“फिल्म ‘Azad’ में डायना पेंटी ने किरदार के लिए की गहरी तैयारी”
बॉलीवुड अभिनेत्री डायना पेंटी अपनी आने वाली फिल्म ‘Azad’ को लेकर चर्चा में हैं, जिसमें वह एक ऐतिहासिक और पारंपरिक किरदार निभा रही हैं। यह फिल्म भारत के स्वतंत्रता संग्राम से पहले के समय पर आधारित है, और डायना का किरदार एक छोटे गाँव की पारंपरिक महिला का है, जो जड़ों और संस्कृति से जुड़ी हुई है। फिल्म में उन्होंने जो भूमिका निभाई है, वह उनके लिए एक नई चुनौती थी, और उन्होंने इस किरदार को पूरी तैयारी के साथ निभाने की कोशिश की है।
Azad: एक ऐतिहासिक और पारंपरिक किरदार
फिल्म ‘Azad’ में डायना पेंटी ने भारत के स्वतंत्रता से पहले के समय में रहने वाली एक छोटे से गाँव की एक पारंपरिक, जड़-मूल वाली महिला का किरदार निभाया है। यह किरदार उनके अब तक के निभाए गए किरदारों से काफी अलग है, क्योंकि डायना ने अब तक ज्यादातर मॉडर्न और अर्बन भूमिकाएँ की हैं। इस फिल्म में उनका किरदार भारतीय ग्रामीण जीवन और उसकी सामाजिक व्यवस्था को दर्शाता है, जो उनके लिए बिल्कुल नया अनुभव था।
किरदार के लिए की गहरी तैयारी
Azad: जब डायना से उनके किरदार के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि यह एक ऐसा किरदार है, जिसे उन्होंने पहले कभी नहीं निभाया। उन्हें हमेशा मॉडर्न और शहरी किरदारों के लिए चुना जाता था, लेकिन इस बार उन्हें एक स्वतंत्रता-पूर्व दौर की पारंपरिक लड़की का किरदार निभाने का अवसर मिला, जो एक पूरी नई दुनिया थी। उन्होंने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए किरदार में पूरी तरह से डूबने के लिए गहरी तैयारी की।
डायना ने फिल्म के निर्देशक अभिषेक कपूर के साथ कई टेबल रीडिंग सत्र किए, जिसमें उन्होंने अपने किरदार के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। डायना ने यह भी कहा कि अभिषेक ने उन्हें अपनी दृष्टि और इस किरदार को कैसे जीवंत किया जा सकता है, इस बारे में विस्तार से बताया। “हमने इस संपूर्ण किरदार को बनाने के लिए अपने विचारों का आदान-प्रदान किया और मुझे उम्मीद है कि मैंने इस किरदार के साथ पूरी तरह से न्याय किया है,” डायना ने कहा।
ड्रामा और करैक्टर बिल्डिंग वर्कशॉप्स
Azad: अपने किरदार को सही तरह से निभाने के लिए डायना ने ड्रामा कोच के साथ कुछ विशेष वर्कशॉप्स कीं। इन वर्कशॉप्स ने उन्हें अपने किरदार के भीतर घुसने और समझने में मदद की कि वह वास्तव में कौन थी। “यह बहुत महत्वपूर्ण था कि मैं उस समय के समाज को समझूँ और इस किरदार को पूरी निष्ठा के साथ निभाऊँ। ड्रामा कोच के साथ वर्कशॉप्स ने मुझे इस प्रक्रिया में बहुत मदद की,” डायना ने कहा।
इसके अलावा, फिल्म का सेट मध्य भारत में था, जहाँ के वातावरण और बोली-चाली में भी खास अंतर था। इसलिए डायना ने डायलेक्ट कोच के साथ भी कुछ सत्र किए, ताकि उनके लहजे (एक्सेंट) में पूरी प्रामाणिकता हो सके। उनका यह प्रयास दर्शकों को उनके किरदार के साथ जुड़ने में मदद करेगा और फिल्म के समग्र प्रभाव को मजबूत करेगा।
अभिषेक कपूर का विश्वास और डायना की चयन प्रक्रिया
फिल्म के निर्देशक अभिषेक कपूर ने डायना को उनके किरदार के लिए क्यों चुना, इस पर बात करते हुए कहा, “मैंने डायना का काम पहले भी देखा था। हालांकि, मैंने उन्हें कभी उस अवतार में नहीं देखा था, जिसे मुझे इस किरदार के लिए चाहिए था। उनका व्यक्तित्व काफी वेस्टर्न था, और मैं एक बहुत ही भारतीय, प्रामाणिक और सुंदर महिला की तलाश में था।”
अभिषेक ने डायना के साथ कई लुक टेस्ट और डायलेक्ट रीडिंग्स कीं, क्योंकि उन्हें यकीन नहीं था कि क्या डायना इस किरदार के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। हालांकि, इन सभी टेस्ट्स के बाद उन्होंने महसूस किया कि डायना ने पूरी तरह से इस भूमिका को समझा और इसमें निष्ठा और ईमानदारी से काम किया।
फिल्म ‘Azad’ से नए चेहरे
फिल्म ‘Azad’ से कई नए चेहरे भी बॉलीवुड में कदम रख रहे हैं। अभिनेत्री रवीना टंडन की बेटी राशा थडानी और अभिनेता अजय देवगन के भांजे अमन देवगन अपने सिने करियर की शुरुआत कर रहे हैं। फिल्म में इन नए सितारों के अभिनय को लेकर भी काफी उम्मीदें हैं। डायना के साथ इन नए चेहरों के अभिनय की भी दर्शकों को खूब सराहना मिलने की संभावना है।
फिल्म की रिलीज डेट और दर्शकों की उम्मीदें
फिल्म ‘Azad’ 17 जनवरी को रिलीज होने जा रही है, और इससे दर्शकों को कई महत्वपूर्ण सवालों के जवाब मिल सकते हैं। यह फिल्म भारतीय इतिहास के एक अहम दौर को पर्दे पर लाने वाली है और डायना पेंटी की भूमिका में दर्शक एक नई छवि देख सकते हैं। निर्देशक अभिषेक कपूर की यह फिल्म भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से पहले के सामाजिक बदलावों को दर्शाते हुए दर्शकों को एक नई परिप्रेक्ष्य से जोड़ेगी।
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