Congo में शांति बहाली की उम्मीद, एकतरफा युद्ध विराम घोषित

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Congo में शांति की उम्मीद: एम23 विद्रोहियों ने घोषित किया एकतरफा युद्ध विराम, 900 शव बरामद

Congo के पूर्वी क्षेत्र में स्थित गोमा और आसपास के क्षेत्रों में एम23 विद्रोहियों के साथ जारी संघर्ष में एक बड़ा मोड़ आया है। सोमवार को एम23 विद्रोहियों ने मानवीय आधार पर एकतरफा युद्ध विराम की घोषणा की है, जो कि स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक राहत की खबर बनकर आई है। यह कदम उस समय उठाया गया जब संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने यह जानकारी दी कि इन संघर्षों में अब तक कम से कम 900 लोग मारे गए हैं, और कई हजारों लोग घायल हुए हैं।

गोमा में मारे गए लोग: 900 शवों की बरामदगी और 2,900 घायल
संघर्ष के परिणामस्वरूप गोमा की सड़कों से 900 शवों की बरामदगी की जानकारी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दी है। रिपोर्ट के अनुसार, पांच दिनों तक चले हिंसक संघर्ष के दौरान, जहां विद्रोहियों ने गोमा शहर पर नियंत्रण कर लिया था, यह भयंकर जंग हुई। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, इस लड़ाई में लगभग 2,900 लोग घायल हुए हैं। पहले संयुक्त राष्ट्र और Congo सरकार ने मृतकों की संख्या 773 बताई थी, लेकिन डब्ल्यूएचओ ने इस संख्या को बढ़ाकर 900 तक बताया।

भारत का सुरक्षा अलर्ट: Congo में भारतीय नागरिकों को सावधान किया गया
Congo में जारी संघर्ष को देखते हुए, Congo में स्थित भारतीय दूतावास ने रविवार को भारतीय नागरिकों के लिए एक सुरक्षा अलर्ट जारी किया था। दूतावास ने Congo में सुरक्षा स्थिति की लगातार निगरानी की बात कही और बुकावु क्षेत्र में रहने वाले भारतीय नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी। भारतीय दूतावास ने कहा कि बुकावु शहर एम23 विद्रोहियों के नियंत्रण में आने के करीब 20-25 किलोमीटर दूर है, और इसके चलते नागरिकों को आपातकालीन योजना तैयार करने की सलाह दी गई। Congo में लगभग 1,000 भारतीय नागरिकों के रहने की जानकारी है, और दूतावास ने बुकावु यात्रा से बचने की भी सलाह दी थी।

एम23 विद्रोही समूह: संघर्ष की जड़ और रवांडा का समर्थन
एम23 विद्रोही समूह Congo के पूर्वी क्षेत्र में सक्रिय 100 से अधिक सशस्त्र समूहों में से एक है। यह समूह उस क्षेत्र में सक्रिय है, जो वैश्विक प्रौद्योगिकी के लिए आवश्यक खनिजों से समृद्ध है। एम23 विद्रोहियों को रवांडा रक्षा बल (आरडीएफ) का समर्थन प्राप्त है, और संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों के अनुसार इस समूह को लगभग 4,000 रवांडा सैनिकों का समर्थन प्राप्त है। एम23 विद्रोही समूह ने इस हफ्ते की शुरुआत में कांगो के प्रांतीय राजधानी गोमा पर नियंत्रण कर लिया, और अब वे बुकावु शहर की ओर अपना मार्च जारी रखे हुए हैं।

रवांडा और Congo के बीच बढ़ता तनाव
एम23 विद्रोहियों के समर्थन में रवांडा का आरोप Congo सरकार पर है, जो रवांडा के खिलाफ अपनी सीमाओं को स्थिर रखने में असमर्थ है। दोनों देशों के बीच लंबे समय से तनाव जारी है, और कांगो सरकार आरोप लगाती रही है कि रवांडा ने विद्रोहियों को समर्थन देने के साथ-साथ पूर्वी कांगो में अपने सैन्य बलों की तैनाती की है। इसके परिणामस्वरूप कांगो में मानवाधिकारों का उल्लंघन और जनसंहार जैसी घटनाएं घट रही हैं, जिनमें हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

यूएन की भूमिका और भविष्य के समाधान की दिशा
संघर्ष की बढ़ती गंभीरता को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने अपनी तरफ से कई राहत कार्यों और शांति प्रयासों की शुरुआत की है। यूएन के विशेषज्ञों का मानना है कि यदि दोनों देशों के बीच कोई ठोस बातचीत और शांति समझौता नहीं हुआ तो कांगो में स्थिरता की उम्मीद नहीं की जा सकती। यूएन ने कांगो सरकार से आग्रह किया है कि वह अपने सुरक्षा बलों को विद्रोहियों के खिलाफ संघर्ष में अधिक सक्रिय बनाए, जबकि दूसरे देशों के साथ मिलकर कांगो में शांति बहाली के प्रयास तेज करें।

मानवीय संकट: Congo में बढ़ते प्रभाव
Congo में जारी संघर्ष ने मानवीय संकट को बढ़ा दिया है। युद्ध ने लाखों नागरिकों को प्रभावित किया है, जिनमें से कई अपने घरों को छोड़कर शरण लेने को मजबूर हुए हैं। बच्चों और महिलाओं की स्थिति सबसे खराब बताई जा रही है, और उन्हें राहत की आवश्यकता है। विद्रोहियों द्वारा किए गए हमलों और संघर्ष के चलते हज़ारों लोग विस्थापित हो गए हैं और उन्हें आवश्यक चिकित्सा सहायता की आवश्यकता है।

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