CM भजनलाल शर्मा का बड़ा ऐलान: 2026 में होगी राइजिंग राजस्थान समिट, निवेश बढ़ाने की दिशा में अहम कदम
राजस्थान के CM भजनलाल शर्मा ने राज्य में निवेश को बढ़ावा देने और विकास की गति को तेज़ करने के लिए अगले साल यानी 2026 में फिर से राइजिंग राजस्थान समिट आयोजित करने का ऐलान किया है। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि 11 दिसंबर 2024 को, राजस्थान सरकार एमओयू की प्रगति का हिसाब जनता के सामने रखेगी, ताकि लोगों को राज्य के विकास में किए गए प्रयासों का सही जानकारी मिल सके। मुख्यमंत्री के इस बयान से स्पष्ट हो गया है कि राजस्थान की सरकार निवेश के लिए अनुकूल वातावरण बनाने की दिशा में गंभीर है और भविष्य में यहां बड़े पैमाने पर उद्योगों की स्थापना और रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएंगे।
CMभजनलाल शर्मा का यह बयान तब आया जब केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने कहा कि CM भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में राजस्थान विकास के नए आयामों को छू रहा है। केंद्रीय मंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत 2047 तक दुनिया की सबसे बड़ी और शक्तिशाली अर्थव्यवस्था बनेगा, और राजस्थान इस प्रक्रिया में एक अग्रणी राज्य होगा।
राइजिंग राजस्थान समिट: 2026 में होगी बड़ी वापसी
CM भजनलाल शर्मा ने बताया कि राइजिंग राजस्थान समिट के आयोजन से राज्य में निवेश की दिशा में एक नई लहर आएगी। इस समिट का उद्देश्य राज्य में उद्योगों को आकर्षित करना, राजस्थान को एक निवेश-उद्यमी के केंद्र के रूप में स्थापित करना और रोजगार सृजन को बढ़ावा देना है। इस आयोजन के माध्यम से, राजस्थान सरकार न केवल घरेलू बल्कि विदेशी निवेशकों को भी राज्य में निवेश करने के लिए प्रेरित करेगी। यह समिट उद्योगपतियों, निवेशकों, और विभिन्न संगठनों के लिए एक आदर्श मंच बनेगा, जहां वे राज्य के आर्थिक अवसरों और संभावनाओं को देख सकेंगे।
CM भजनलाल शर्मा ने इस समिट को राजस्थान के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा, “राजस्थान की भौगोलिक परिस्थितियाँ चाहे जैसी भी हों, हमारे लोग अपनी मेहनत से राज्य को विकास की नई ऊँचाइयों तक ले जाने में सक्षम हैं।” राइजिंग राजस्थान समिट 2026 का उद्देश्य न केवल राज्य के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करना है, बल्कि राज्य के उद्योगों और व्यापार को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करना है।
एमओयू की प्रगति का हिसाब: जनता के सामने आएगा रिपोर्ट कार्ड
CM भजनलाल शर्मा ने यह भी स्पष्ट किया कि 2024 में 11 दिसंबर को एमओयू की प्रगति का सार्वजनिक रूप से अवलोकन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह कदम राज्य की पारदर्शिता और जिम्मेदारी को दर्शाता है। CM ने यह सुनिश्चित किया कि राजस्थान सरकार की पहल और उद्योगों से किए गए समझौतों की वास्तविक स्थिति जनता के सामने प्रस्तुत की जाएगी, ताकि यह पता चल सके कि इन एमओयू से किस प्रकार के विकास और रोजगार के अवसर उत्पन्न हुए हैं।
यह कदम सरकार की जवाबदेही को बढ़ाएगा और जनता को बताएगा कि उनकी सरकार ने निवेश और विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कितनी मेहनत की है। मुख्यमंत्री के इस बयान से यह भी स्पष्ट हो गया कि राज्य सरकार द्वारा किए गए समझौतों और एमओयू का असर लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाने पर होगा।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की सराहना: राजस्थान की नई दिशा
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने CM भजनलाल शर्मा की तारीफ करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में राजस्थान ने विकास की नई ऊँचाइयाँ छूने का मार्ग प्रशस्त किया है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आने वाले दशकों में दुनिया की सबसे बड़ी और शक्तिशाली अर्थव्यवस्था बनेगा, और राजस्थान इस विकास यात्रा का अग्रणी राज्य होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को साझा करते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि राजस्थान अब केवल भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया में एक प्रमुख उद्यमी केंद्र के रूप में उभर रहा है। “राजस्थान की विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद यहां 11 फीसदी की विकास दर राज्य के लोगों की मेहनत और समर्पण को दर्शाती है,” प्रधान ने कहा। यह विकास दर साबित करती है कि राजस्थान के लोग कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ अपने राज्य को विकास के नए मुकाम पर ले जा रहे हैं।
राजस्थान का विकास: राज्य की मेहनत और समर्पण
राजस्थान की भौगोलिक परिस्थितियां हमेशा चुनौतीपूर्ण रही हैं, फिर भी यहां के लोग आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में निरंतर नई ऊँचाइयाँ छू रहे हैं। CM भजनलाल शर्मा ने इस विकास दर को राज्य की कार्य संस्कृति और मेहनत का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, “राजस्थान की 11 फीसदी विकास दर राज्य के लोगों के संकल्प और मेहनत को दर्शाती है, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी राज्य को उच्च विकास दर तक पहुँचाया है।”
राज्य में विकास दर को लेकर यह भी कहा गया कि राजस्थान का उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र धीरे-धीरे मजबूत हो रहा है, जिससे नौकरी के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। राजस्थान अब अपने आर्थिक विकास को नए आयाम देने के लिए पूरी तरह तैयार है। राज्य सरकार ने निवेश के लिए एक अनुकूल वातावरण बनाने का प्रयास किया है, और इसके परिणाम स्वरूप राज्य में नौकरियों और विकास के नए अवसर सामने आ रहे हैं।
राजस्थान में निवेश के बढ़ते अवसर
राजस्थान में निवेश के अवसर बढ़ने से राज्य का आर्थिक परिदृश्य बदलने की संभावना है। राज्य सरकार ने राइजिंग राजस्थान समिट के माध्यम से यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि राज्य में निवेशक आकर्षित हों। CM भजनलाल शर्मा ने कहा कि यह समिट निवेशकों को एक मंच प्रदान करेगा, जहां वे राज्य के उद्योगों और व्यापारिक अवसरों का अवलोकन कर सकते हैं।
इस समिट के साथ ही राज्य सरकार ने यह संकेत दिया है कि वह राजस्थान को एक प्रमुख निवेश स्थल के रूप में स्थापित करने के लिए सभी संभावित कदम उठाएगी।
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