राष्ट्रपति मुर्मु ने Ayushman Bharat योजना और कैंसर देखभाल पर जोर दिया

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राष्ट्रपति मुर्मु ने Ayushman Bharat योजना पर बल दिया, कैंसर देखभाल में सुधार की आवश्यकता जताई

Ayushman Bharat: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने हाल ही में बेलगावी में एक अत्याधुनिक कैंसर अस्पताल के उद्घाटन अवसर पर अपने संबोधन में केन्द्र सरकार की स्वास्थ्य देखभाल पहुंच और सामर्थ्य में सुधार के लिए उठाए गए ठोस कदमों की सराहना की। विशेष रूप से, उन्होंने Ayushman Bharat जन आरोग्य योजना की भूमिका पर जोर दिया, जो लाखों भारतीयों के लिए स्वास्थ्य देखभाल को सुलभ और सस्ता बना रही है।

Ayushman Bharat योजना का प्रभाव

राष्ट्रपति मुर्मु ने Ayushman Bharat योजना के प्रभाव पर बात करते हुए कहा कि इस योजना ने खास तौर पर कम आय वाले वर्ग के लोगों के लिए कैंसर के इलाज की सुलभता को बढ़ाया है। उन्होंने यह भी बताया कि इस योजना के तहत कैंसर के निदान और उपचार की प्रक्रिया में समय की महत्वपूर्ण कमी आई है, जिससे समय पर हस्तक्षेप और बेहतर परिणाम सुनिश्चित हो सके। उन्होंने उदाहरण के तौर पर कहा कि अब कैंसर के इलाज की शुरुआत में समय की कमी को कम करने के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हो गए हैं।

वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष कवरेज

राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि Ayushman Bharat योजना में 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को शामिल किया गया है, जो खासतौर पर बुजुर्गों को कैंसर देखभाल और किफायती स्वास्थ्य सेवा प्राप्त करने में मददगार साबित हो रहा है। इससे स्वास्थ्य देखभाल को लेकर बुजुर्गों के बीच विश्वास और समर्पण बढ़ा है, जो भविष्य में उनकी भलाई के लिए अहम कदम है।

नवीनतम कैंसर अस्पताल का उद्घाटन

नवीनतम कैंसर अस्पताल के उद्घाटन के अवसर पर राष्ट्रपति ने अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता पर भी बल दिया। इस अस्पताल में उन्नत तकनीक से सुसज्जित उपचार सुविधाएं हैं जो कैंसर के त्वरित और सटीक उपचार की प्रक्रिया को सुनिश्चित करती हैं। इसके साथ ही, यह अस्पताल पीड़ितों के लिए आशा की किरण प्रदान करेगा। राष्ट्रपति ने स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों से अपील की कि वे केवल इलाज ही न करें, बल्कि रोगियों और उनके परिवारों को उम्मीद और भरोसा दें, ताकि उनका मनोबल भी बना रहे।

वैश्विक कैंसर चुनौती

राष्ट्रपति मुर्मु ने कैंसर को एक वैश्विक चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए 2022 में अनुमानित दो करोड़ नए कैंसर के मामलों और 97 लाख कैंसर से संबंधित मौतों का हवाला दिया। उन्होंने बताया कि भारत में 2025 तक कैंसर की घटनाओं में 13 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है, जो कि विशेष कैंसर देखभाल सुविधाओं और सेवाओं के विस्तार की आवश्यकता को और अधिक महत्वपूर्ण बना देती है। इस चुनौती से निपटने के लिए हमें कैंसर के इलाज की सेवाओं का विस्तार करना होगा, ताकि अधिक से अधिक लोगों को समय पर इलाज मिल सके और उनकी जिंदगी बचाई जा सके।

समाज की सामूहिक जिम्मेदारी

कैंसर की रोकथाम, समय पर पहचान और समय पर उपचार के लिए राष्ट्रपति मुर्मु ने समाज में जागरूकता बढ़ाने का आह्वान किया। उनका मानना था कि कैंसर से लड़ने में समाज की सामूहिक जिम्मेदारी अहम भूमिका निभाती है। समाज के सभी वर्गों को कैंसर के प्रति जागरूक करना और इसके इलाज के महत्व को समझाना आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम कैंसर से जुड़े मिथकों और भ्रांतियों को दूर करें और लोगों को सही जानकारी दें।

लैंगिक असमानताओं को दूर करना

राष्ट्रपति ने स्वास्थ्य देखभाल में लैंगिक असमानताओं को दूर करने के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि महिलाओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना बेहद आवश्यक है, खासकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों में। उन्होंने परिवारों से आग्रह किया कि वे महिलाओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखें और उनके लिए समय पर निदान और उपचार सुनिश्चित करें। यह कदम महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति समाज की मानसिकता को बदलने के लिए आवश्यक है, ताकि उन्हें समान उपचार और देखभाल प्राप्त हो सके।

Ayushman Bharat योजना का भविष्य

Ayushman Bharat योजना ने स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में कई सुधार लाए हैं, लेकिन इसके आगे और भी कार्य करने की आवश्यकता है। राष्ट्रपति ने इस योजना के जरिए स्वास्थ्य सेवा को हर भारतीय तक पहुंचाने की महत्वाकांक्षा को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि Ayushman Bharat योजना के जरिए देश भर में स्वास्थ्य देखभाल को सस्ता और सुलभ बनाना सरकार का मुख्य उद्देश्य है। साथ ही, यह सुनिश्चित करना कि कोई भी व्यक्ति स्वास्थ्य देखभाल से वंचित न रहे, यह भी इस योजना का एक अहम हिस्सा है।

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