Champions Trophy में सूर्यकुमार यादव की कमी क्यों खलेगी? टीम इंडिया ने खो दिया ‘X-फैक्टर’
भारत के Champions Trophy 2025 के लिए घोषित टीम में एक बड़ा नाम गायब है और वह है सूर्यकुमार यादव का। यह टूर्नामेंट 19 फरवरी से शुरू हो रहा है, और भारतीय टीम की कमान रोहित शर्मा के हाथों में होगी, जबकि शुभमन गिल को उपकप्तान बनाया गया है।
लेकिन भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सूर्यकुमार यादव को टीम में शामिल नहीं किया गया है, जो पिछले कुछ सालों में अपनी बेमिसाल बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। Champions Trophy में सूर्यकुमार की अनुपस्थिति पर पूर्व भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना ने अपनी राय दी है, और उन्होंने इसे भारत के लिए एक बड़ा नुकसान बताया है।
सुरेश रैना का बयान: सूर्यकुमार यादव की ‘X-फैक्टर’ भूमिका
पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा, “सूर्यकुमार यादव का इस टीम में नहीं होना एक बड़ा झटका है। वह विश्व कप टीम का अभिन्न हिस्सा थे और खेल के किसी भी चरण में रन बनाने की क्षमता रखते थे। वह ऐसे खिलाड़ी हैं जो मैदान के किसी भी हिस्से में शॉट मार सकते हैं और प्रतिद्वंद्वी टीम पर दबाव बना सकते हैं।
अगर वह इस टीम का हिस्सा होते तो वह एक ‘X-फैक्टर’ साबित होते। उनकी कमी टीम को खलेगी, खासकर जब जिम्मेदारी चोटी के तीन बल्लेबाजों पर होगी, जो अभी फॉर्म में नहीं हैं।” रैना ने यह भी बताया कि सूर्यकुमार यादव के पास ऐसी विशेषताएँ हैं जो उन्हें किसी भी स्थिति में टीम के लिए प्रभावी बनाती हैं, और उनका यह गुण Champions Trophy में भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकता था।
सूर्यकुमार यादव: एक शानदार मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज
सूर्यकुमार यादव को मिडिल ऑर्डर में भारत के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में गिना जाता है। उनकी बैटिंग शैली और शॉट सेलेक्शन उनके खेल को अद्वितीय बनाते हैं। वह किसी भी गेंदबाज को खेलने में सक्षम हैं और किसी भी स्थिति में टीम के लिए रन बना सकते हैं। जब टीम संकट में होती है, तो सूर्यकुमार का शांत और सटीक खेल उसे उबार सकता है।
उनका चौको और छक्कों के साथ आक्रामक खेल भी भारतीय क्रिकेट की ताकत है। इसके बावजूद, उनकी अनुपस्थिति भारत के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है।
Champions Trophy में भारत के लिए प्रमुख चिंताएँ
सूर्यकुमार यादव की टीम में अनुपस्थिति के अलावा, Champions Trophy के लिए भारतीय टीम का चयन कुछ अन्य सवाल उठाता है। भारत के कुछ प्रमुख खिलाड़ी इस समय फॉर्म में नहीं हैं, और उन पर टीम की पूरी जिम्मेदारी होगी। इन खिलाड़ियों में रोहित शर्मा, विराट कोहली और शुबमन गिल शामिल हैं, जो इस समय अच्छा प्रदर्शन करने में असफल रहे हैं। इन बल्लेबाजों पर अब Champions Trophy में रन बनाने का दबाव होगा, और उनका फॉर्म चिंता का विषय बन सकता है।
सूर्यकुमार यादव का यह गुण भारत के लिए महत्वपूर्ण था, क्योंकि वह एक मध्यक्रम बल्लेबाज के तौर पर टीम की स्थिति को संभाल सकते थे। लेकिन अब भारतीय टीम की उम्मीदें उन शीर्ष तीन बल्लेबाजों पर होंगी, जो शायद सही फॉर्म में नहीं हैं। ऐसे में सूर्यकुमार की अनुपस्थिति टीम के संतुलन को प्रभावित कर सकती है।
अन्य खिलाड़ी जो टीम से बाहर हुए
सूर्यकुमार यादव और तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के अलावा, कुछ अन्य खिलाड़ी भी हैं जो Champions Trophy के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने में असफल रहे हैं। इनमें प्रसिद्ध कृष्णा, शार्दुल ठाकुर और इशान किशन शामिल हैं। इन खिलाड़ियों के बिना, भारतीय टीम को अपनी गेंदबाजी और बैटिंग लाइन-अप को और भी मजबूत करने की आवश्यकता होगी।
इसके अतिरिक्त, रविचंद्रन अश्विन का हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेना भी एक बड़ा झटका है, क्योंकि उनके अनुभव से टीम को काफी मदद मिल सकती थी। भारत की गेंदबाजी में बुमराह की चोट एक और चिंता का विषय है, और उनकी स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है। बुमराह की अनुपस्थिति में शमी की फिटनेस और उनकी गेंदबाजी टीम के लिए महत्वपूर्ण होगी, विशेषकर Champions Trophy में।
सूर्यकुमार यादव की भूमिका: टीम इंडिया के लिए ‘X-फैक्टर’
सूर्यकुमार यादव ने हाल के वर्षों में भारतीय क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। उनकी बल्लेबाजी के अनूठे अंदाज ने उन्हें एक खास पहचान दिलाई है। वह केवल एक मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज नहीं हैं, बल्कि उनके पास स्थिति के अनुसार मैच के पल को बदलने की क्षमता भी है।
उनकी शैली विशेष रूप से टी20 और वनडे क्रिकेट में टीम को मजबूती प्रदान करती है। अगर वह Champions Trophy का हिस्सा होते तो भारत को मिडिल ऑर्डर में एक मजबूत बल्लेबाज मिलता जो किसी भी स्थिति में रन बना सकता था।
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