जोधपुर के सावित्रीबाई हर्बल पार्क में आयोजित पर्यावरण एवं जल संरक्षण संगोष्ठी और वृक्षारोपण कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने भाग लिया। उन्होंने “एक Tree मां के नाम” अभियान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संवेदनशील और दूरदर्शी पहल बताते हुए इसे प्रकृति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का सशक्त माध्यम कहा।
🌱 पर्यावरण संरक्षण: हर नागरिक का नैतिक कर्तव्य देवनानी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण केवल सरकार या संस्थाओं की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक का नैतिक दायित्व है। उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक Tree लगाने, उनकी देखभाल करने और आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ व संतुलित पर्यावरण देने का आह्वान किया।
📖 भारतीय संस्कृति में प्रकृति का सम्मान उन्होंने वेदों का उद्धरण देते हुए कहा – “माता भूमिः पुत्रोऽहम पृथिव्याः, पर्जन्यः पिता स उ नः पिपर्तु” यह भावना दर्शाती है कि भारतीय संस्कृति में पृथ्वी को मां और Tree को देवतुल्य सम्मान दिया जाता है।
🔬 वैज्ञानिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से संरक्षण देवनानी ने कहा कि आज की पीढ़ी को पर्यावरण संरक्षण का महत्व वैज्ञानिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से समझाना जरूरी है। उन्होंने केवल पौधारोपण नहीं, बल्कि संरक्षण, सिंचाई और पालन-पोषण पर भी बल दिया।
🌍 प्रकृति और भावी पीढ़ी दोनों की सुरक्षा उन्होंने सभी से अपील की कि वे पर्यावरण-संवेदनशील आदतें अपनाएं और “एक Tree मां के नाम” जैसे अभियानों को जनांदोलन का रूप दें।
इस अवसर पर अनेक जनप्रतिनिधि, पर्यावरणविद, सामाजिक कार्यकर्ता और छात्र उपस्थित रहे। कार्यक्रम में वृक्षारोपण के साथ-साथ पर्यावरणीय जागरूकता का संदेश भी दिया गया।