उत्तर प्रदेश के महाकुंभ मेला क्षेत्र में अग्नि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आग बुझाने के अत्याधुनिक उपकरणों की व्यवस्था की जा रही है। इनमें से प्रमुख उपकरण हैं आर्टिकुलेटिंग वॉटर टावर (AWT), जो आग बुझाने के काम में क्रांतिकारी बदलाव ला सकते हैं। यह अत्याधुनिक अग्निशमन उपकरण मेला क्षेत्र में टेंट सिटी और बड़ी टेंट सेटअप के लिए विशेष रूप से तैनात किए गए हैं। AWT की खासियत यह है कि यह केवल आग बुझाने के लिए ही नहीं, बल्कि अग्निशमन कर्मियों की सुरक्षा और जीवन रक्षण में भी अहम भूमिका निभाता है।
AWT के प्रमुख फीचर्स और कार्यक्षमता
आर्टिकुलेटिंग वॉटर टावर (AWT) एक अत्याधुनिक अग्निशमन वाहन है, जिसे विशेष रूप से बहुमंजिलीय और ऊंचाई पर स्थित टेंट्स और इमारतों की आग बुझाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। AWT का मुख्य आकर्षण इसकी चार बूम और 35 मीटर की ऊंचाई है, जो इसे ऊंची जगहों तक पानी पहुंचाने में सक्षम बनाती है। इसके अलावा, 30 मीटर तक क्षैतिज दूरी तक पहुंच बनाने की क्षमता इसे किसी भी बड़े और ऊंचे ढांचे में आग बुझाने के लिए आदर्श बनाती है।
AWT से लैस अग्निशमन वाहन वीडियो और थर्मल इमेजिंग सिस्टम से भी युक्त हैं, जिससे इनकी उपयोगिता और बढ़ जाती है। थर्मल इमेजिंग कैमरे की मदद से अग्निशमन कर्मी अंधेरे और धुएं से भरी जगह में भी आग के स्रोत का पता लगा सकते हैं। यही नहीं, इस प्रणाली का उपयोग अग्नि दुर्घटनाओं के दौरान रेस्क्यू ऑपरेशंस को भी सुनिश्चित करता है।
AWT का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह अग्निशमन कर्मियों की सुरक्षा के लिए कवच का काम करता है। विशेष रूप से उन परिस्थितियों में जब आग की स्थिति अत्यधिक जोखिमपूर्ण हो, यह उपकरण अग्निशमन कर्मियों को बचाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में मददगार साबित होता है।
महाकुंभ के लिए AWT की तैनाती
उत्तर प्रदेश अग्निशमन और आपात सेवा विभाग ने महाकुंभ मेला क्षेत्र में अग्नि जनित घटनाओं की रोकथाम के लिए अत्याधुनिक AWT का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। प्रमोद शर्मा, मुख्य अग्निशमन अधिकारी, ने इस उपकरण की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि AWT का मुख्य उद्देश्य विशेष रूप से बहुमंजिलीय टेंट और ऊंचे स्थानों पर स्थित भवनों की आग बुझाने में मदद करना है। उन्होंने यह भी बताया कि एडब्ल्यूटी केवल आग बुझाने का काम नहीं करता, बल्कि इसकी विशेषता है कि यह अपने बूम के जरिए बहुत ऊंचाई तक पहुंचने में सक्षम होता है, जिससे अग्निशमन की कार्यक्षमता में वृद्धि होती है।
AWT के साथ अन्य सुरक्षा उपाय
महाकुंभ के आयोजन के दौरान आग दुर्घटनाओं से बचाव सुनिश्चित करने के लिए विभाग ने व्यापक इंतजाम किए हैं। डिप्टी डायरेक्टर अमन शर्मा के अनुसार, महाकुंभ को अग्नि दुर्घटना रहित क्षेत्र बनाने के लिए विभाग को 66.75 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है। इसके अलावा, विभागीय बजट 64.73 करोड़ है, जिससे कुल मिलाकर 131.48 करोड़ रुपए की लागत से आधुनिक अग्निशमन उपकरणों और वाहनों की तैनाती की जा रही है। इन उपकरणों में एडब्ल्यूटी के अलावा 351 से अधिक अग्निशमन वाहन, 2000 से अधिक प्रशिक्षित कर्मी, और 50 से अधिक अग्निशमन केंद्र शामिल हैं।
विशेष तैयारी और अग्निशमन केंद्र
महाकुंभ मेला क्षेत्र में 20 फायर पोस्ट स्थापित किए जा रहे हैं, जहां से अग्निशमन सेवाएं तत्काल उपलब्ध हो सकेंगी। इसके साथ ही प्रत्येक अखाड़ों के टेंट्स को भी फायर फाइटिंग इक्विपमेंट्स से लैस किया जा रहा है, ताकि किसी भी प्रकार की आग की स्थिति में तत्परता से प्रतिक्रिया दी जा सके।
AWT का योगदान
AWT का इस्तेमाल न केवल मेला क्षेत्र के सुरक्षा तंत्र को मजबूत करेगा, बल्कि यह आग के साथ-साथ अन्य आपात स्थितियों में भी मददगार साबित होगा। उच्च गुणवत्ता वाले उपकरण और तकनीकी दृष्टिकोण से लैस AWT को मेला क्षेत्र में तैनात किया जा रहा है ताकि किसी भी प्रकार की आग से होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके और दमकलकर्मियों का जीवन बचाया जा सके।
इसके अलावा, AWT का एक और प्रमुख लाभ यह है कि यह स्वचालित सिस्टम के जरिए उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में पहुंच सकता है, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन तेज और प्रभावी होते हैं।
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