Jinping से बातचीत करेंगे ट्रंप, चीन को मिलेगी राहत

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ट्रंप और Jinping की महत्वपूर्ण बातचीत: अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर और राहत की उम्मीद

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगले कुछ दिनों में चीनी राष्ट्रपति शी Jinping से वार्ता करेंगे, जैसा कि व्हाइट हाउस ने सोमवार को जानकारी दी। यह पहली बार होगा जब ट्रंप और Jinping के बीच बातचीत हो रही है, खासकर तब जब हाल ही में अमेरिका ने चीन से आने वाली वस्तुओं पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है, और ऐसे में यह बातचीत दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

ट्रंप का कड़ा रुख और चीन पर टैरिफ
Jinping: डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आने वाले सामानों पर टैरिफ बढ़ाकर अमेरिका के इमिग्रेशन और फेंटेनाइल संकट को राष्ट्रीय आपातकाल घोषित किया था। ट्रंप का यह कदम अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव को और बढ़ा रहा है। चीनी विदेश मंत्रालय ने इन टैरिफ़ को विश्व व्यापार संगठन (WTO) के सामने उठाने की धमकी दी है, जिससे दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास आ गई है।

Jinping: ट्रंप ने उम्मीद जताई है कि चीन फेटामाइल जैसी मादक दवाओं की तस्करी रोकने में सहयोग करेगा। अगर चीन ने ऐसा नहीं किया तो ट्रंप ने यह भी स्पष्ट किया कि टैरिफ की दर और बढ़ाई जा सकती है। अमेरिका के इस कड़े रुख के बावजूद, चीन ने मामले को सुलझाने की उम्मीद जताई है और द्विपक्षीय बातचीत को हल निकालने का एक रास्ता माना है।

चीनी राजदूत का बयान: रचनात्मक समाधान की उम्मीद
Jinping: संयुक्त राष्ट्र में चीनी राजदूत फू कांग ने कहा कि अगले कुछ दिनों में होने वाली सुरक्षा परिषद की बैठक दोनों देशों के लिए अहम हो सकती है। इस बैठक में चीनी विदेश मंत्री वांग यी और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर महत्वपूर्ण बातचीत हो सकती है। फू कांग ने इसे लेकर उम्मीद जताई कि दोनों देश मिलकर कुछ रचनात्मक समाधान निकाल सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में दोनों देशों के बीच “बहुत कुछ दांव पर” है, और दोनों देशों के लिए यह जरूरी है कि वे एक पेशेवर दृष्टिकोण से समाधान खोजें।

Jinping: फू कांग ने इस बात को भी सही ठहराया कि ट्रंप का टैरिफ लगाने का फैसला सही नहीं है, क्योंकि इससे विश्व व्यापार संगठन (WTO) के नियमों का उल्लंघन हो रहा है। चीन ने पहले ही WTO में इस फैसले के खिलाफ शिकायत दर्ज कर दी है। उन्होंने पर्यावरण, आतंकवाद, ड्रग्स, और एआई जैसे मुद्दों पर अमेरिका और चीन के बीच द्विपक्षीय सहयोग की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

कनाडा और मैक्सिको को मिली राहत
Jinping: ट्रंप ने पहले मैक्सिको और कनाडा के खिलाफ भी टैरिफ़ लगाए थे। लेकिन दोनों देशों के नेताओं के साथ बातचीत के बाद उन्हें कुछ राहत मिली है। मैक्सिको के राष्ट्रपति क्लॉडिया शिनबाम ने ट्रंप से बात की और यह सुनिश्चित किया कि मैक्सिको अपनी उत्तरी सीमा को मजबूत करेगा, ताकि फेटामाइल जैसी मादक दवाओं की तस्करी को रोका जा सके। इसके अलावा, दोनों देशों ने सुरक्षा और व्यापार पर बातचीत जारी रखने का फैसला किया।

Jinping: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी ट्रंप से बातचीत की और इसे सकारात्मक बताया। इसके परिणामस्वरूप, अमेरिका ने कनाडा को टैरिफ़ के मामले में 30 दिन की राहत दी है, जिससे कनाडा के व्यापारिक हितों को भी कुछ राहत मिली है।

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