मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav ने महात्मा गांधी की 77वीं पुण्यतिथि पर कोबे (जापान) में श्रद्धांजलि अर्पित की
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav ने 77वीं पुण्यतिथि पर गुरुवार को जापान के कोबे स्थित इंडिया क्लब में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पाजंलि अर्पित की। यह आयोजन महात्मा गांधी के विचारों और उनके योगदान को याद करने के लिए किया गया था। डॉ. Mohan Yadav ने इस अवसर पर गांधी जी के जीवन के आदर्शों और उनके सिद्धांतों को भी याद किया।
डॉ. Mohan Yadav ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की प्रगति को रेखांकित किया
इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की उल्लेखनीय प्रगति को भी रेखांकित किया। उन्होंने भारत के विकास की दिशा में हो रहे सुधारों और योगदानों के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने की दिशा में राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
जापान में निवेश को लेकर गहरी रुचि व्यक्त की
मुख्यमंत्री ने जापान की सुदृढ़ औद्योगिक व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि जापान के उद्योगपतियों और निवेशकों ने मध्यप्रदेश में निवेश को लेकर गहरी रुचि दिखाई है। उन्होंने जापान से भारत और मध्यप्रदेश के लिए निवेश के अवसरों को बढ़ाने के बारे में बात की। यह संकेत करता है कि मध्यप्रदेश वैश्विक स्तर पर औद्योगिक और व्यापारिक दृष्टि से आकर्षण का केंद्र बन सकता है।
गांधी जी का जीवन दर्शन: सत्य, अहिंसा और प्रेम
डॉ. Mohan Yadav ने महात्मा गांधी के जीवन दर्शन पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गांधी जी का समूचा जीवन भारतीयों के लिए समर्पित था। बापू का जीवन सत्य, अहिंसा, प्रेम और सेवा पर आधारित था, और उन्होंने हमेशा सत्य को सर्वोपरि माना। डॉ. Mohan Yadav ने कहा कि महात्मा गांधी के विचार केवल भारत के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा स्रोत बने हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि गांधी जी ने अफ्रीका से लेकर भारत तक अपने जीवन में आदर्श स्थापित किया, जिसने भारतीयों का सम्मान बढ़ाया। उनका जीवन न केवल भारत के स्वतंत्रता संग्राम का मार्गदर्शन करने वाला था, बल्कि उन्होंने विश्वभर में अहिंसा के मार्ग पर चलने का संदेश दिया।
गांधी जी के संघर्ष और उनके अद्वितीय व्यक्तित्व को याद किया
मुख्यमंत्री ने गांधी जी के संघर्ष को याद करते हुए कहा कि उन्होंने अहिंसा के मार्ग पर चलकर अंग्रेजों से स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए जो संघर्ष किया, वह विश्व इतिहास में एक मिसाल के रूप में दर्ज है। डॉ. Mohan Yadav ने महात्मा गांधी के व्यक्तित्व के बारे में महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन के उद्धरण का उल्लेख करते हुए कहा कि आइंस्टीन ने गांधी जी के बारे में कहा था कि “दुनिया आश्चर्यचकित रह जाएगी कि एक दुबला-पतला व्यक्ति, जिसका विराट व्यक्तित्व और मनोबल हिमालय की चट्टान से भी ऊपर था।”
बापू का जीवन सदैव आदर्श बने रहेगा
डॉ. Mohan Yadav ने गांधी जी के जीवन को आदर्श के रूप में प्रस्तुत करते हुए कहा कि उनका जीवन हम सभी के लिए सदैव प्रेरणा का स्रोत रहेगा। उन्होंने सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि गांधी जी का जीवन आज भी हमारे समाज और देश को सही दिशा देने के लिए मार्गदर्शक है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धा से स्मरण करते हुए उनकी शिक्षा को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लिया। डॉ. Mohan Yadav ने यह भी कहा कि गांधी जी का योगदान न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए अनमोल है और उनकी पुण्यतिथि पर हम उनके विचारों को फैलाने का कार्य करेंगे।
भारत और जापान के संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में कदम
मुख्यमंत्री डॉ. Mohan Yadav का यह दौरा केवल गांधी जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने तक सीमित नहीं था, बल्कि इसने भारत और जापान के बीच औद्योगिक और व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया। डॉ. Mohan Yadav ने जापान के निवेशकों और उद्योगपतियों से मुलाकात की और उन्हें मध्यप्रदेश में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने जापान की सुदृढ़ औद्योगिक व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश राज्य में भी जापान की तरह औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं हैं।
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