शरद पवार ने PM Modi से मुलाकात, अनार किसानों का मुद्दा उठाया और वन नेशन, वन इलेक्शन पर चर्चा की
नई दिल्ली, 18 दिसंबर: एनसीपी (एसपी) के प्रमुख और राज्यसभा सांसद शरद पवार ने बुधवार (18 दिसंबर) को PM Modi से मुलाकात की। इस मुलाकात में पवार ने खासकर महाराष्ट्र के अनार किसानों का मुद्दा उठाया। पवार के साथ इस बैठक में सतारा के दो किसानों ने PM Modi को अनार भेंट किया। पवार ने बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि अनार किसानों की समस्या को लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री से विचार-विमर्श किया, जिससे उनके मुद्दों को सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किया गया। हालांकि, जब पवार से महाराष्ट्र की राजनीति पर बात की गई, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मुलाकात में इस विषय पर कोई चर्चा नहीं हुई।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद की मुलाकात
शरद पवार की यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब हालिया महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान राजनीतिक बयानबाजी में तल्खियां देखी गई थीं। महाविकास अघाड़ी (एमवीए) को इन चुनावों में करारी हार का सामना करना पड़ा था। पवार की पार्टी एनसीपी, उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के साथ मिलकर एमवीए में शामिल है। इस समय राजनीतिक माहौल में कई बातें अटकलों का कारण बनी हैं, लेकिन पवार ने राजनीति के बजाय सिर्फ कृषि और किसानों के मुद्दों पर ही चर्चा की।
वन नेशन, वन इलेक्शन बिल पर एनसीपी का स्टैंड
शरद पवार की PM Modi से मुलाकात के साथ ही, एनसीपी ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ बिल के खिलाफ अपना रुख भी स्पष्ट किया है। 17 दिसंबर को राज्यसभा में एनसीपी की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा था कि यह बिल फेडरलिज्म के खिलाफ है और इसे वापस लिया जाना चाहिए या फिर इसे जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (जेपीसी) को भेजा जाना चाहिए। इस बिल के बारे में एनसीपी का साफ कहना है कि इसे लागू करने से राज्यों की स्वतंत्रता पर प्रभाव पड़ेगा, और इससे केंद्र की सत्ता में और अधिक केंद्रीकरण हो जाएगा।
पवार और PM Modi के बीच सकारात्मक संवाद की संभावना
हालांकि शरद पवार की PM Modi से मुलाकात में सीधे तौर पर राजनीतिक बातचीत का जिक्र नहीं आया, फिर भी विपक्षी नेता होने के नाते यह मुलाकात महत्वपूर्ण मानी जा रही है। शरद पवार का लंबे समय से यह रुख रहा है कि केंद्र और राज्य के बीच बेहतर संवाद और सहयोग होना चाहिए। ऐसे में यह मुलाकात इस बात की ओर इशारा कर सकती है कि पवार और मोदी के बीच कुछ सकारात्मक संवाद होने की संभावना है, विशेषकर कृषि और अन्य समसामयिक मुद्दों पर।
कृषि और किसानों की चिंता
पवार ने अनार के किसानों का मुद्दा उठाया, जो महाराष्ट्र के प्रमुख कृषि उत्पादों में से एक है। राज्य में अनार की खेती से जुड़े किसानों को कई आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, और पवार का कहना है कि सरकार को इन किसानों के लिए उचित सहायता और समर्थन देना चाहिए। प्रधानमंत्री से इस मुद्दे पर चर्चा करना पवार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था, क्योंकि वे कृषि क्षेत्र से गहरे जुड़े हुए हैं और किसानों के हितों की रक्षा करना उनकी पार्टी के एजेंडे का हिस्सा है।
अगला कदम क्या होगा?
PM Modi से शरद पवार की मुलाकात के बाद, अब यह देखना होगा कि दोनों नेताओं के बीच कृषि और अन्य मुद्दों पर आगे क्या कार्रवाई की जाती है। हाल ही में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान PM Modi सरकार ने कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा की, जिनमें ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ बिल भी शामिल था। ऐसे में पवार का स्पष्ट विरोध यह दर्शाता है कि विपक्षी दलों में इस बिल को लेकर मतभेद बने हुए हैं।