करने की कोशिश करता है। संजय सिंह ने कहा, “भाजपा के नेता सिखों और पंजाबियों के शहीदों का अपमान कर रहे हैं। वे शहीद-ए-आजम भगत सिंह के वंशजों को आतंकवादी कह रहे हैं, जिन्होंने देश के लिए अपनी जान दी। यह बयान पूरी तरह से गलत और अपमानजनक है।”
भाजपा पर आरोप- देश के लिए खतरा नहीं, पंजाबियों को खतरा
संजय सिंह ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने अपने शासन में बांगलादेशी घुसपैठियों को बसाया है, लेकिन उन्हें इससे कोई खतरा नहीं है। वहीं, जब दिल्ली में पंजाब के नंबर प्लेट वाली गाड़ियां आ रही हैं, तो भाजपा उसे देश के लिए खतरा मान रही है। संजय सिंह ने इसे शर्मनाक और गलत बताया और कहा कि यह बयान सिखों और पंजाबियों की शहादत और देशभक्ति का अपमान है।
कांग्रेस और अन्य दलों की चुप्पी पर सवाल
इस बीच, विपक्षी दलों ने भी इस बयान पर भाजपा से जवाब मांगा। कई नेताओं ने इसे राजनीति के तौर पर देखा और कहा कि यह असहमति और नफरत फैलाने की कोशिश है। हालांकि, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इस पर ज्यादा बयानबाजी नहीं की। अब यह देखना होगा कि क्या भाजपा इस मामले में सार्वजनिक रूप से माफी मांगती है या इसे अपनी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा मानती है।
भाजपा की स्थिति पर सवाल
Kejriwal: इस पूरे विवाद में भाजपा की स्थिति पर सवाल उठते हैं। क्या भाजपा वास्तव में पंजाबियों को देश के लिए खतरे के रूप में देखती है? या यह एक राजनीतिक बयान था जिसका उद्देश्य केवल सिखों और पंजाबी समुदाय को निशाना बनाना था? हालांकि भाजपा की तरफ से इस मुद्दे पर अभी तक कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है, लेकिन पार्टी के नेताओं के बयानों ने इस मामले को और विवादित बना दिया है।
पंजाबियों का योगदान और दिल्ली में उनका प्रभाव
Kejriwal: दिल्ली में पंजाबियों का योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहा है। पंजाबी समुदाय ने दिल्ली की विकास यात्रा में अहम भूमिका निभाई है और उनकी शहादत और संघर्ष का सम्मान किया जाना चाहिए। यह समुदाय देश की एकता और अखंडता को मजबूत बनाने में हमेशा आगे रहा है। Kejriwal और उनके समर्थकों का कहना है कि भाजपा का बयान पंजाबियों के योगदान को नकारता है और उन्हें अपमानित करता है।
समाज में विभाजन के खतरे का संकेत
Kejriwal: इस पूरे विवाद ने समाज में विभाजन के खतरे को भी सामने लाया है। जहां एक ओर भाजपा के नेता पंजाबियों को निशाना बना रहे हैं, वहीं दूसरी ओर आप और अन्य विपक्षी दल इस मुद्दे को एकजुटता और सम्मान की बात के रूप में उठा रहे हैं। इस विवाद के बाद, यह साफ हो गया है कि अगले चुनावों में इस मुद्दे का प्रभाव पड़ सकता है, और पंजाबियों की स्थिति को लेकर राजनीतिक दलों के बीच टकराव हो सकता है।
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