राइजिंग राजस्थान समिट-2024 के दूसरे दिन की शुरुआत प्रवासी राजस्थानी कॉन्क्लेव (NRR) से हुई। इस कॉन्क्लेव में राजस्थान सरकार ने प्रवासी राजस्थानियों को प्रदेश में निवेश के अवसरों और विशेष सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह Rathore ने इस मौके पर राज्य सरकार की नीतियों को साझा करते हुए कहा कि राजस्थान ने अब निवेशकों के लिए लालफीताशाही को समाप्त कर दिया है और लाल कारपेट बिछाया है।
लालफीताशाही खत्म कर बिछाया लाल कारपेट: Rathore
कर्नल राज्यवर्धन सिंह Rathore ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा, “हमने निवेशकों के लिए प्रशासनिक अड़चनों को दूर किया है। राज्य में अब 21 नई नीतियां लागू की गई हैं, जो राज्य को निवेश के लिहाज से एक आकर्षक केंद्र बनाएंगी। हम प्रवासी राजस्थानियों को निवेश के लिए बुलाते हैं, क्योंकि आपके अनुभव और विश्वास से राजस्थान को वैश्विक स्तर पर और भी मजबूती मिलेगी।”
Rathore आगे कहा, “पिछली सरकारों के समय भारत को बस एक बाजार माना जाता था, लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने इस धारणा को बदल दिया है। अब हम तय करेंगे कि दुनिया की व्यापारिक इंडस्ट्री कैसे चलेगी। यह बदलाव राजस्थान के लिए भी एक अवसर लेकर आया है, और हम इसे पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
बच्चों ने ‘पधारो म्हारे देश’ गाकर किया स्वागत
NRR कॉन्क्लेव की शुरुआत में 108 बच्चों ने ‘पधारो म्हारे देश’ गाकर प्रवासी राजस्थानियों और डेलीगेट्स का स्वागत किया। इन बच्चों का चयन बाड़मेर और जैसलमेर के 34 गांवों से किया गया था। कार्यक्रम के लिए इन बच्चों ने महीनों तक कड़ी मेहनत की थी, और उनका यह प्रदर्शन बेहद सराहनीय था।
कार्यक्रम में राज्यपाल और केंद्रीय मंत्रियों की मौजूदगी
कार्यक्रम में राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव सहित कई प्रमुख हस्तियां मौजूद थीं। इस दौरान कर्नल राठौड़ ने एक बार फिर से राजस्थान के विकास की दिशा को उजागर किया और प्रवासी राजस्थानियों को राज्य की प्रगति में भागीदार बनने का आह्वान किया।
समिट के दौरान फाइनेंस और इंफ्रास्ट्रक्चर पर चर्चा
समिट के दूसरे दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय सड़क व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के सत्र भी आयोजित हुए। निर्मला सीतारमण ने ‘सस्टेनेबल फाइनेंस, पब्लिक एंड प्राइवेट इंवेस्टमेंट’ विषय पर विचार रखे। इस सत्र में प्रदेश की उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री दिया कुमारी भी मौजूद रहीं। उन्होंने राज्य के वित्तीय प्रबंधन और प्रगति पर प्रकाश डाला।
शाम को सस्टेनेबल इन्फ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट पर एक सत्र हुआ, जिसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपनी योजनाओं और दृष्टिकोण को साझा किया। इस सत्र में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी भी उपस्थित रहे।
पीएम मोदी का समिट उद्घाटन और राजस्थान की तारीफ
राइजिंग राजस्थान समिट-2024 का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। उन्होंने समिट के उद्घाटन में राजस्थान को एक नए आयाम पर ले जाने की बात की और राज्य की सरकार की नीतियों की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा, “राजस्थान न केवल विकसित हो रहा है, बल्कि यह अब एक विश्वसनीय, रिसेप्टिव और रिफॉर्मिव सरकार के रूप में स्थापित हो चुका है। राजस्थान के लोग चुनौतियों का सामना करते हुए सफलता की ओर बढ़ रहे हैं, और अब हमें मिलकर इसे और आगे बढ़ाना है।”
प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि राजस्थान के लोग अपने राज्य का नाम रोशन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उनका यह संदेश राज्य के विकास की ओर एक नया मार्ग प्रशस्त करने वाला था।
राज्य सरकार की नीतियों और निवेश आकर्षण
कर्नल Rathore ने आगे कहा कि राज्य सरकार की नीतियां, विशेषकर ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, निवेशकों को आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने कहा, “हमने न केवल पारदर्शिता बढ़ाई है, बल्कि निवेशकों के लिए उचित वातावरण भी प्रदान किया है, ताकि राज्य में उद्योग स्थापित हों और रोजगार सृजन हो सके।”
उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की योजनाओं के तहत राज्य में बड़े निवेश का रुझान देखा जा रहा है और आगामी वर्षों में राजस्थान एक प्रमुख उद्योग hub के रूप में स्थापित होगा।
समिट का लंबा प्रभाव: राज्यवर्धन सिंह Rathore का दृष्टिकोण
Rathore ने समिट के दौरान यह भी कहा कि यह समिट तीन दिन की हो सकती है, लेकिन इसका असर दीर्घकालिक रहेगा। उन्होंने कहा, “राइजिंग राजस्थान समिट के तीन दिन सिर्फ एक शुरुआत हैं, हम इसे निरंतर आगे बढ़ाएंगे। यह राज्य के विकास और समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
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